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संभल-चंदौसी में मिली गुप्त सुरंग और बावड़ी कर रही हैरान, जानिए 1857 तक क्यों जुड़ रहे हैं तार
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संभल-चंदौसी में मिली गुप्त सुरंग और बावड़ी कर रही हैरान, जानिए 1857 तक क्यों जुड़ रहे हैं तार
संभल के जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि इस स्थल पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) से सर्वेक्षण कराने की संभावना पर विचार किया जा रहा है, और यदि आवश्यक हुआ तो एएसआई से अनुरोध किया जा सकता है.
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के संभल में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं. शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद प्रशासन की तरफ से एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं. प्रशासन ने हाल ही में एक प्राचीन शिव मंदिर की खोज की, जो कथित तौर पर 1978 से बंद था. इस बीच चंदौसी में शनिवार को राजस्व विभाग ने एक जमीन की खुदाई की तो उसके नीचे एक विशालकाय बावड़ी मिली है.
संभल के जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि इस स्थल पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) से सर्वेक्षण कराने की संभावना पर विचार किया जा रहा है, और यदि आवश्यक हुआ तो एएसआई से अनुरोध किया जा सकता है. मीडिया से बात करते हुए पेंसिया ने कहा, “यह स्थल पहले तालाब के रूप में पंजीकृत था. बावड़ी की ऊपरी मंजिल ईंटों से बनी है, जबकि दूसरी और तीसरी मंजिल संगमरमर की है। उन्होंने कहा कि संरचना में चार कमरे और एक बावड़ी भी है. ”
सवा सौ से डेढ़ सौ वर्ष पुरानी है बावड़ी: जिलाधिकारीजिलाधिकारी राजेंद्र पेसियां ने बताया कि खतौनी के अंदर पॉइंट 040 अर्थात 400 वर्ग मीटर क्षेत्र है. वह बावली तालाब के रूप में यहां दर्ज है. स्थानीय लोग बताते है कि बिलारी के राजा के नाना के समय बावड़ी बनी थी। इसका सेकंड और थर्ड फ्लोर मार्बल से बना है. ऊपर का तल ईटों से बना हुआ है. इसमें एक कूप भी है और लगभग चार कक्ष भी बने हुए हैं. धीरे धीरे मिट्टी निकाल रहे हैं ताकि इसकी संरचना को किसी भी प्रकार की कोई हानि न हो. वर्तमान में इसका 210 वर्ग मीटर एरिया ही लग रहा है, शेष क्षेत्रफल कब्जे में है. कम से कम सवा सौ से डेढ़ सौ वर्ष पुरानी बावड़ी हो सकती है.
सनातन सेवक संघ के राज्य प्रचार प्रमुख कौशल किशोर ने संभल जिला प्रशासन को इलाके में एक शाही बावड़ी के अस्तित्व के बारे में बताया था. जिसके बाद खुदाई शुरू की गई थी.
1857 से जुड़े हैं तार?बावड़ी को लेकर दावे किए जा रहे हैं कि इसका निर्माण 1857 में हुआ था. इसके अंदर 12 कमरे, एक कुआं वो सुरंग है.अब तक के खुदाई में 4 कमरे स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं. 2 जेसीबी की मदद से खुदाई का कार्य जारी है. हालांकि ढांचे को कोई नुकसान न हो इसके लिए बेहद सावधानी बरती जा रही है.
संभल, उत्तर प्रदेश, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध क्षेत्र है, जिसमें कई प्राचीन धरोहरें मौजूद हैं.
बावड़ी न केवल जल संरक्षण के लिए उपयोगी थी, बल्कि इसे एक धार्मिक और सामाजिक स्थल के तौर पर भी इसकी पहचान रही होगी.
समय के साथ बावड़ी का रखरखाव कम हो गया और यह क्षतिग्रस्त स्थिति में पहुंच गई, बाद में इस पर अतिक्रमण कर लिया गया.
बावड़ी क्या होता है? बावड़ी (जिसे बाउरी, बावली, या वाव भी कहा जाता है) एक पारंपरिक जल संरचना है, जिसे प्राचीन भारत में पानी के संरक्षण और भंडारण के लिए बनाया जाता था. यह सीढ़ीनुमा कुएं की तरह होती है, जिसमें लोग सीढ़ियों के जरिए पानी तक पहुंच सकते हैं. यह भारतीय स्थापत्य और जल प्रबंधन प्रणाली का एक उत्कृष्ट उदाहरण है.बारिश के पानी को संग्रहित करने के लिए भी इनका उपयोग होता था.बावड़ी पानी को सहेजने का एक कुशल तरीका था, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां पानी की कमी थी. यह केवल जल भंडारण का स्थान नहीं, बल्कि एक सामाजिक और धार्मिक केंद्र भी हुआ करता था. गर्मियों में यह जगह ठंडक का अहसास देती थी.समय के साथ बावड़ियों का उपयोग कम हो गया, लेकिन आज ये ऐतिहासिक धरोहर और पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है. संभल के चारों कोनों पर श्मशान है. जिन पर अतिक्रमण हो चुका है. इनका भी काया कल्प किया जाएगा. जो मंदिर संभल में हैं उन सबका विकास करने की योजना है. संभल में हिंदू खेड़ा नाम से एक कॉलोनी है. पहले यहां हिंदू परिवार रहा करते थे. पर आज यहां सिर्फ़ मुस्लिम समाज के लोग रहते हैं. यही हाल दीपा सराय कॉलोनी का है. कल मुरादाबाद के कमिश्नर ने मंगल के सरकारी वकीलों की बैठक बुलाई हैं. इसमें 1978 के दंगे से जुड़ी फाइल मंगाई गई हैं.
पूर्णिया में कहासुनी के बाद पिकअप चालक ने 12 लोगों को कुचला, 5 की मौत
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पूर्णिया में कहासुनी के बाद पिकअप चालक ने 12 लोगों को कुचला, 5 की मौत
बिहार के पूर्णिया में कहासुनी के बाद एक पिकअप चालक ने 12 लोगों को कुचला दिया और मौके से फरार हो गया. पुलिस ने आरोपी चालक सोनू के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और उसकी तलाश में जुटी हुई है.
बिहार में एक पिकअप वैन ने एक दर्जन लोगों को रौंद दिया. इस दर्दनाक हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई है. ये घटना धमदाहा थाना क्षेत्र के ढोकवा गांव में रविवार की रात हुई. जानकारी के अनुसार नशे में धुत्त एक पिकअप चालक ने लगभग एक दर्जन लोगों को रौंद डाला. जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई. 2 लोग की मौत घटनास्थल पर ही हो गई. जबकि 3 लोगों की मौत इलाज के दौरान हुई है. घायलों को पूर्णियां मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती किया गया था.
कहासुनी के बाद दिया वारदात को इंजाम
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सोनू नाम का ड्राइवर शराब के नशे में गांव में हंगामा कर रहा था. इस बात को लेकर गांव के लोगों से उसकी कहासुनी हो गई। इसके बाद वह घर जाकर पिकअप वैन लेकर आ गया और सड़क के किनारे खड़े लोगों के ऊपर गाड़ी चढ़ाता चले गया. घटना को अंजाम देने के बाद चालक फरार हो गया. घायलों को इलाज के लिए तुरंत अस्पताल ले जाया गया. पुलिस ने सोनू के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और उसकी तलाश में जुटी हुई है.
54 साल से बंद था मुजफ्फरनगर में मंदिर, हिंदू पूजा करने पहुंचे, तो मुस्लिमों ने की फूलों की बारिश, देखें तस्वीरें
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54 साल से बंद था मुजफ्फरनगर में मंदिर, हिंदू पूजा करने पहुंचे, तो मुस्लिमों ने की फूलों की बारिश, देखें तस्वीरें
मुजफ्फरनगर के मोहल्ला लद्दावाला में सालों से बंद एक शिव मंदिर का शुद्धिकरण किया गया. यूपी में पिछले कुछ दिनों से एक के बाद एक कई पुराने मंदिर सामने आए, जो सालों से बंद पड़े थे. इनमें पूजा-अर्चना करने के लिए कोई नहीं आता था.
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में मिले 54 साल पुराने एक खंडहर मंदिर का आज शुद्धिकरण किया गया. यह शिव मंदिर मुजफ्फरनगर के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में स्थित है. महाराज यशवीर सिंह के साथ बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के लोग भी पूजा-अर्चना करने पहुंचे. हिंदू समाज के लोग जैसे ही पूजा-अर्चना करने पहुंचे, वहां मुस्लिम समाज के लोगों ने फूलों की बारिश कर उनका स्वागत किया. इसके बाद मंदिर के कपाट खुलते ही 'जय श्रीराम' के नारे लगने लगे. मुजफ्फरनगर के मोहल्ला लद्दावाला में सन 1970 में स्थापित किया गया ये शिव मंदिर खंडहर अवस्था में मिला, जिसके चलते 54 साल पुराने इस शिव मंदिर को पुनः जागृत करने के लिए योग साधना आश्रम के महंत स्वामी यशवीर महाराज ने मंदिर का शुद्धिकरण करने की घोषणा की थी.
स्वामी यशवीर जी महाराज ने आज मंदिर का शुद्धिकरण किया. इसे लेकर सुरक्षा का कड़ा इंतजाम किये गए थे. हालांकि, इलाके के मुस्लिमों ने पहले ही कह दिया था कि वे हिंदुओं की आस्था का सम्मान करते हैं और मंदिर में पूजा-अर्चना करने आने वाले लोगों का स्वागत करेंगे. मंदिर के शुद्धिकरण से पहले शनिवार को मुजफ्फरनगर के आलाधिकारियों ने जिस क्षेत्र में मंदिर स्थित है, वहां के सम्मानित लोगों के साथ एक बैठक की, जिसमें उन्होंने शांति बनाए रखने की अपील की गई थी. यूपी में पिछले कुछ दिनों से एक के बाद एक कई पुराने मंदिर सामने आए, जो सालों से बंद पड़े थे. इनमें पूजा-अर्चना करने के लिए कोई नहीं आता था. इसका सिलसिला संभल के शिव मंदिर से शुरू हुआ था, जो मुजफ्फरनगर तक पहुंच गया है. इन मंदिरों में अब पूजा हो रही है, सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं.
पीलीभीत पहुंची पंजाब पुलिस, यूपी पुलिस से मांगी मदद; जानिए 3 खालिस्तानी आतंकियों का कैसे हुआ एनकाउंटर
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पीलीभीत पहुंची पंजाब पुलिस, यूपी पुलिस से मांगी मदद; जानिए 3 खालिस्तानी आतंकियों का कैसे हुआ एनकाउंटर
आतंकियों के छिपे होने की सूचना पंजाब पुलिस की तरफ से यूपी पुलिस को दी गयी थी. सूचना के आधार पर पुलिस की तरफ से जांच की जा रही थी. इसी समय आतंकियों और पुलिस में मुठभेड़ हो गयी जिसमें पुलिस ने आतंकियों को मार गिराया.
लखनऊ:पीलीभीत (Pilibhit) के पूरनपुर क्षेत्र के बड़ी नहर के किनारे पंजाब के कुख्यात आतंकियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गयी. जानकारी के अनुसार पुलिस ने तीन आतंकियों को मार गिराया है. बताया जा रहा कि पंजाब से तीनों आतंकी पूरनपुर में आकर छिप गए थे जिसकी सूचना रविवार को पंजाब पुलिस को लगी जिसके बाद पंजाब पुलिस रविवार को पीलीभीत पहुंची थी और पीलीभीत पुलिस से पूरे मामले को अवगत कराकर मदद मांगी थी. उधर जानकारी के बाद स्थानीय पुलिस ने तत्काल जिले के सभी बॉर्डर को सील कर चेकिंग अभियान शुरू कर दिया है.
एक ही बाइक से जा रहे थे तीनों आतंकीजांच के दौरान पुलिस को तीन युवक एक ही बाइक पर सवार होकर जाते दिखे, पुलिस को तीनों को देखकर शक हुआ. शक के आधार पर पुलिस ने तीनों को रुकने का आदेश दिया, लेकिन तीनों भागने लगे. पुलिस ने संदिग्ध का पीछा किया तो वो पुलिस पर फायरिंग करने लगे. पीलीभीत पुलिस ने जवाबी फायरिंग की जिसमें तीनों तो कई गोलियां लगी. तीनों आतंकियों को सीएचसी पूरनपुर भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया. उधर आतंकियों से 2AK 47, 2 विदेशी पिस्टल,भारी मात्रा में कारतूस सहित एक चोरी की बाइक भी बरामद हुई है. इस मुठभेड़ में दो सिपाही भी घायल बताए जा रहे हैं.
तीन की संख्या में आए थे खालिस्तानी आतंकी
पुलिस ने शक के आधार पर आतंकियों को रोका.
पुलिस पर आतंकियों ने फायरिंग कर दी जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने आतंकियों को मार गिराया.
इस कार्रवाई में पंजाब पुलिस व उत्तर प्रदेश की पीलीभीत पुलिस शामिल रही.
गुरदासपुर में ग्रेनेड अटैक के मामले में थी तलाशपंजाब पुलिस को गुरदासपुर में हुए ग्रेनेड अटैक के मामले में इन तीनों आतंकियों की तलाश थी. गुरदासपुर में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड/बम इन आतंकियों ने फेंका था.
आतंकियों की हो गयी शिनाख्त
गुरविंदर सिंह पुत्र गुरुदेव सिंह, उम्र करीब 25 वर्ष निवासी मोहल्ला कलानौर, थाना कलानौर जिला गुरदासपुर, पंजाब
वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि पुत्र रंजीत सिंह उर्फ जीता उम्र करीब 23 वर्ष निवासी ग्राम अगवान थाना कलानौर जिला गुरदासपुर, पंजाब
जसन प्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह उम्र करीब 18 वर्ष निवासी ग्राम निक्का सूर, थाना कलानौर जिला गुरदासपुर, पंजाब
एसपी पीलीभीत अविनाश पांडे ने दी घटना की जानकारीएसपी पीलीभीत अविनाश पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि एक दिन पहले ही यह लोग आने की संभावना है क्योंकि एक दिन पहले पीलीभीत से एक चोरी हुई बाइक इनके पास बरामद हुई है. बताया जा रहा है पूरनपुर थाना क्षेत्र में जब पुलिस ने इनका पीछा किया तो उन्होंने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. जिसमें पुलिस के दो जवान घायल हुए हैं. फिलहाल इनके पास से भारी मात्रा में अवैध हथियार बरामद हुए हैं. इस कार्रवाई में पंजाब पुलिस व उत्तर प्रदेश की पीलीभीत पुलिस शामिल रही. फिलहाल तीनों की मुठभेड़ के बाद तीनों बदमाशों को जिला अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टर ने तीनो को मृत घोषित कर दिया.
खतरे में CM योगी की कुर्सी! किसने और क्यों खटखटाया इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा? जानें पूरा मामला
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खतरे में CM योगी की कुर्सी! किसने और क्यों खटखटाया इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा? जानें पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग के साथ इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई. पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज की उत्तर प्रदेश शाखा की ओर से यह याचिका दायर की गई. जिसमें सीएम योगी के इस्तीफे की मांग की गई है. याचिका में कहा गया कि योगी आदित्यनाथ ने न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव के बयान के समर्थन किया था.
सीएम योगी के खिलाफ दायर की गई याचिका में आरोप लगाया गया है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश शेखर कुमार यादव ने बीते दिनों विवादित बयान दिया था. सीएम योगी ने उसी बयान का सर्मथन किया. याचिका में कहा गया कि 8 दिसंबर, 2024 को विश्व हिंदू परिषद के विधि प्रकोष्ठ के आयोजित एक कार्यक्रम में जज शेखर कुमार यादव ने मुस्लिम समुदाय के खिलाफ टिप्पणी की थी और उच्चतम न्यायालय ने इस मामले को संज्ञान में लेकर उच्च न्यायालय से प्रतिक्रिया मांगी थी.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाईकोर्ट के जज शेखर यादव की टिप्पणियों का खुले तौर पर समर्थन किया. जोकि मुख्यमंत्री पद और कार्यालय के शपथ का घोर उल्लंघन है, क्योंकि उन्होंने बयान के जरिए भारत के संविधान के प्रति आस्था और निष्ठा की अवहेलना की है. इसलिए योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री के पद से हटाया जाना चाहिए. गौरतलब है कि, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक कार्यक्रम में कथित तौर पर विवादास्पद बयान देने वाले इलाहाबाद हाई कोर्ट के न्यायाधीश शेखर कुमार यादव ने कहा था कि “मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि यह हिंदुस्तान है… और देश हिंदुस्तान में रहने वाले बहुसंख्यकों के अनुसार चलेगा.” इसके बाद वह बयान पर काफी विवाद हुआ था. विपक्षी राजनीतिक दलों ने न्यायमूर्ति यादव के खिलाफ महाभियोग की मांग की थी.
कल कटी थी घर की बिजली, आज बर्क के अवैध कब्जे पर चला बुलडोजर, जानिए संभल से क्या है अपडेट
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कल कटी थी घर की बिजली, आज बर्क के अवैध कब्जे पर चला बुलडोजर, जानिए संभल से क्या है अपडेट
सपा सांसद जियाउर रहमान बर्क के निवास पर आज नगर पालिका परिषद का बुलडोजर पहुंचा और बर्क के घर के आगे बनी अवैध सीढ़ियों को ध्वस्त कर दिया गया.
उत्तर प्रदेश के संभल से समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जियाउर रहमान बर्क की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. कल उनके आवास की बिजली आपूर्ति काट दी गई थी. वहीं आज उनके घर के बाहर बनी हुई अवैध सीढ़ियां तोड़ी गई हैं. सपा सांसद के घर की नाली पर एक स्लैब बना था. जिसे बुलडोज़र से तोड़ा गया है. अवैध अतिक्रमण पर ये बुलडोज़र चलाया गया है. जानकारी के अनुसार क्षेत्र में नगर पालिका परिषद और पुलिस प्रशासन की देखरेख में बिजी चेकिंग और अतिक्रमण हटाने का अभियान चल रहा है. इसी क्रम में एक हफ्ते के भीतर क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में बुलडोजर की मदद से अतिक्रमण को ध्वस्त किया जा रहा है. इस कड़ी में आज क्षेत्रीय सपा सांसद जियाउर रहमान बर्क के निवास पर नगर पालिका परिषद का बुलडोजर पहुंचा और घर के आगे बनी सीढ़ियों को ध्वस्त किया गया. इस अतिक्रमण को ध्वस्त करने के लिए किसी भी तरह की पुलिस फोर्स को नहीं लगाया गया था.
सांसद पर लगा बिजली चोरी का आरोप
दूसरी और बिजली विभाग ने बर्क पर बिजली चोरी के आरोप में 1.91 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है और कथित बिजली चोरी के लिए उनके आवास की बिजली भी काट दी है. सांसद के खिलाफ बृहस्पतिवार को विद्युत अधिनियम, 2003 की धारा 135 के तहत बिजली चोरी के आरोप में पुलिस द्वारा मामला दर्ज किया गया है. उनके पिता ममलूकुर रहमान बर्क पर भी दीपा सराय इलाके में उनके घर पर निरीक्षण के दौरान सरकारी अधिकारियों को कथित तौर पर धमकाने का मामला दर्ज किया गया है.
बर्क के घर की बिजली की खपत पिछले कई महीनों से जीरो यूनिट आ रही थी.
बिजली विभाग के अनुसार सांसद के परिसर में दो बिजली कनेक्शन थे.
दोनों दो किलोवॉट के थे.
जून को छोड़कर, जुलाई से नवंबर तक मीटर ने शून्य यूनिट की खपत दिखाई.
पुलिस ने बताया कि सांसद के खिलाफ बिजली अधिनियम, 2003 की धारा 135 (बिजली की चोरी या बिजली का अनधिकृत उपयोग) के तहत मामला दर्ज किया गया
बिजली विभाग के एक अधिकारी की शिकायत पर दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है, ‘‘विद्युत परीक्षण प्रयोगशाला से प्राप्त उपभोक्ता के मीटर की जांच करने पर यह स्पष्ट हो गया है कि मीटर से छेड़छाड़ करके बिजली चोरी की गई है.'
कभी काशी, कभी अयोध्या, तो कभी संभल... हर समय हिंदू मंदिरों को तोड़ा गया: CM योगी
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कभी काशी, कभी अयोध्या, तो कभी संभल... हर समय हिंदू मंदिरों को तोड़ा गया: CM योगी
सीएम योगी ने कहा कि भारत तब तक भारत है जब तक यहां सनातन धर्म सुरक्षित है. उन्होंने जोर देकर कहा कि इस धर्म के संरक्षण और संवर्धन के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा. युगों-युगों से सनातन धर्म ने सृष्टि के साथ तालमेल बनाकर खुद को जीवंत बनाए रखा है. उन्होंने कहा कि भविष्य में इसे किसी भी प्रकार की विकृतियों या विसंगतियों से बचाने के लिए हमें सतर्क रहना होगा.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या धाम के अशर्फी भवन आश्रम में आयोजित भव्य अष्टोत्तरशत 108 श्रीमद्भागवत पाठ और पंच नारायण महायज्ञ में भाग लिया. सीएम योगी ने महायज्ञ में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्रदेशवासियों के सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हुए आहुतियां अर्पित की. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सनातन धर्म ही भारत का राष्ट्रीय धर्म है और इसे सुरक्षित रखना हम सभी का कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि धर्म और संस्कृति के माध्यम से समाज में सकारात्मकता और शांति का प्रसार होता है. ऐतिहासिक मंदिरों पर आक्रमण की घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग इन पवित्र स्थलों को नष्ट करने का काम करते थे, उनका कुल और वंश नष्ट हो गया. औरंगजेब के परिवार के लोग आज रिक्शा चला रहे हैं. यह उनकी दुर्गति है. अगर उन्होंने पुण्य किए होते और मंदिरों को न तोड़ा होता, तो क्या उनकी ऐसी स्थिति होती? विश्व शांति की स्थापना केवल सनातन धर्म के माध्यम से हो सकती है। यह शाश्वत धर्म है, जो सृष्टि के आरंभ से ही चला आ रहा है.
सीएम योगी ने कहा कि विरासत और विकास के बीच बेहतर समन्वय होना चाहिए. उन्होंने अयोध्या में हो रहे विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार ने संतों के मार्गदर्शन में अयोध्या के वैभव को पुनः स्थापित करने का कार्य किया है. रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण और अयोध्या धाम का विकास इसका जीवंत उदाहरण है. यह यज्ञ न केवल आत्मशुद्धि और पर्यावरण शुद्धि का माध्यम है, बल्कि यह सनातन धर्म की रक्षा और समाज में सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार भी करता है. उन्होंने कहा कि यह आयोजन मां सरयू के पवित्र अंचल और भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर हो रहा है, जो इस यज्ञ को और भी विशेष बनाता है
धर्म स्थलों का अपमान हुआ, दोबारा नहीं दोहराया जाना चाहिए
उन्होंने आगे कहा कि जिन गलतियों की वजह से भारत को गुलामी की बेड़ियां झेलनी पड़ीं और हमारे धर्म स्थलों का अपमान हुआ, उन्हें दोबारा नहीं दोहराया जाना चाहिए. उन्होंने भारतवासियों से सनातन धर्म की रक्षा और संरक्षण के लिए एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया. सीएम योगी ने कहा कि अगर विश्व मानवता को बचाना है तो सनातन धर्म का सम्मान करना होगा. यह धर्म सभी के कल्याण की बात करता है. उन्होंने वसुधैव कुटुंबकम का संदर्भ देते हुए कहा कि यह केवल सनातन धर्म है, जिसने हर जाति और मजहब के लोगों को विपत्ति के समय शरण दी है.
सीएम योगी ने कहा कि भारत तब तक भारत है जब तक यहां सनातन धर्म सुरक्षित है. उन्होंने जोर देकर कहा कि इस धर्म के संरक्षण और संवर्धन के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा. युगों-युगों से सनातन धर्म ने सृष्टि के साथ तालमेल बनाकर खुद को जीवंत बनाए रखा है. उन्होंने कहा कि भविष्य में इसे किसी भी प्रकार की विकृतियों या विसंगतियों से बचाने के लिए हमें सतर्क रहना होगा. भारत तब तक भारत है जब तक भारत के अंदर सनातन धर्म सुरक्षित है. इसकी रक्षा के लिए इसके संरक्षण के लिए हम सभी को मिलकर के कार्य करना होगा. यह एक शाश्वत धर्म है, सृष्टि के साथ चला हुआ धर्म है हो सकता है कि किसी कालखंड में कुछ विसंगतियां आई हो लेकिन, विसंगती का परिमार्जन भी हमारे ऋषि मुनि संतो के माध्यम से समय-समय पर महापुरुषों के द्वारा दिखाए गए मार्ग का अनुसरण करते हुए हम करेंगे. कहीं भी हम आपसी उन फूट का, आपसी बंटवारे का, आपसी विभाजन की गलतियों को पूरे देश और पूरे धर्म को नहीं भुगतने देंगे, इस संकल्प के साथ हमें आगे बढ़ना होगा.
उन्होंने कहा कि आज बांग्लादेश में क्या हो रहा है, पाकिस्तान में क्या हुआ था, इससे पहले अफगानिस्तान में क्या हुआ ? मैं पूछना चाहता हूं उन लोगों से वह कौन लोग थे जिन्होंने देश के अंदर सनातन धर्म से जुड़े हुए उन मान बिंदुओं को नष्ट करने का काम किया था, और क्यों किया था, उसके पीछे की नीयत क्या थी. उसके पीछे की नियति थी अपने कुकृत्यों को अंजाम दे करके पूरी धरती को नर्क बनाने की. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काशी में काशी विश्वनाथ मंदिर, अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि, मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि, संभल में कल्की अवतार की हरिहर भूमि, भोज में ज्ञान के अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती के पावन मंदिर जैसे पवित्र स्थलों को अपवित्र करने वालों का आज कोई अस्तित्व नहीं है. यह उनके पापों का परिणाम है। उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में कोई भी ऐसी स्थितियां उत्पन्न न हो, जिनसे हमारे धर्म स्थलों को अपमानित होना पड़े."
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मेरठ में शिव महापुराण की कथा के दौरान भगदड़, अचानक बेकाबू हुई भीड़, महिलाएं दबीं, जानिए हुआ क्या
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मेरठ में शिव महापुराण की कथा के दौरान भगदड़, अचानक बेकाबू हुई भीड़, महिलाएं दबीं, जानिए हुआ क्या
उत्तर प्रदेश में मेरठ में शिव महापुराण कथा सुनने के लिए आई भीड़ बेकाबू हो गई, जिसके बाद वहां भगदड़ मच गई. इस भगदड़ में कई महिलाएं नीचे गिर गईं और नीचे दब गईं. ये कथा पंडित प्रदीप मिश्रा कर रहे थे, जो परतापुर के शताब्दी नगर में चल रही थी. बताया जा रहा है कि कथा सुनने के लिए काफी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे, जिसके बाद कुछ लोगों में पंडाल में एंट्री को लेकर कहासुनी हो गई. इसकी वजह से भगदड़ का माहौल बन गया, कुछ महिलाएं गिर गईं. इस दौरान कुछ महिलाओं को चोट आई है, लेकिन किसी की मौत नहीं हुई है.
मेरठ के DIG कलानिधि नैथानी ने कहा कि प्रदीप मिश्र के यहाँ कथा चल रही थी. आज इसका छठा और कल आख़िरी दिन है. गेट पर एंट्री को लेकर धक्का मुक्की हुई, जिसके बाद भगदड़ मच गई. दोपहर एक बजे की घटना है. अब हालात सामान्य हैं.
बिहार में अपनी विकास योजनाओं पर और 23000 करोड़ रुपये खर्च करेगा अदाणी समूह: प्रणव अदाणी
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बिहार में अपनी विकास योजनाओं पर और 23000 करोड़ रुपये खर्च करेगा अदाणी समूह: प्रणव अदाणी
अदाणी समूह की फ़्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइज़ेज़ के निदेशक प्रणव अदाणी ने बिहार बिजनेस कनेक्ट इवेंट 2024 के दौरान कहा कि अदाणी समूह बिहार में सबसे बड़े प्राइवेट इंवेस्टर हैं.
पटना:
अदाणी समूह बिहार की विकास यात्रा में अहम भूमिका निभा रहा है. चाहे बात लॉजिस्टिक, गैस डिस्ट्रीब्यूशन और एग्रो लॉजिस्टिक सेक्टर में निवेश की हो या फिर इन सेक्टरों में नौकरियों के नए अवसरों को और बढ़ाने की अदाणी समूह शुरू से इस दिशा में निरंतर काम कर रहा है. अदाणी समूह की फ़्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइज़ेज़ के निदेशक प्रणव अदाणी ने बिहार बिजनेस कनेक्ट इवेंट 2024 के दौरान कहा कि अदाणी समूह बिहार में सबसे बड़े प्राइवेट इंवेस्टर हैं. हमने पिछली बार आपसे वादा किया था कि हम आपको बताएंगे कि हम बिहार में विकास के लिए क्या कुछ कर रहे हैं. आज मैं आपको इसके बारे में बताने जा रहा हूं.
प्रणव अदाणी ने कहा कि हम बिहार में तीन सेक्टर में खास तौर पर काम कर रहे हैं ये सेक्टर हैं लॉजिस्टिक, गैस डिस्ट्रीब्यूशन और एग्रो लॉजिस्टिक सेक्टर. हमनें इन सेक्टर पर अभी तक 850 करोड़ रुपये का निवेश किया है. इस निवेश से हमनें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर 25 हजार नौकरियां दी हैं. अब हम 23000 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रहे हैं.
प्रणव अदाणी ने आगे कहा कि इस निवेश से ना सिर्फ हमारे वेयरहाउस की संख्या बढ़ेगी बल्कि इसके साथ-साथ ही हमारी हैंडलिंग क्षमता में भी इजाफा होगा. इसके साथ ही इसकी मदद से हम ईवी सेक्टर में , सीजीडी और सीबीजे स्पेस जैसी जगहों पर हमारी मौजूदगी और बढ़ा पाने में सफल होंगे.मुझे आपको ये बताते हुए खुशी हो रही है कि हम इसके अलावा राज्य सरकार के साथ मिलकर बिहार में स्ट्रैटेजिक इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने के लिए अतिरिक्त 1000 करोड़ रुपये का निवेश करने की दिशा में भी काम कर रहे हैं. इस निवेश के तहत गति शक्ति रेलवे टर्मिनल, कंटेनर डिपो और इंडस्ट्रियल वेयर हाउसिंग पार्क को विकसित किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि बिहार में के पांच शहरों (सिवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर और गोपालगंज में) 28 लाख से ज्यादा स्मॉर्ट मीटर लगाने के लिए हम 2100 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश किया है.इससे हम स्थानीय स्तर पर करीब 4 हजार लोगों को नई नौकरी मिलेगी. पांच महीने पहले हमने बिहार में सीमेंट सेक्टर में भी प्रवेश किया है. हम बिहार में सीमेंट उत्पादन को बढ़ाने के लिए 25000 करोड़ रुपये का निवेश करने की तरफ बढ़ रहे हैं, इस निवेश से हम सालाना 10 मिलियन मेट्रिक टन सीमेंट का उत्पादन कर पाएंगे. इस निवेश से हम करीब 9 हजार नई नौकरियां दे पाएंगे. हमारी योजना है कि हम अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट को बनाने के लिए करीब 20000 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रहे हैं. इससे 12 हजार नई नौकरियां बनेंगी.
सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क के घर बिजली मीटर की जांच करने गए बिजली विभाग के अधिकारियों को धमकाया गया, दर्ज होगी FIR
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सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क के घर बिजली मीटर की जांच करने गए बिजली विभाग के अधिकारियों को धमकाया गया, दर्ज होगी FIR
संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया जा सकता है। बिजली मीटर की जांच करने गए अधिकारियों को धमकाने के मामले में उनपर एफआईआर दर्ज हो सकती है।
संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है। एक ओर जहां बिजली विभाग बिजली चोरी के मामले में एफआईआर दर्ज करवाने की तैयारी में है वहीं अब सांसद के घर बिजली मीटर की जांच करने गए बिजली अधिकारियों धमकाने के मामले में भी एफआईआर दर्ज होगी।
बिजली विभाग की टीम जिया उर रहमान वर्क के घर जो नए मीटर जो लगाए गए हैं उनका लोड चेक करने के लिए पहुंची। बिजली विभाग की टीम सांसद के घर इस्तेमाल होने वाले इलेक्ट्रॉनिक अप्लायंसेज को भी चेक करने के लिए पहुंची। बर्क के घर का बिजली बिल जीरो आ रहा था। जबकि जांच में यह पता करने की कोशिश की गई कि उनके घर में कितने किलोवाट बिजली की खपत होती है।
बता दें कि जिया उर रहमान का घर 200 गज में बना हुआ है, लेकिन उनके घर में सिर्फ 4 किलो वॉट का मीटर लगा हुआ था। इसके बाद बिजली विभाग ने उनके घर में लगे मीटर बदला। बिजली विभाग की टीम ने सांसद के घर इस्तेमाल होने वाले इलेक्ट्रॉनिक अप्लायंसेज को भी चेक किया कि कितने इलेक्ट्रॉनिक अप्लायंसेज सांसद के घर में इस्तेमाल हो रहे हैं।
दो दिन पहले बदले थे मीटर
बिजली विभाग की टीम ने दो दिन पहले ही जिया उर रहमान के घर पर लगे मीटर बदले थे। मीटर को बदलने के लिए बिजली विभाग के 5 से 6 कर्मचारी भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे थे। पुलिस टीम का नेतृत्व इलाके की एएसपी और सीईओ कर रहे थे। अब बिजली विभाग की टीम नए मीटरों का लोड चेक करने के लिए पहुंची है।
बड़े पैमाने पर हो रही थी बिजली चोरी
बता दें कि संभल में मस्जिद और मदरसे सहित कई घरों में बिजली की चोरी हो रही थी। यहां हुई हिंसा के बाद प्रशासन ने बिजली चोरी के खिलाफ अभियान में तेजी लाई और पिछले 3 महीनों में बिजली चोरी की 1250 एफआईआर दर्ज की है। इसके साथ ही 5 करोड़ 20 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। यहां मस्जिद और 1 मदरसे से बिजली चोरी पकड़ी गई है। हाल ही में संभल सदर क्षेत्र के नखासा और दीपासराय इलाकों में बिजली चोरी पकड़ी गई थी। इस दौरान मस्जिद से बिजली चोरी के उपकरण मिले थे।
लखनऊ : कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत मामले में एफआईआर दर्ज, मामले की जांच में जुटी पुलिस
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लखनऊ : कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत मामले में एफआईआर दर्ज, मामले की जांच में जुटी पुलिस
डीसीपी रवीना त्यागी का कहना है, "18 दिसंबर 2024 को प्रभात कुमार पांडे के चाचा मनीष कुमार पांडे की शिकायत के आधार पर हुसैन गंज पुलिस स्टेशन में हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है."
कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडेय की मौत मामले में लखनऊ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को कांग्रेस ने विधानसभा का घेराव किया था. प्रदर्शन के दौरान ही कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत हो गई थी. मृतक कार्यकर्ता की पहचान प्रभात पांडेय के रूप में हुई थी. इसी मामले में मृतक के चाचा मनीष कुमार पांडेय ने हुसैनगंज थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है.
डीसीपी ने कही ये बात
डीसीपी रवीना त्यागी का कहना है, "18 दिसंबर 2024 को प्रभात कुमार पांडे के चाचा मनीष कुमार पांडे की शिकायत के आधार पर हुसैन गंज पुलिस स्टेशन में हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है. लखनऊ में उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी कार्यालय में हुई घटना के संबंध में आरोप लगाया गया कि मृतक दो घंटे से पार्टी कार्यालय में बेहोश था, उसे इनोवा कार में सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया."
एफआईआर के बाद जांच शुरू
उन्होंने आगे कहा, "एफआईआर दर्ज होने के बाद जांच शुरू कर दी गई है. फील्ड यूनिट घटनास्थल पर पहुंच गई है और सावधानीपूर्वक साक्ष्य एकत्र कर रही है. स्थान से सीसीटीवी फुटेज प्राप्त किए जाएंगे और विरोध के आयोजन के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों का विश्लेषण किया जाएगा. साथ ही जिन लोगों ने इसमें भाग लिया, उनसे पूछताछ की जाएगी और उनके बयानों का दस्तावेजीकरण किया जाएगा."
पुलिस को दी तहरीर में ये बोले मनीष कुमार पांडेय
इससे पहले पुलिस को दी तहरीर में मनीष कुमार पांडेय ने बताया था कि मेरा भतीजा प्रभात कुमार पांडेय (31) गोमतीनगर में एक पीजी में रहकर एग्जाम की तैयारी कर रहा था. इसी बीच, 18 दिसंबर की शाम को उन्हें कांग्रेस कार्यालय से फोन आया कि उनका भतीजा बेहोशी की हालत में पड़ा हुआ है.
अस्पताल में डॉक्टरों ने कार्यकर्ता को मृत घोषित किया
मृतक के चाचा मनीष कुमार पांडेय ने बताया कि कांग्रेस कार्यालय में जब मेरे परिचित ने दबाव बनाया, तो उन्होंने कार से प्रभात को अस्पताल पहुंचाया. इसके बाद प्रभात को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया. उन्होंने बताया कि मेरे भतीजे को कोई भी बीमारी नहीं थी. उसके साथ जरूर कोई अनहोनी हुई है. मनीष ने इसे हत्या बताया है.
संभल में मिले राधा-कृष्ण मंदिर का कुआं खोला गया... देखिए तस्वीरें
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संभल में मिले राधा-कृष्ण मंदिर का कुआं खोला गया... देखिए तस्वीरें
Sambhal Radha Krishna Temple: बताया जा रहा है कि मंदिर का निर्माण सन 1982 में सैनी समाज के लोगों ने कराया था. मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति भी है. इससे पहले संभल के खग्गू सराय इलाके में स्थित भस्म शंकर मंदिर पिछले 46 वर्षों तक बंद पाया गया था.
संभल: उत्तर प्रदेश के संभल के सरायतरीन इलाके में राधा कृष्ण मंदिर (Sambhal Temple) के प्रांगण में बंद पड़ा कुआं खोला गया है. मंदिर के सेवादारों के मुताबिक यह कुआं बेहद प्राचीन है. मंदिर के सेवादारों ने स्लैब तोड़ कर ख़ुद कुआं खोल दिया है. बता दें कि हाल ही में संभल के सरायतरीन इलाके में यह मंदिर मिला है. 46 सालों से बंद था मंदिर
बताया जा रहा है कि मंदिर का निर्माण सन 1982 में सैनी समाज के लोगों ने कराया था. मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति भी है. इससे पहले संभल के खग्गू सराय इलाके में स्थित भस्म शंकर मंदिर पिछले 46 वर्षों तक बंद पाया गया था.
छोटा सा है मंदिर
यह एक छोटा-सा मंदिर है, जिसके शीर्ष पर एक त्रिशूल और झंडा लगा हुआ है. मंदिर के कपाट के ऊपर राधा-कृष्ण की छवि नजर आ रही है. कृष्ण जी के हाथों में मुरली है. मंदिर के कपाट स्थानीय लोगों ने खोले थे और फिर मंदिर की साफ-सफाई की थी. मंदिर के आसपास बड़ी-बड़ी इमारतें हैं. इन इमारतों के बीच मंदिर छिपा हुआ-सा नजर आ रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अब यहां प्रतिदिन पूजा हुआ करेगी.