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Category उत्तर प्रदेश
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अब किसी का मुंह नहीं खुल रहा... मुर्शिदाबाद हिंसा पर सीएम योगी ने ममता बनर्जी को फिर सुनाया...
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विपक्ष पर हमलावर सीएम योगी ने कहा कि ये लोग सिर्फ अपनी जाति और अपने परिवार के लिए सोचते हैं. इनका ध्येय बाबर और जिन्ना का सम्मान करना है. ये लोग माफिया के लिए आंसू बहाते हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में आयोजित संवाद कार्यक्रम में NDTV से मुर्शिदाबाद हिंसा के मुद्दे पर बात की. उन्होंने कहा कि बंगाल का मुर्शिदाबाद आज जल रहा है. इस पर आज सब मौन हैं. वहीं यूपी की कानून व्यवस्था का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा कि 2017 से पहले यूपी में दंगे होते थे. लेकिन अब अलीगढ़, लखनऊ और कानपुर में दंगे नहीं होते हैं. पहले यूपी में व्यापारी व्यापार करने से डरता था लेकिन अब ऐसा नहीं है.
ये लोग बाबर-जिन्ना का सम्मान करते हैं
वहीं विपक्ष पर हमलावर सीएम योगी ने कहा कि ये लोग सिर्फ अपनी जाति और अपने परिवार के लिए सोचते हैं. इनका ध्येय बाबर और जिन्ना का सम्मान करना है. ये लोग माफिया के लिए आंसू बहाते हैं
अंतिम पायदान के व्यक्ति तक मजबूती से पहुंच रही आवाज
सीएम योगी ने कहा कि संवाद कठिन से कठिन समस्या के समाधान का सशक्त माध्यम है. जहां पर संवाद बाधित होता है वहीं से संघर्ष शुरू हो जाता है. भारत का लोकतंत्र कितना सशक्त है इसने अपने सभी स्तंभों के लिए उसकी लक्ष्मण रेखाएं भी तय की हैं. विधायिका का क्या करना है. कार्यपालिका की सीमाएं क्या हैं और न्याय पालिका की रचनात्मक भूमिका कैसे आगे बढ़ सकती है वहीं मीडिया भी इस रूप में अपनी जीवंत उपस्थिति के माध्यम से एक आम नागरिक को अपने साथ जोड़ सकती है. ये चारों स्तंभ अपनी लक्ष्मण रेखाओं का पालन करते हुए जब भी कार्य करते हैं तो यह लोकतंत्र इतना ही फलेगा-फूलेगा. और अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति की आवाज को उतना ही मजबूती के हर स्तर तक पहुंचाने में मदद भी मिलेगी.
अधिकार सिर्फ तब तक सुरक्षित...
शासन की सभी प्रणालियों में लोकतंत्र को सबसे अच्छा इसीलिए माना गया है क्यों कि हर व्यक्ति को बिना भेदभाव के एक समान अधिकार और समान मूल्यों के साथ जीने की स्वतंत्रता होती है. अगर हमें कहीं स्वतंत्रता और अधिकार मिले हैं तो इसके संरक्षण के लिए जरूरी है कि हम अपने कर्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी के साथ करें. कर्तव्यों और अधिकारों के बीच में सदियों से एक द्वंद रहा है. कौन भारी है और कौन ज्यादा सशक्त है. कोई भी अधिकार सिर्फ तब तक सुरक्षित है जब तक वह अपने कर्तव्यों का पालन ईमानदारी से कर रहा है. जैसे ही वह अपने कर्तव्यों से थोड़ा भी पीछे हटा तो उसके सामने अस्तित्व का संकट खड़ा हो जाता है.
दुनिया में भारत, 140 करोड़ नागरिकों को उसके लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा करते हुए एक साथ दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में स्थापित हुआ है. ये लोकतंत्र के चारों पिलरों की अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने का ही परिणाम है.
लखनऊ UP की नीतियों का केंद्र बिंदु
लखनऊ अपने आप में एक विरासत लेकर चला है. इसके साथ पौराणिक और एतिहासिक तौर पर और आजादी के बाद की एक लंबी परंपरा जुड़ी हुई है. पूरे उत्तर प्रदेश के लिए जो भी नीतियां बनती हैं ये उसका केंद्र बिंदु है. संवाद का ये कार्यक्रम लखनऊ के माध्यम से 25 करोड़ जन मानस तक न सिर्फ पहुंचेगा बल्कि उन 25 करोड़ लोगों की भावनाओं का प्रतिनिधित्व भी संवाद के जरिए इस मंच से दो दिनों तक होगा.
उत्तर प्रदेश में क्या बदला?
उत्तर प्रदेश देश की आबादी का सबसे बड़ा राज्य है. और भारत की आस्था का केंद्र बिंदु भी है. हर कोई जीवन में एक बार उत्तर प्रदेश जरूर आना चाहता है. हर भारतवासी खुद की पहचान के साथ यूपी को जोड़ने की कोशिश करता है. सभी के मन में ये बात आती होगी कि उत्तर प्रदेश में क्या बदला है. क्यों कि डबल इंजन सरकार की चर्चाएं होती हैं . मैं मंच पर आकर अपनी बात रखूंगा. हर कोई अपनी बात को अपने तरीके से कहेगा. क्या कितना बदला है इसको मापने का सबसे अच्छा पैमाना ये है कि देश के अंदर आपके प्रति पहले क्या धारणा थी और आज क्या बदला है.
लखनऊ में ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश नाकाम, इस ट्रैक पर रखा मिला लकड़ी का लठ्ठा
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जिस जगह पर ट्रेन को डिरेल करने की कोशिश की गई, वहां से आम की टहनियां और लकड़ी का टुकड़ा मिला.
लखनऊ में ट्रेन को पटरी से उतारने की बड़ी साजिश नाकाम हुई. ट्रेन को पटरी से उतारने के लिए दिलावर नगर और रहीमाबाद स्टेशन के बीच ट्रैक पर मोटी लकड़ी रखी हुई मिली. गनीमत ये रही कि काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस के लोकोपायलट ने समय लकड़ी को देख खतरा भांप लिया. उसने तुरंत इस बारे में सूचना विभाग को सूचना दी. सूचना मिलते ही गरीब रथ ट्रेन को मलीहाबाद स्टेशन पर रोक दिया गया.
इस मामले की जांच में जुटी टीम
घटनास्थल पर आम की टहनियां और लकड़ी का टुकड़ा देख पुलिस ने जांच शुरू की. खंभा नंबर 1109/11 के पास संदिग्ध वस्तुएं भी मिली. रहीमाबाद थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. आरपीएफ और यूपी पुलिस की संयुक्त टीम अब इस मामले की गहन जांच कर रही है. ट्रैक पर मिली चीजों की फॉरेंसिक जांच भी कराई जाएगी. लखनऊ में कल रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का बड़ा टुकड़ा मिलने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई.
पहले भी हो चुकी ट्रेन को डिरेल करने की कोशिश
पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. बीती रात रेलवे ट्रैक पर लड़की का बड़ा सा लठ्ठा मिला था. ट्रेन चालक ने स्टेशन मास्टर को लकड़ी के टुकड़े के बारे में सूचना दी थी. ऐसा पहली बार नहीं है जब ट्रैक पर कोई भारी-भरकम चीजें रखकर ट्रेन को डिरेल करने की कोशिश की गई हो. इससे पहले भी उत्तर प्रदेश, बिहार और राजस्थान में ट्रेन को डिरेल करने की कोशिशों को नाकाम कर दिया गया है.
अधिकार के तौर पर सुरक्षा मुहैया कराने का दावा नहीं कर सकते प्रेम विवाह करने वाले जोड़े : अदालत
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अदालत ने कहा, “एक उचित मामले में अदालत एक दंपति को सुरक्षा उपलब्ध करा सकती है. लेकिन कोई खतरा नहीं होने की सूरत में ऐसे दंपति को एक दूसरे का सहयोग करना और समाज का सामना करना सीखना होगा.’’
एक दंपति के सुरक्षा के अनुरोध वाले आवेदन पर निर्णय करते हुए इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने कहा है कि अपने माता पिता की इच्छा के विरुद्ध जाकर प्रेम विवाह करने वाले जोड़े तब तक अधिकार के तौर पर पुलिस सुरक्षा का दावा नहीं कर सकते, जब तक उनके जीवन और स्वतंत्रता को खतरा ना हो.
अदालत ने कहा, “एक उचित मामले में अदालत एक दंपति को सुरक्षा उपलब्ध करा सकती है. लेकिन कोई खतरा नहीं होने की सूरत में ऐसे दंपति को एक दूसरे का सहयोग करना और समाज का सामना करना सीखना होगा.''
न्यायमूर्ति सौरभ श्रीवास्तव ने श्रेया केसरवानी और उसके पति द्वारा दायर रिट याचिका पर सुनवाई करते हुए यह टिप्पणी की. इस दंपति ने पुलिस सुरक्षा की मांग की थी और ससुराल वालों से उनके शांतिपूर्ण वैवाहिक जीवन में दखल नहीं देने का निर्देश जारी करने की मांग की थी.
अदालत ने याचिका में उल्लिखित बातों पर गौर करने के बाद पाया कि याचिकाकर्ताओं को किसी तरह के खतरे की आशंका नहीं है. अदालत ने कहा, “उच्चतम न्यायालय द्वारा लता सिंह बनाम उत्तर प्रदेश सरकार के मामले में दिए गए निर्णय को देखते हुए याचिकाकर्ताओं को पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराने का आदेश देने की कोई जरूरत नहीं है।”
अदालत ने कहा, “याचिकाकर्ताओं को उनके ससुराल पक्ष के लोगों से किसी तरह का खतरा है, इसके रत्ती भर भी साक्ष्य नहीं हैं.” इसके अलावा, अदालत ने पाया कि याचिकाकर्ताओं ने अपने ससुराल वालों के कथित अवैध व्यवहार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए कोई शिकायत पत्र संबंधित पुलिस अधिकारियों को नहीं दिया है. हालांकि, इन याचिकाकर्ताओं ने चित्रकूट के पुलिस अधीक्षक को एक प्रतिवेदन दिया है. अदालत ने कहा, यदि संबंधित पुलिस को लगता है कि वास्तव में दंपति को खतरे की आशंका है तो वह कानून के मुताबिक उचित कदम उठाएगी.
अदालत ने चार अप्रैल को दिए अपने निर्णय में कहा कि यदि कोई व्यक्ति इनके साथ दुर्व्यवहार करता है या मारपीट करता है तो अदालतें और पुलिस अधिकारी उनके बचाव के लिए मौजूद हैं.
'बिहार को बंगाल बनाना चाहते हैं राहुल गांधी और तेजस्वी', पूर्व कांग्रेस नेता का बड़ा दावा
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कांग्रेस पार्टी के पूर्व नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राजद और कांग्रेस पर हमला किया है। आचार्य प्रमोद ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव बिहार को बंगाल बनाना चाहते हैं।
बिहार में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। भाजपा, जदयू, कांग्रेस, राजद समेत विभिन्न राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेताओं और कांग्रेस के नेताओं ने बैठक की है। इस बैठक के बाद कांग्रेस पार्टी के पूर्व नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राजद और कांग्रेस पार्टी पर बड़ा हमला किया है। आचार्य प्रमोद ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव बिहार को बंगाल बनाना चाहते हैं।
क्या बोले आचार्य प्रमोद?
राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रीय जनता दल-कांग्रेस की बैठक के बाद, पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने मंगलवार को दावा किया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव बिहार को बंगाल बनाना चाहते हैं। अब बिहार के हिंदुओं को ये तय करना होगा कि वे ऐसा होते देखना चाहते हैं या नहीं।"
देश में हिंदू गंभीर खतरे में- आचार्य प्रमोद
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हाल ही में हुई हिंसा पर आचार्य प्रमोद ने कहा कि देश के हिंदू बड़े खतरे में हैं और पीएम मोदी व गृह मंत्री अमित शाह को इस बात पर विचार करना चाहिए। बता दें कि बिहार में 243 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव इस साल के आखिर में अक्टूबर या नवंबर महीने में आयोजित किए जा सकते हैं।
खरगे के आवास पर राजद-कांग्रेस की बैठक
दरअसल, मंगलवार को बिहार चुनाव के लिए चुनावी रणनीति और सीट बंटवारे पर चर्चा के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर कांग्रेस-राजद की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल और अन्य नेता शामिल हुए। वहीं, राजद की ओर से राज्यसभा सांसद मनोज झा, सांसद संजय यादव और अन्य नेता मौजूद थे।
बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा- "इस बार, बिहार में बदलाव निश्चित है। आज हमने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाक़ात कर, महागठबंधन की मजबूती पर चर्चा की। आने वाले चुनाव में बिहार की जनता को हम एक सशक्त, सकारात्मक, न्यायप्रिय व कल्याणकारी विकल्प देंगे। भाजपा और उसके अवसरवादी ठगबंधन से बिहार को मुक्ति मिलेगी। युवा, किसान-मज़दूर, महिलाएँ, समाज के पिछड़े, अति पिछड़े व अन्य सभी वर्ग के लोग महागठबंधन की सरकार चाहते हैं।"
बिहार: बेगूसराय में युवक की सरेआम पीट-पीटकर हत्या, पुलिस टीम के साथ भी हुई धक्का मुक्का
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पुलिस ने इस हत्याकांड को लेकर एक युवक को गिरफ्तार भी किया है. पुलिस फिलहाल इस पूरे मामले की जांच कर रही है.
बिहार के बेगूसरया से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. यहां एक युवक की सरेआम पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है. पुलिस ने मृतक की पहचान प्रवीण कुमार के रूप में की गई है. घटना मोहम्मदपुर मनोकामना मंदिर के पास की है.घटना के बाद लोगों ने सड़क जामकर जमकर हंगामा किया. घटना की सूचना मिलते ही नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची. हालांकि, पुलिस के मौके पर पहुंचने के बाद और हंगामा बढ़ गया. दरअसल, जिस शख्स ने पुलिस को हंगामे की सूचना दी थी भीड़ ने उसे पकड़ा लिया. हालांकि पुलिस बाद में उस शख्स को भीड़ से निकाल ले गई. इस दौरान भीड़ ने पुलिस वालों के साथ धक्का-मुक्की और पुलिसकर्मी के हथियार छीनने की कोशिश भी की.
पुलिस और भीड़ के बीच हुए हंगामे का वीडियो भी अब सामने आया है.इस वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि पुलिस गाड़ी लेकर भाग रही है और भीड़ पुलिस का खदेड़ रही है. इस दौरान भीड़ एक सिपाही से धक्का मुक्की भी कर रही है. इसके बाद कई थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा.
मृतक के पड़ोसी चाचा अजय महतो ने बताया कि सूचना मिली कि मनोकामना मंदिर के पास प्रवीण की हत्या करके फेंक दिया गया है. हम मौके पर पहुंचे तो उसकी बहन लेकर आ रही थी, इसी दौरान उसकी मौत हो गई. मरने से पहले उसने बहन को बताया कि लोहे के रॉड और लाठी-डंडे से मारा गया है.
सदर-वन डीएसपी सुबोध कुमार ने बताया कि प्रवीण कुमार की हत्या उनके मोहल्ले के लोगों द्वारा ही पीट-पीट कर दिया गया है. सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है. इस मामले में करण कुमार नाम के एक युवक को गिरफ्तार किया गया है. मृतक की मां और पिता दिल्ली में रहते हैं, उनके आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
अयोध्या में मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी, सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई
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अयोध्या के राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी भरा मेल आया है, जिसके बाद अयोध्या और आसपास के जिलों में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी का मेल आने से हड़कंप मच गया, जिसके बाद अयोध्या के साइबर थाने एफआईआर दर्ज करवाई गई. इस मामले की जांच साइबर सेल कर रही है. बीते सोमवार की रात राम जन्मभूमि ट्रस्ट के मेल पर धमकीभरा मेल आया था, जिसमें लिखा था मंदिर की सुरक्षा बढ़ा लो. इस धमकी भरे मेल के पहुंचने के बाद व्यापक सर्च ऑपरेशन भी चलाया गया. अयोध्या के साथ साथ बाराबंकी और अन्य पड़ोसी जिलों में भी सतर्कता बढ़ाई गई. इस मामले में राम जन्मभूमि ट्रस्ट कार्यालय के अकाउंट ऑफिसर महेश कुमार ने मुकदमा दर्ज करवाया है.
राहुल संग बैठक के बाद CM फेस पर तेजस्वी ने टाल दिया सवाल..
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मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने बताया कि बातचीत अच्छी रही और हम बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है. साथ ही कहा कि बिहार के साथ सौतेला व्यवहार होता रहा है और नीतीश कुमार हाईजैक हो चुके हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए उठापटक शुरू हो गई है. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की. बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने बताया कि बातचीत अच्छी रही और हम बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है. साथ ही कहा कि बिहार के साथ सौतेला व्यवहार होता रहा है और नीतीश कुमार हाईजैक हो चुके हैं. इस दौरान वह बिहार में मुख्यमंत्री कौन होगा? ये सवाल अपने ही अंदाज में टालते हुए नजर आए.
तेजस्वी यादव ने बैठक के बाद कहा, 'हमने बैठक की और पॉजिटिव बातचीत हुई. हम 17 अप्रैल को पटना में फिर मिलेंगे. हमारी क्या रणनीति बन रही है, वो तो हम लोग मीडिया में बताते नहीं हैं. लेकिन हम पूरी तरह तैयार हैं और हम बिहार को आगे ले जाना चाहते हैं. राज्य में एनडीए सरकार के 20 साल बाद भी बिहार सबसे गरीब राज्य है. 11 साल से मोदी जी प्रधानमंत्री हैं. बिहार से सौतेला व्यवहार किया गया. बिहार के प्रतिव्यक्ति आया सबसे कम है, किसानों की आय सबसे कम है. पलायन सबसे ज्यादा है.'
बिहार में मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा, इस सवाल पर तेजस्वी यादव ने मुस्कुराते हुए कहा, 'पता नहीं आप लोग क्यों मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर चिंतित रहते हैं. हम चर्चा करेंगे और सर्वसम्मति से सीएम का चेहरा तय करेंगे. जब सब तय हो जाएगा, तो आपके सामने आ जाएंगी. इसमें आप लोगों का परेशान होने की कोई आवश्यकता नहीं है.'
मैदान तैयार है होंगे दो-दो हाथ... सपा सांसद रामजी लाल सुमन की करणी सेना को चेतावनी..
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सांसद रामजी लाल सुमन ने करणी सेना को चेतावनी देते हुए कहा कि मैदान तैयार है, अब दो-दो हाथ होंगे. तुम ये कहोगे कि हर मस्जिद के नीचे एक मंदिर है, तो फिर हमें कहना पड़ेगा कि हर मंदिर के नीचे एक बौद्ध मठ है.
समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन ने करणी सेना को खुली चेतावनी दे डाली है. सपा सांसद का कहना है कि 19 अप्रैल को पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव आगरा आ रहे हैं, फिर दो-दो हाथ होंगे. बता दें कि रामजी लाल के मुगल शासक औरंगजेब को लेकर दिये गए बयान को लेकर पिछले काफी दिनों से बवाल हो रहा है. करणी सेना उनसे बयान पर माफी मांगने को कह रही है, लेकिन वह अपने बयान पर टिके हुए हैं. करणी सेना आगरा में इस मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन भी कर चुकी है.
सांसद रामजी लाल सुमन ने करणी सेना को चेतावनी देते हुए कहा, 'मैं उन लोगों से कहना चाहता हूं कि मैदान तैयार है, अब दो-दो हाथ होंगे. तुम ये कहोगे कि हर मस्जिद के नीचे एक मंदिर है, तो फिर हमें कहना पड़ेगा कि हर मंदिर के नीचे एक बौद्ध मठ है. गड़े मुर्दे मत उखाड़ो, वरना भारी पड़ जाएगा. अगर कहोगे कि मुसलमानों में बाबर का डीएनए है, तो तुम में किसका DNA है? जरा ये भी बता दो. अब तक हमने थल सेना, वायु सेना, जल सेना सुनी होगी, ये फर्जी करनी सेना कहा से आ गई?'
सपा सांसद सुमन ने करणी सेना के विवाद के बीच कहा, 'करणी सेना वाले अरुणाचल जाकर चीन से देश को बचायें, वरना वो नकारा कहलायेंगे.' उन्होंने फिर से बाबर का ज़िक्र करते हुए कहा कि हमारे देश के मुसलमानों का आदर्श कभी बाबर नहीं रहा. लेकिन फिर भी वो कहते हैं कि मुसलमानों में बाबर का डीएनए है. उन्होंने कहा कि गड़े मुर्दे मत उखाड़ो वरना भारी पड़ जाएगा.
अब कन्नौज में चली 'तबादला' एक्सप्रेस, एक हेड कॉन्स्टेबल और 26 सब इंस्पेक्टर का ट्रांसफर; देखें पूरी लिस्ट..
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कन्नौज में एसपी विनोद कुमार ने तबादला एक्सप्रेस चला दी है। उन्होंने देर रात एक हेड कॉन्स्टेबल और 26 सब इंस्पेक्टर के कार्यक्षेत्र में फेरबदल कर दिया। इस तबादले का उद्देश्य जिले में अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था को बेहतर बनाना है।
उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में एसपी विनोद कुमार ने देर रात बड़े पैमाने पर फेरबदल किया है। एक हेड कॉन्स्टेबल और 26 सब इंस्पेक्टर के कार्यक्षेत्र बदले गए है। साथ ही लाइन हाजिर चल रहे तीन एसआई को भी तैनाती मिली है। बड़े पैमाने पर हुए इस फेरबदल से पुलिस महकमे में अफरा तफरी मच गई है। सूत्र की माने तो एसपी जल्द ही कई इंस्पेक्टर का भी तबादला कर सकते हैं।
आदेश के अनुसार, सब इंस्पेक्टर ओमपाल सिंह को चौकी प्रभारी मंडी, कन्नौज से खानपुर, ठठिया में तैनाती दी गई है। वहीं, सब इंस्पेक्टर पंकज कुमार का कस्बा तिर्वा से मण्डी कन्नौज तबादला कर दिया गया है।
सुलतानपुर में 25 अधिकारियों का ट्रांसफर, दो थानेदारों की छिनी कुर्सी
बता दें कि तीन दिन पहले सुलतानपुर में भी पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह ने बड़ा फेरबदल करते हुए 25 निरीक्षकों और उपनिरीक्षकों के कार्यक्षेत्र बदल दिए हैं। अपराध शाखा महिला थाना हलियापुर और गोशाईंगंज समेत कई थानों के प्रभारियों को बदला गया है। पुलिस लाइंस में तैनात रहे तरुण पटेल को हलियापुर थाने में भेजा गया है। उन्होंने अपराध शाखा प्रभारी हंसमती को महिला थाना, हलियापुर में तैनात रहे निरीक्षक प्रदीप कुमार सिंह को अपराध शाखा की जिम्मेदारी सौंपी है।
25 से ज्यादा IPS अफसरों के होंगे तबादले!
वहीं, आपको बता दें कि यूपी में आईपीएस अफसरों में भी बड़े पैमाने पर फेरबदल होने जा रहे हैं। इनमें करीब एक दर्जन जिलों के प्रमुखों को इधर से उधर करने की तैयारी है। जिन अफसरों को एक ही जिले में करीब ढाई साल हो गया है उन्हें भी नई तैनाती देने की तैयारी है। वहीं जिन अफसरों की कामकाज को लेकर शिकायत है उन्हें साइड पोस्टिंग में भेजा जा सकता है।
लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में लगी आग, मच गया हड़कंप, डिप्टी CM खुद मौके पर पहुंचे...
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लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में आग लगने का मामला सामने आया है। इस घटना को लेकर सीएम योगी ने अधिकारियों से बात की है।
यूपी के लखनऊ से बड़ी खबर सामने आई है। यहां लोकबंधु अस्पताल में आग लग गई है, जिसके बाद हर तरफ धुआं ही धुआं फैल गया। ये आग दूसरे तल पर लगी, जिसके बाद DCP साउथ, DCP पूर्वी समेत फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं।
सीएम योगी ने लिया संज्ञान
इस घटना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान में लिया और फोन पर अधिकारियों से पूरी घटना की जानकारी ली। इस दौरान वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर मौजूद रही। खबर ये भी सामने आई कि मौके पर गंभीर रोगियों को दूसरे सेंटर में ले जाया जाएगा। फिलहाल जान-माल का कोई खतरा नहीं है।
आग पर काबू पाया गया
मिली जानकारी के मुताबिक, आग बुझ गई है और किसी मरीज को कोई नुकसान नहीं हुआ है। भर्ती मरीजों को शिफ्ट कर दिया गया है। आग से कोई जन हानि नहीं हुई है। कूलिंग का काम किया जा रहा है।
DCP साउथ निपुण अग्रवाल का बयान आया सामने
इस मामले में DCP साउथ निपुण अग्रवाल का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि आज रात लगभग 10 बजे थाना कृष्णानगर को सूचना मिली कि उसके अंतर्गत पड़ने वाले लोकबंधु अस्पताल में आग लग गई है। जिसके बाद फौरन एक्शन लिया गया और आग पर काबू कर लिया गया। लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया। आग के कारणों की जांच की जा रही है।
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक लोकबंधु अस्पताल पहुंचे, सामने आया बयान
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक खुद लोकबंधु अस्पताल पहुंचे हैं और उन्होंने हालात का जायजा लिया है। बृजेश पाठक ने कहा, 'भूतल पर धुंआ देखा गया। अस्पताल के कर्मचारियों ने तुरंत मरीजों को शिफ्ट करना शुरू कर दिया। करीब 200 मरीजों को शिफ्ट किया गया है। गंभीर मरीजों को केजीएमयू भेजा गया है। कुछ को सिविल अस्पताल भी भेजा गया है। अभी चिंता की कोई बात नहीं है। अग्निशमन कर्मचारी इमारत के अंदर हैं और आग बुझाने का काम चल रहा है। कोई हताहत नहीं हुआ है। सभी मरीज सुरक्षित हैं। 2-3 मरीज जो गंभीर थे, उन्हें केजीएमयू के आईसीयू वार्ड में शिफ्ट किया गया है।
वाराणसी की दालमंडी पर चलेगा बुलडोजर, व्यापारी कर रहे आपत्ति, जानें पूरा मामला...
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प्रदेश सरकार में मंत्री रविंद्र जैसवाल का दावा है कि वाराणसी के बीएचयू से नरिया और भजुवीर में 100 साल से कब्जा था, उसे हटाया गया. उसी क्रम में वाराणसी की दालमंडी में भी हम काम कर रहे हैं. यहां 187 मकान हैं, जिन्हें हटाया जायेगा.
सकरी गली में स्थित वाराणसी की चर्चित दाल मंडी में अतिक्रमण हटाने के लिए बुलडोजर चलाने की तैयारी शुरू हो गई है. मुस्लिम बहुल दाल मंडी में दशकों पुराना अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन ने अब तैयारियां तेज कर दी हैं. ये दाल मंडी पूर्वांचल की सबसे बड़ी दाल की मंडी है. यहां अतिक्रमण हटाकर काशी विश्वनाथ मंदिर जाने वाले रास्ते का चौड़ीकरण किया जाना है. इस कार्रवाई को लेकर स्थानीय व्यापारी सरकार से पुनर्विचार की मांग कर रहे हैं.
वाराणसी के दालमंडी की सड़क का चौड़ीकरण का कार्य तेजी से होगा. इसके लिए पीडब्ल्यूडी ने सर्वे कर 146 मकानों को चिह्नित किया है. वहीं सड़क चौड़ीकरण में छह मस्जिदें भी आएंगी. इन सबकी सूची बनाकर पीडब्ल्यूडी ने शासन-प्रशासन को भेज दिया है. आने वाले दिनों में इस सड़क को 56 फीट चौड़ा किया जाएगा. इस पर 210 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. माना जा रहा है सड़क चौड़ीकरण के बाद यहां रोजगार के अवसर खुलेंगे.
क्या है सरकार का पक्ष
प्रदेश सरकार में मंत्री रविंद्र जैसवाल का दावा है कि वाराणसी के बीएचयू से नरिया और भजुवीर में 100 साल से कब्जा था, उसे हटाया गया. उसी क्रम में वाराणसी की दालमंडी में भी हम काम कर रहे हैं. यहां 187 मकान हैं, जिन्हें हटाया जायेगा और जिनके भी मकान अतिक्रमण में आयेंगे, उन्हें सरकार सर्किल रेट से दोगुना मुआवज़ा दे रही है. उनका दावा है कि यहां सरकारी ज़मीन पर भी कब्जा है, उस पर भी सरकार मुआवजा देने को तैयार है. लोगों को इस विकास के काम को साम्प्रदायिक नजरिये से नहीं देखना चाहिए.
बात करें व्यापारियों की तो वाराणसी के दालमंडी व्यापार मंडल के पदाधिकारी कहते हैं कि पहले कहा गया की सड़क 27 फुट चौड़ी होगी, फिर 33 फिट चौड़ा और अब 56 फिट की बात कही जा रही है. उनका कहना है कि अगर ऐसा हुआ तो पूरा बाज़ार ख़त्म हो जाएगा. उन्हें अपनी रोज़ी रोटी की चिंता सता रही है.
फ़िलहाल सरकार ने कार्रवाई कि तैयारी कर ली है. मुस्लिम बहुल दाल मंडी में विवाद की आशंका को देखते हुए सुरक्षा के भी इंतज़ाम किए जा रहे हैं. अगले कुछ दिनों में बुलडोजर दाल मंडी की सकरी गलियों में दिखाई दे सकता है.
वाराणसी गैंगरेप केस: PM मोदी की सख्ती के बाद बड़े पुलिस अफसर पर गिरी गाज, DCP ऑफिस से हटाए गए...
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पीएम मोदी 11 अप्रैल को वाराणसी दौरे के समय तीन बड़े अफसरों से एयरपोर्ट पर ही गैंगरेप मामले की जांच का पूरा अपडेट लिया था और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे. जिसके बाद अब बड़े पुलिस अफसर पर गाज गिरी है.
वाराणसी में पिछले दिनों 19 साल की एक लड़की के साथ गैंगरेप (Varanasi Gangrape) मामले में बड़ा एक्शन हुआ है. सोमवार देर रात DCP वरुणा ज़ोन चंद्रकांत मीणा को हटा दिया गया. डीसीपी मीणा को डीजीपी ऑफिस अटैच कर दिया गया है. माना जा रहा है कि शुरुआती जांच में उनके यहां से लापरवाही हुई है. बता दें कि पीएम मोदी (PM Narendra Modi) गैंगरेप मामले में जांच को लेकर लगातार पल-पल का अपडेट ले रहे हैं. 11 अप्रैल को जब वह वाराणसी दौरे पर पहुंचे तो एयरपोर्ट पर उन्होंने गैंगरेप मामले में की गई कार्रवाई को लेकर पूरा अपडेट लिया था.
गैंगरेप मामले मे ंबड़ा एक्शन, DCP हटाए गए
पीएम नरेंद्र मोदी ने एयरपोर्ट पर काशी के मंडल कमिश्नर कौशल राज शर्मा, पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल, और जिलाधिकारी एस राजलिंगम से पूछा था कि मामले में कार्रवाई कहां तक पहुंची. इसके साथ ही उन्होंने अफसरों से कहा था कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. अब मामले में एक्शन शुरू हो गया है. DCP वरुणा ज़ोन चंद्रकांत मीणा को हटा दिया गया है.
6 दिन तक 23 लोगों ने किया गैंगरेप
बता दें कि वाराणसी में एक लड़की के साथ 29 मार्च से 3 अप्रैल तक 23 लोगों के गैंगरेप किए जाने का मामला सामने आया था. इसे लेकर थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई गई थी. जिसके बाद 13 आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है. इसी गैंगरेप केस को लेकर पीएम ने सीनियर अफ़सरों से पूछताछ की थी.
PM मोदी ने अफसरों से लिया था जांच का अपडेट
पीएम मोदी 11 अप्रैल को वाराणसी दौरे पर पहुंचे थे. उस दौरान एयरपोर्ट पर ही पीएम मोदी ने काशी के तीन बड़े अफसरों से बातचीत कर गैंगरेप केस का अपडेट लिया था. पीएम ने उनसे पूछा था कि इस मामले में कार्रवाई कहां तक पहुंची. उन्होंने मामले में सख्त निर्देश भी अफसरों को दिए थे. जिसके बाद बड़े पुलिस अधिकारी पर एक्शन हुआ है. माना जा रहा है कि ये पीएम मोदी की सख्ती का ही असर है कि लापरवाही मामले में DCP वरुणा ज़ोन चंद्रकांत मीणा को हटा दिया गया है.