- Hindi News
- राज्य
- चंडीगढ़
Category चंडीगढ़
<% catList.forEach(function(cat){ %>
<%= cat.label %>
<% }); %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<% if(node_description!==false) { %>
<%= node_description %>
<% } %>
<% catList.forEach(function(cat){ %>
<%= cat.label %>
<% }); %>
ED ने पूर्व रेल मंत्री पवन बंसल के भांजे के दफ्तर और घर पर की रेड, पढ़ें क्या पूरा मामला
Published On
ED ने ये रेड JTL इन्फ्रास्ट्रक्चर ग्रुप नामक कंपनी के खिलाफ मिली शिकायत के आधार पर की है. सूत्रों के अनुसार ED की इस रेड में उन्हें कई अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं.
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूर्व रेल मंत्री पवन कुमार बंसल के भांजे विजय सिंगला के ठिकानों पर छापेमारी की है. ED ने विजय सिंगला के सेक्टर 28 के मकान नंबर 105 और 106 पर छापेमारी की है. विजय सिंगला के घर के साथ-साथ उनके दफ्तर पर भी रेड की गई है. ED ने ये रेड JTL इन्फ्रास्ट्रक्चर ग्रुप नामक कंपनी के खिलाफ मिली शिकायत के आधार पर की है. सूत्रों के अनुसार ED की इस रेड में उन्हें कई अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं.
सूत्रों के अनुसार, विजय सिंगला के सेक्टर 28 स्थित मकान नंबर 105 और 106 में ईडी की टीम ने सुबह से ही दस्तक दी और वहां तलाशी अभियान चलाया. इसके साथ ही, उनके दफ्तर जो कि सेक्टर 28 के SCO नंबर 18/19 में स्थित है, वहां भी ईडी की रेड जारी रही. हालांकि, अब तक ईडी की ओर से इस छापेमारी को लेकर कोई आधिकारिक बयान या खुलासा नहीं किया गया है. लेकिन इतनी बड़ी कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है, और मामले से जुड़े राजनीतिक और कारोबारी हलकों में भी हलचल देखी जा रही है. ईडी की टीम अभी भी संबंधित ठिकानों पर जांच में जुटी हुई है, और आने वाले दिनों में इस मामले में और खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है.
'तुम्हें डिजिटल अरेस्ट कर देंगे', रिटायर्ड कर्नल ने गवाएं 3.5 करोड़, कहीं आप भी न फंस जाए इस जाल में
Published On
'तुम्हें डिजिटल अरेस्ट कर देंगे', रिटायर्ड कर्नल ने गवाएं 3.5 करोड़, कहीं आप भी न फंस जाए इस जाल में
इस मामले में आरोपियों को पहले से ही कर्नल के बारे में जानकारी थी और उन्होंने इसी जानकारी के आधार पर उन्हें टारगेट किया. पीड़ित को डराने के लिए विभिन्न तरीके अपनाए गए थे.
चंडीगढ़ में सेना के एक सेवानिवृत्त अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट करने की धमकी देकर उनसे लगभग 3.5 करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. इस मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जांच जारी है. चंडीगढ़ की एसपी गीतांजलि खंडेलवाल ने बताया कि यह एक डिजिटल अरेस्ट का मामला है, जिसमें पीड़ित कर्नल को बताया गया कि उनका बैंक खाता मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा हुआ है. इसके बाद एक कोर्ट का दृश्य उन्हें ऑनलाइन दिखाया गया, जिसमें एक जज और पुलिस अधिकारी थे. इस दौरान उन्हें यह धमकी दी गई कि अगर वे तुरंत पेमेंट नहीं करते हैं, तो उन्हें डिजिटल अरेस्ट किया जाएगा.
आखिर कैसे हुई ठगी
पीड़ित कर्नल को डराया गया कि यदि वह पैसे नहीं देंगे, तो उनकी पूरी सेवा खराब हो जाएगी और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इस दबाव में कर्नल ने 10-12 दिन के भीतर 3.5 करोड़ रुपये की राशि गंवा दी. हालांकि, पुलिस ने कुछ रकम को फ्रीज करवा लिया है और ठगी की रकम को वसूलने का प्रयास कर रही है. पुलिस ने यह भी बताया कि पहले ही निकाले गए पैसे को लेकर आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.
इस मामले में आरोपियों को पहले से ही कर्नल के बारे में जानकारी थी और उन्होंने इसी जानकारी के आधार पर उन्हें टारगेट किया. पीड़ित को डराने के लिए विभिन्न तरीके अपनाए गए थे. इस घटना के बाद चंडीगढ़ पुलिस ने वरिष्ठ नागरिकों को जागरूक करने के लिए एक विशेष मुहिम शुरू की है. इस मुहिम के तहत पुलिस उनके घर जाकर उन्हें साइबर अपराध के बारे में जानकारी देगी और उन्हें बताएगी कि कैसे वे ऐसे धोखाधड़ी के मामलों से बच सकते हैं. पुलिस ने कहा कि यह अभियान खासतौर पर अकेले रहने वाले सीनियर सिटीजन को ध्यान में रखते हुए चलाया जा रहा है.
एसपी गीतांजलि खंडेलवाल ने कहा कि पुलिस की प्राथमिकता यह है कि जितना अधिक हो सके ठगी गई रकम को वसूल किया जाए और अपराधियों को गिरफ्तार किया जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि यह मामला इस बात का प्रतीक है कि साइबर अपराधियों के तरीके लगातार बदल रहे हैं, और इसे लेकर जागरूकता फैलाना बहुत जरूरी है.
शिरोमणी अकाली दल ने मनप्रीत अयाली द्वारा आप मंत्री हरजोत बैंस के साथ मिलकर श्री अकाल तख्त के जत्थेदार की नियुक्ति के लिए नियम और कानून बनाने के लिए विधानसभा से हस्तक्षेप की मांग करने की कड़ी निंदा की
Published On
प्रेस विज्ञप्ति
शिरोमणी अकाली दल ने मनप्रीत अयाली द्वारा आप मंत्री हरजोत बैंस के साथ मिलकर श्री अकाल तख्त के जत्थेदार की नियुक्ति के लिए नियम और कानून बनाने के लिए विधानसभा से हस्तक्षेप की मांग करने की कड़ी निंदा की
चंडीगढ़/28मार्च: शिरोमणी अकाली दल ने आज श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार की नियुक्ति के लिए नियम और कानून बनाने के लिए विधानसभा के हस्तक्षेप की मांग करने के लिए आम आदमी पार्टी के मंत्री हरजोत बैंस के साथ गठबंधन करने के लिए अलग हुए अकाली नेता मनप्रीत अयाली की निंदा की है।
यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए अकाली नेता डाॅ. दलजीत सिंह चीमा और स. अर्शदीप सिंह कलेर ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब की सर्वोच्चता में विश्वास का दावा करने वाले मनप्रीत अयाली ने राज्य विधानसभा में सर्वोच्च तख्त को राज्य विधानसभा से छोटा बनाकर इसके अधिकार को कम किया है। इससे पता चलता है कि अयाली और बागी नेता केवल अपने तुच्छ राजनीतिक स्वार्थ के लिए श्री अकाल तख्त के नाम का उपयोग कर रहे हैं, क्योंकि एक तरफ वे श्री अकाल तख्त के नाम पर सदस्यता अभियान चला रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ वे तख्त के जत्थेदार की नियुक्ति के लिए नियम बनाने और इसके सेवादारों पर शर्तें निर्धारित करने पर विधानसभा में चर्चा कर रहे हैं। नेताओं ने कहा कि बागी अकाली नेताओं से इस मुददे पर अपना रूख स्पष्ट करना चाहिए।
डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने श्री अकाल तख्त के जत्थेदार की नियुक्ति के लिए नियम और कानून बनाने पर चर्चा शुरू करने की कोशिश करने के लिए हरजोत बैंस की भी निंदा की। उन्होने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि तख्त के सिद्धांतों पर विश्वास न करने वाले बैंस ने इस चर्चा की शुरूआत की।
अकाली नेता ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां को तत्काल चर्चा रोक देनी चाहिए थी। उन्होने कहा,‘‘ क्या अध्यक्ष, विधानसभा में अन्य धर्मों के मुददों पर चर्चा की अनुमति देंगें?’’ उन्होने कहा कि पूरी चर्चा को विधानसभा के रिकाॅर्ड से हटा दिया जाना चाहिए, क्योंकि इससे सिख समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि अयाली वास्तव में तख्त के अधिकार को कमतर करने के लिए आप सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होने कहा,‘‘ ‘‘ इस चर्चा की कोई जरूरत नही है, क्योंकि शिरोमणी कमेटी के अध्यक्ष ने यह स्पष्ट कर दिया है कि एसजीपीसी, श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदारों की नियुक्ति के लिए नियम बनाएगी और इस मकसद के लिए पांच मेंबरीय कमेटी का गठन भी किया गया है।
NIA ने चंडीगढ़ ग्रेनेड हमला मामले में रिंदा, हैप्पी समेत 2 अन्य बीकेआई आतंकवादियों के खिलाफ चार्जशीट दर्ज की
Published On
NIA ने चंडीगढ़ ग्रेनेड हमला मामले में रिंदा, हैप्पी समेत 2 अन्य बीकेआई आतंकवादियों के खिलाफ चार्जशीट दर्ज की
ये दोनों आतंकवादी हमले के मुख्य संचालक और साजिशकर्ता थे. उन्होंने ग्रेनेड हमले को अंजाम देने के लिए चंडीगढ़ में भारत स्थित जमीनी कार्यकर्ताओं को रसद सहायता, आतंकी फंड, हथियार और गोला-बारूद मुहैया कराया था.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 2024 चंडीगढ़ ग्रेनेड हमला मामले में बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) आतंकवादी संगठन के चार आतंकवादी गुर्गों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है. आरोप पत्र में शामिल आरोपियों में पाकिस्तान स्थित नामित व्यक्तिगत आतंकवादी हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा और अमेरिका स्थित हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया शामिल हैं.
ये दोनों आतंकवादी हमले के मुख्य संचालक और साजिशकर्ता थे. उन्होंने ग्रेनेड हमले को अंजाम देने के लिए चंडीगढ़ में भारत स्थित जमीनी कार्यकर्ताओं को रसद सहायता, आतंकी फंड, हथियार और गोला-बारूद मुहैया कराया था. सितम्बर 2024 के हमले का उद्देश्य पंजाब पुलिस के एक सेवानिवृत्त अधिकारी को निशाना बनाना था.
जांच से पता चला कि रिंदा ने हैप्पी पासिया के साथ मिलकर ग्रेनेड हमले के जरिए कानून प्रवर्तन अधिकारियों और आम जनता में दहशत फैलाने की साजिश रची थी, जिसका उद्देश्य बीकेआई के आतंकवादी एजेंडे को बढ़ावा देना था. उन्होंने रोहन मसीह और विशाल मसीह जैसे स्थानीय गुर्गों को भर्ती किया था, जिन्हें उनके सीधे निर्देशों के तहत हमला करने का काम सौंपा गया था.
जांच में पता चला कि रिंदा और हैप्पी ने अन्य आरोपियों रोहन मसीह और विशाल मसीह को ग्रेनेड फेंकने से पहले लक्ष्य पर दो बार निगरानी रखने का निर्देश दिया था. चंडीगढ़ की विशेष एनआईए अदालत के समक्ष दायर आरोपपत्र में, सभी चार आरोपियों पर हमले की योजना बनाने और समर्थन करने में उनकी भूमिका के लिए गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए), विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और अन्य संबंधित प्रावधानों की कई धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं.
मामले की जांच जारी है और एनआईए बीकेआई आतंकवादी समूह के अन्य सदस्यों का पता लगाने और भारत में उसके नेटवर्क को खत्म करने की कोशिश कर रही है.
चंडीगढ़ धमाका मामला: पाकिस्तान के ग्रेनेड का हुआ इस्तेमाल, NIA चार्जशीट में हुई कई बड़े खुलासे
Published On
चंडीगढ़ धमाका मामला: पाकिस्तान के ग्रेनेड का हुआ इस्तेमाल, NIA चार्जशीट में हुई कई बड़े खुलासे
चंडीगढ़ के सेक्टर-10 में एक कोठी में एक ऑटो से आए कुछ लोगों ने ग्रेनेड फेंक कर हमला किया था. जिससे घर के टूट गए थे. हाउस नंबर 575 में घर का शीशा टूट जाने की बात सामने आई थी.
चंडीगढ़ में पिछले साल 10 सितंबर को सेक्टर 10 में कोठी में किए गए हैंड ग्रेनेड ब्लास्ट मामले में NIA ने कई बड़े खुलासे किए हैं. NIA ने स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है. इस चार्जशीट में कहा गया है कि उस दौरान कोठी में धमाके के लिए जिस हैंड ग्रेनेड का इस्तेमाल किया गया था वो पाकिस्तान में तैयार किया गया था. वह पाकिस्तान में बना HG-84 था. NIA ने चार्जशीट में पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा और यूएसए से ऑपरेट कर रहे गैंगस्टर से आतंकी बने हैप्पी पसियां को भी बतौर आरोपी शामिल किया है.इन दोनों ही आतंकियों के इशारे पर वारदात को अंजाम दिया गया. ड्रोन के माध्यम से पाकिस्तान से पंजाब के रास्ते चंडीगढ़ में हैंड ग्रेनेड भेजे जाने की आशंका है. इस मामले में NIA ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है और अब मामले की अगली सुनवाई 15 अप्रैल को होगी.
आपको बता दें कि चंडीगढ़ के सेक्टर-10 में एक कोठी में एक ऑटो से आए कुछ लोगों ने ग्रेनेड फेंक कर हमला किया था. जिससे घर के टूट गए थे. हाउस नंबर 575 में घर का शीशा टूट जाने की बात सामने आई थी. घटना में किसी को चोट नहीं लगी थी. अब इस मामले में जांच के दौरान दावा किया गया है कि इस घटना में निशाने पर पंजाब के रिटायर SP (Retired SP of Punjab) थे. वो आतंकवाद से जुड़े मामलों की जांच कर चुके हैं.
इस मामले में अमेरिका और पाकिस्तान में बैठे खालिस्तानी आतंकी पर एजेंसियों को शक था. साल 2023 में भी पूर्व एसपी पर अटैक की योजना बनाई गई थी और इसी कोठी की रेकी की गई थी लेकिन प्लान फेल हो गया था.
'तीन दिन में हरियाणा की तरफ खुल जाएंगे रास्ते...' किसानों की घर वापसी पर बोले केंद्रीय मंत्री बिट्टू
Published On
'तीन दिन में हरियाणा की तरफ खुल जाएंगे रास्ते...' किसानों की घर वापसी पर बोले केंद्रीय मंत्री बिट्टू
केंद्रीय राज्य मंत्री ने बताया कि शंभू बॉर्डर पर दीवार और बैरिकेड्स की वजह से उसे हटाने में थोड़ा समय लगेगा, लेकिन उन्होंने भरोसा दिलाया कि तीन दिन के अंदर रास्ते खोल दिए जाएंगे.
केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने गुरुवार को पंजाब के बॉर्डर के रास्तों को हरियाणा की तरफ से तीन दिन में खोलने का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ उनकी बातचीत के बाद यह तय हुआ कि अब जब धरना खत्म हो गया है, तो हरियाणा की तरफ से बॉर्डर के रास्ते सभी के लिए खोल दिए जाएंगे.
केंद्रीय राज्य मंत्री ने बताया कि शंभू बॉर्डर पर दीवार और बैरिकेड्स की वजह से उसे हटाने में थोड़ा समय लगेगा, लेकिन उन्होंने भरोसा दिलाया कि तीन दिन के अंदर रास्ते खोल दिए जाएंगे. वहीं, कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब सरकार और मुख्यमंत्री भगवंत मान पर किसान नेताओं के साथ धोखा करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मान सरकार ने किसान नेताओं को मीटिंग के लिए चंडीगढ़ बुलाया था, लेकिन बाद में उन्हें पुलिस द्वारा गिरफ्तार करवा दिया.
बाजवा ने दावा किया कि यह घटनाक्रम भाजपा और आम आदमी पार्टी की रणनीति का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि मान सरकार ने न केवल किसानों, बल्कि हर वर्ग को धोखा दिया है. उन्होंने मान को 'पंजाब का एकनाथ शिंदे' बताते हुए कड़ी आलोचना की और कहा कि यह धोखा विधानसभा सत्र में गूंजेगा.
बाजवा ने आगे कहा कि वह लंबे समय से यह चेतावनी दे रहे थे कि भाजपा और आप एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, और अब उनकी बात सच साबित हुई है. उन्होंने दावा किया कि भगवंत मान पंजाब में भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं और किसानों को धोखा दे रहे हैं. वह इस मुद्दे को विधानसभा सत्र में जोर-शोर से उठाने का वादा करते हैं.
बता दें कि हरियाणा पुलिस ने गुरुवार सुबह विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने के लिए लगाए गए कंक्रीट के बैरिकेड्स हटाना शुरू कर दिया. इससे पहले बुधवार को पंजाब पुलिस ने देर शाम धरना स्थल को खाली करा दिया और अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे किसानों को हटा दिया था.
विवादित झंडा मामले के बाद पंजाब में हिमाचल की बस पर हमला, नकाबपोश हमलावरों ने की तोड़फोड़
Published On
पंजाब के मोहाली में हिमाचल रोडवेज की बस पर अटैक हुआ है। हिमाचल रोडवेज की ये बस चंडीगढ़ से हिमाचल के हमीरपुर जा रही थी। इस हमले को विवादित झंडे के मामले से जोड़कर देखा जा रहा है।
विवादित झंडे को लेकर हिमाचल और पंजाब के बीच दंगल बढ़ता जा रहा है। पंजाब में अब हिमाचल प्रदेश की बसों पर हमले शुरू हो गए हैं। बड़ी खबर है कि मोहाली के खरड़ में हिमाचल रोडवेज की बस पर अटैक हुआ है। हिमाचल रोडवेज की ये बस चंडीगढ़ से हिमाचल के हमीरपुर जा रही थी।
इस बीच, खरड़ फ्लाईओवर पर दो अज्ञात लोगों ने बस को रोककर उस पर डंडे से अटैक कर दिया। हमले में हिमाचल रोडवेज की बस के आगे के विंडशील्ड और कुछ खिड़कियों के शीशे टूट गए हैं। ड्राइवर और कंडक्टर ने बताया है कि हमलावर चेहरे को ढककर आए थे। वो कार से आए थे,नंबर प्लेट को छुपाने के लिए उसके ऊपर स्टीकर चिपका दिया गया था।
ड्राइवर ने घटना के बारे में बताया
ड्राइवर और कंडक्टर ने बताया, "यह बस चंडीगढ़ से हमीरपुर जा रही थी। मंगलवार शाम 6:15 बजे बस चंडीगढ़ से चली और करीब 6:50 पर दो लड़के जो की सफेद रंग की कार में थे रुकने का इशारा किया। जैसे ही मैंने बस रोकी, तो उन्होंने आगे वाले शीशे तोड़े। फिर पीछे शीशे तोड़े। इसके बाद वो भाग गए। कार की नंबर प्लेट को सफेद रंग से ढका हुआ था। सवारियों को कोई नुकसान नहीं हुआ है।"
क्या है झंडा विवाद मामला?
दरअसल, बीते दिनों हिमाचल में खालिस्तान समर्थकों द्वारा झंडे लहराए जाने का मामला सामने आया था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। कई जगहों से झंडा हटाने पर विवाद भी हुआ था और हाथापाई तक बात बढ़ गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर कड़ा संज्ञान लिया। इसके बाद पंजाब में भिंडरावाला के समर्थकों ने हिमाचल की बसों पर ही भिंडरावाला के पोस्टर लगा दिए। अब पंजाब में हिमाचल की बस पर हमला का मामला सामने आया है।
ये भी पढ़ें-
"उन्हें उत्तर भारत के लोगों को 'नीचा दिखाने' में बहुत मजा आता है", भाषा विवाद के बीच बीजेपी का आरोप
टेकऑफ के कुछ देर बाद समुद्र में क्रैश हुआ विमान, मशहूर संगीतकार समेत 12 लोगों की मौत
टेंटों पर चलाया बुलडोजर, हिरासत में किसान नेता.. पंजाब पुलिस ने 13 महीने बाद खाली कराया शंभू और खनौरी बॉर्डर
Published On
पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर पिछले 13 महीने से हजारों किसान फसलों की एमएसपी समेत कई मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे. बुधवार दोपहर एक उम्मीद की किरण जागी, जब केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल ने किसान नेताओं को भरोसा दिलाया कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है. लेकिन शाम होते-होते किसान आंदोलन को बड़ा झटका लगा, जब पंजाब पुलिस ने शंभू और खनौरी बॉर्डर से किसानों को खदेड़ दिया और उनके टेंटों पर बुलडोजर चला दिया. इससे पहले पुलिस ने किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल सहित कई किसान नेताओं को केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के बाद लौटते समय मोहाली में हिरासत में ले लिया था, ताकि कोई बड़ा बवाल न खड़ा हो जाए. हालांकि, इसके बावजूद किसानों ने टेंटों को हटाने से रोकने का विरोध किया, लेकिन पुलिस पूरी तैयारी के साथ आई थी.
पंजाब पुलिस ने बुधवार को पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर किसानों द्वारा लगाए गए धरने को समाप्त करा दिया और टेंटों को तोड़ दिया. किसानों की एक बड़ी संख्या अपनी विभिन्न मांगों को लेकर यहां धरने पर बैठी थी.
शंभू बॉर्डर पर पुलिस की तैनाती काफी बढ़ा दी गई थी. पुलिस ने किसान मजदूर मोर्चा का कार्यालय और किसानों द्वारा बनाए गए पक्के मोर्चों को तोड़ दिया. पुलिस ने बुलडोजर चलाकर किसान मजदूर मोर्चा के कार्यालय और मंच को ध्वस्त कर दिया है. पुलिस की इस कार्रवाई के तहत शंभू बॉर्डर से किसानों को हटाया जा रहा है और धरने की पूरी व्यवस्था को ध्वस्त किया जा रहा है.
पंजाब पुलिस की ओर से डीआईजी हरमिंदर सिंह गिल ने कहा कि अब तक 40 से 50 किसानों ने सरेंडर किया है. उन्होंने आगे बताया कि यदि कोई किसान गिरफ्तारी के लिए कहेगा, तो उसे गिरफ्तार किया जाएगा, जबकि अगर कोई छोड़ने की मांग करेगा तो उसे छोड़ दिया जाएगा. ऐसा नहीं है कि हमने उन्हें बंधक बना लिया है.
इससे पहले, शंभू बॉर्डर पर भारी पुलिस बल की तैनाती और दर्जनों एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और बुलडोजर की तैनाती को लेकर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा है कि हम कहना चाहते हैं कि हमें मारे बिना यहां से मोर्चा खाली नहीं हो सकता है. हम पंजाब, हरियाणा के किसानों से कहना चाहते हैं कि एक-एक ट्रॉली यहां लेकर आ जाओ, यह मसला किसी न किसी ओर जाएगा. अंतिम सांस तक लड़ेंगे. सरकार बड़ी है, लेकिन जनता से बड़ी नहीं हो सकती है.
किसानों की फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित अन्य मांगों पर चर्चा के वास्ते किसान नेताओं और केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के बीच चंडीगढ़ में बुधवार को आयोजित सातवें दौर की बातचीत बेनतीजा रही. हालांकि, बाचतीत में शामिल केंद्रीय मंत्रियों ने किसानों के हित को सर्वोपरि बताया. तीन घंटे से अधिक समय तक चली बातचीत के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वार्ता जारी रहेगी और अगली बैठक चार मई को होगी.
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने किसानों को प्रदर्शन स्थलों से हटाए जाने को उचित ठहराते हुए कहा कि राज्य के लिए जीवनरेखा सरीखे दोनों राजमार्गों के लंबे समय तक बंद रहने से उद्योग और कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने किसान नेताओं को हिरासत में लेने की कड़ी निंदा की और आरोप लगाया कि पंजाब की ‘आप' सरकार केंद्र और किसानों के बीच वार्ता को ‘विफल' करने की कोशिश कर रही है.
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने पंजाब पुलिस द्वारा कई किसान नेताओं को ‘धोखे से' हिरासत में लेने की निंदा की और इसे देश के अन्नदाताओं का ‘बड़ा अपमान' करार दिया, जो अपनी 'वैध' मांगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
एसजीपीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने यहां जारी एक बयान में कहा कि यह बेहद दुखद है कि जिन किसानों ने देश की प्रगति, समृद्धि और अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, वे आज सरकारों की ‘किसान विरोधी' नीतियों के कारण पीड़ित हैं.
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी किसान दिल्ली कूच करने से रोके जाने के बाद पिछले साल 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू (शंभू-अंबाला) और खनौरी (संगरूर-जींद) सीमा पर डेरा डाले हुए थे.
पंजाब पुलिस ने 538 स्थानों पर छापेमारी करके मादक पदार्थ से जुड़े 112 तस्कर गिरफ्तार किए
Published On
पंजाब पुलिस ने 538 स्थानों पर छापेमारी करके मादक पदार्थ से जुड़े 112 तस्कर गिरफ्तार किए
विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला ने बताया कि 1,600 से अधिक पुलिसकर्मियों वाली 220 से अधिक पुलिस टीमों ने पूरे राज्य में छापेमारी की और दिनभर चले अभियान के दौरान 610 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की.
पंजाब में पुलिस ने मादक पदार्थ रोधी अभियान के तहत 538 स्थानों पर छापेमारी करके मादक पदार्थ के 112 तस्करों को गिरफ्तार किया. पंजाब पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी. इसके साथ ही अभियान के दौरान की गई कुल गिरफ्तारियों की संख्या केवल 10 दिनों में 1,436 तक पहुंच गई है. आज की गई छापेमारी में गिरफ्तार किए गए मादक पदार्थ तस्करों के कब्जे से 1.8 किलोग्राम हेरोइन, 200 ग्राम अफीम, 15 किलोग्राम पोस्त, 3,874 नशीली गोलियां व इंजेक्शन और 1.2 लाख रुपये नकद बरामद किए गए. यह अभियान पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव के निर्देश पर चलाया गया.
सफल रहा अभियान: आप
विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला ने बताया कि 1,600 से अधिक पुलिसकर्मियों वाली 220 से अधिक पुलिस टीमों ने पूरे राज्य में छापेमारी की और दिनभर चले अभियान के दौरान 610 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की. इस बीच आम आदमी पार्टी (आप) की पंजाब इकाई के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि आप सरकार ने पिछले 10 दिनों में राज्य में नशे के खिलाफ अपने अभियान में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है. उन्होंने कहा कि मादक पदार्थ के खिलाफ अभियान के तहत पुलिस ने स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) के तहत 988 प्राथमिकी दर्ज की हैं.
प्लॉट देने के नाम पर पैसे जुटाए और शेल कंपनियों में लगाए...! WTC ग्रुप के प्रमोटर आशीष भल्ला गिरफ्तार
Published On
प्लॉट देने के नाम पर पैसे जुटाए और शेल कंपनियों में लगाए...! WTC ग्रुप के प्रमोटर आशीष भल्ला गिरफ्तार
ईडी ने 27 फरवरी 2024 को पीएमएलए के तहत तलाशी अभियान चलाया था, लेकिन उस दौरान आशीष भल्ला फरार रहे. और उन्होंने जांच में जुड़े कई लोगों को प्रभावित करने की कोशिश की. आशीष भल्ला को 6 मार्च 2025 को पीएमएलए के तहत गिरफ्तार किया गया.
प्रवर्तन निदेशालय ने (ED) ने धन-शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के प्रावधानों के तहत डब्ल्यूटीसी ग्रुप (WTC Group) के प्रमोटर आशीष भल्ला को रियल एस्टेट धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया है. इस धोखाधड़ी में हजारों निवेशकों से योजनाबद्ध साजिश के तहत पैसे ऐंठे गए. जांच के दौरान यह सामने आया कि निवेशकों से प्लॉट और कमर्शियल स्पेस के बदले अश्योर्ड रिटर्न का वादा कर पैसे जमा करवाए गए, लेकिन इन पैसों को शेल कंपनियों के जरिए हेराफेरी करके कई जगहों पर जमीन खरीदने में लगा दिया गया.
इसके अलावा, सैकड़ों करोड़ रुपये सिंगापुर की संदिग्ध संस्थाओं में भेजे गए, जिनके लाभकारी मालिक (Beneficial Owner) आशीष भल्ला के परिवार के सदस्य हैं. जांच में यह भी सामने आया कि डब्ल्यूटीसी ग्रुप ने हरियाणा, यूपी, चंडीगढ़, अहमदाबाद, पंजाब सहित कई राज्यों में निवेशकों से 3000 करोड़ रुपये से अधिक पैसे इकठ्ठा किए.
इससे पहले ईडी ने 27 फरवरी 2024 को पीएमएलए के तहत तलाशी अभियान चलाया था, लेकिन उस दौरान आशीष भल्ला फरार रहे. और उन्होंने जांच में जुड़े कई लोगों को प्रभावित करने की कोशिश की. आशीष भल्ला को 6 मार्च 2025 को पीएमएलए के तहत गिरफ्तार किया गया. गुरुग्राम कोर्ट ने ईडी को 6 दिनों की कस्टडी दी है. इस मामले में जांच जारी है.
ईडी के गुरुग्राम जोनल कार्यालय ने 27 फरवरी को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत डब्ल्यूटीसी समूह और प्रमोटर आशीष भल्ला और भूटानी समूह और उसके प्रमोटर आशीष भूटानी के खिलाफ दिल्ली, फरीदाबाद और एनसीआर क्षेत्र में 12 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया था. एजेंसी ने दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू), पीएस बीपीटीपी फरीदाबाद और पीएस फरीदाबाद सेंट्रल द्वारा दर्ज दर्जनों एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की, जो सैकड़ों घर खरीदारों और निवेशकों की शिकायतों के आधार पर डब्ल्यूटीसी ग्रुप और उसके प्रमोटरों और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात और आरोपी कंपनियों/व्यक्तियों द्वारा सैकड़ों घर खरीदारों के खिलाफ धोखाधड़ी के लिए दर्ज की गई थी.
एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि डब्ल्यूटीसी फरीदाबाद इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड और उसके प्रमोटरों ने लोगों को फरीदाबाद के सेक्टर 111-114 में अपनी परियोजना में निवेश करने का लालच दिया था. इसके बदले में आवासीय प्लॉट आवंटित किए जाने थे. ईडी के अनुसार, प्रमोटरों/निदेशकों ने एक आपराधिक साजिश रची और निर्धारित समय के भीतर परियोजना को पूरा नहीं करके और 10 साल से अधिक समय तक खरीदारों को प्लॉट्स की डिलीवरी न करके, उनकी मेहनत की कमाई को हड़प लिया.
होली पर बिहार, UP, झारखंड जाने के लिए चलेंगी 250 से अधिक स्पेशल ट्रेन, देखें लिस्ट
Published On
होली पर बिहार, UP, झारखंड जाने के लिए चलेंगी 250 से अधिक स्पेशल ट्रेन, देखें लिस्ट
होली को देखते हुए उत्तर रेलवे की ओर से 250 से अधिक स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी. इनमें कई ट्रेनों की घोषणा कर दी गई है. यहां देखें लिस्ट.
इस बार होली 14 मार्च को मनाई जाएगी. होली को लेकर पूरे देश में अब धीरे-धीरे माहौल बनने लगा है. अपने शहर से दूर अलग-अलग शहरों में रोजी-रोजगार का काम कर रहे लोग होली पर घर लौटने की तैयारी में हैं. लेकिन होली, छठ सहित अन्य मौकों पर ट्रेन टिकट को लेकर काफी मारामारी होती है. लेकिन अब होली पर यूपी-बिहार-झारखंड जाने वाले लोगों के लिए खुशखबरी है. नई दिल्ली-आनंद विहार, हजरत निजामुद्दीन और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशनों से यात्रियों की सहूलियत को देखते हुए उत्तर रेलवे 250 से अधिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन करेगा. होली पर उत्तर रेलवे की तैयारियों को लेकर उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय से बात की.
हिमांशु शेखर ने बताया कि सनातन धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक होली का पर्व है. घर से दूर काम या व्यवसाय करने वाले कई लोग घर पर अपनों के साथ होली का त्योहार मनाना चाहते हैं. इसके लिए उत्तर रेलवे ने यात्रियों के लिए विशेष इंतजाम किए हैं. हर बड़े स्टेशन जैसे नई दिल्ली, आनंद विहार और अन्य महत्वपूर्ण स्टेशनों पर जहां बड़ी संख्या में लोग ट्रेन पकड़ने आते हैं, वहां पुख्ता व्यवस्था की गई है. यात्रियों की सुरक्षा में कर्मियों की ड्यूटी बढ़ाई गई है.
होली स्पेशल कई ट्रेनों की हो चुकी घोषणा
होली को देखते हुए उत्तर रेलवे की ओर से 250 से अधिक स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी. इनमें कई ट्रेनों की घोषणा कर दी गई है. उन्होंने कहा कि देखने को मिलता है कि त्योहार के सीजन में नई दिल्ली रेलवे स्टेशनों से अधिकतर संख्या में लोग यूपी-बिहार-झारखंड-असम की ओर जाते हैं. इनकी संख्या अन्य की तुलना में काफी ज्यादा होती है. इसलिए इन क्षेत्रों के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं. उन्होंने बताया कि वंदे भारत स्पेशल ट्रेन नई दिल्ली से पटना तक चलाई जाएगी.
उत्तर रेलवे अपनी ओर आरक्षित और अनारक्षित ट्रेनें भी संचालित करेगा. हमारा मकसद है कि होली के त्योहार पर जो लोग अपने घर जा रहे हैं, वे दोबारा स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से अपने कार्यक्षेत्र पर लौट सकें.
दिल्ली से UP के रास्ते बिहार जाने वाली कई होली स्पेशल ट्रेनों की घोषणा कर दी है.यहां देखें कुछ स्पेशल ट्रेनों की लिस्ट और रूट
ट्रेन नंबर 04018/04017 आनंद विहार-मुजफ्फरपुर-आनंद विहार फेस्टिवल स्पेशल को बापूधाम मोतीहारी, रक्सौल, गोरखपुर के रास्ते चलाया जाएगा. यह ट्रेन आनंद विहार टर्मिनल से 13 एवं 20 मार्च को सुबह 9.00 बजे खुलकर अगले दिन सुबह 6.00 बजे मुजफ्फरपुर पहुंचेगी. वहीं, मुजफ्फरपुर से 7, 14 और 21 मार्च सुबह 7.30 बजे खुलकर
ट्रेन नंबर 04062/04061 दिल्ली-पटना-दिल्ली सुपरफास्ट उत्सव विशेष (डीडीयू-प्रयागराज-गाजियाबाद मार्ग से): दिल्ली से पटना के लिए यह ट्रेन 07 मार्च से 17 मार्च, 2025 तक रोजाना रात 23:55 बजे प्रस्थान कर अगले दिन शाम 16:40 बजे पटना पहुंचेगी. वापसी में, पटना से दिल्ली के लिए यह 07 मार्च से 18 मार्च, 2025 तक रोजाना शाम 17:50 बजे रवाना होगी और अगले दिन सुबह 10:25 बजे दिल्ली पहुंचेगी.
ट्रेन नंबर 04064/04063 नई दिल्ली-गया-नई दिल्ली सुपरफास्ट उत्सव विशेष (डीडीयू-प्रयागराज मार्ग से): नई दिल्ली से गया के लिए यह ट्रेन 10, 13 और 17 मार्च, 2025 को सुबह 09:30 बजे रवाना होगी और अगले दिन रात 01:50 बजे गया पहुंचेगी. वापसी में, यह 07, 11, 14 और 18 मार्च को सुबह 06:40 बजे गया से चलेगी और उसी दिन रात 23:35 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी.
.
ट्रेन नंबर 04302/04301 योगनगरी ऋषिकेश-मुजफ्फरपुर-योगनगरी ऋषिकेश उत्सव विशेष (हाजीपुर-गोरखपुर-गोण्डा-मुरादाबाद-हरिद्वार मार्ग से): यह ट्रेन योगनगरी ऋषिकेश से 10, 13 और 17 मार्च, 2025 को सुबह 09:20 बजे चलेगी और अगले दिन सुबह 07:30 बजे मुजफ्फरपुर पहुंचेगी. वापसी में, यह 07, 11, 14 और 18 मार्च को सुबह 09:00 बजे मुजफ्फरपुर से रवाना होगी और अगले दिन सुबह 08:10 बजे योगनगरी ऋषिकेश पहुंचेगी.
ट्रेन नंबर 04028/04027 आनंद विहार-जोगबनी-आनंद विहार उत्सव विशेष (पूर्णिया-कटिहार-बरौनी-हाजीपुर-गोरखपुर मार्ग से): यह ट्रेन आनंद विहार से 13 और 20 मार्च, 2025 को रात 23:55 बजे चलेगी और तीसरे दिन सुबह 03:00 बजे जोगबनी पहुंचेगी. वापसी में, यह 08, 15 और 22 मार्च को सुबह 09:45 बजे जोगबनी से रवाना होगी और अगले दिन दोपहर 12:25 बजे आनंद विहार पहुंचेगी.
ट्रेन नंबर 04602/04601 अमृतसर-सहरसा-अमृतसर उत्सव विशेष (बरौनी-समस्तीपुर-हाजीपुर-गोरखपुर-मुरादाबाद-यमुनानगर जगाधरी-लुधियाना मार्ग से): यह ट्रेन अमृतसर से 08, 12 और 16 मार्च, 2025 को रात 20:10 बजे चलेगी और तीसरे दिन सुबह 05:00 बजे सहरसा पहुंचेगी. वापसी में, यह 10, 14 और 18 मार्च को सुबह 10:00 बजे सहरसा से रवाना होगी और अगले दिन शाम 18:20 बजे अमृतसर पहुंचेगी.
ट्रेन नंबर 04502/04501 सरहिंद-जयनगर-सरहिंद उत्सव विशेष (दरभंगा-समस्तीपुर-हाजीपुर-गोरखपुर-लखनऊ-यमुनानगर जगाधरी-अम्बाला कैंट मार्ग से): यह ट्रेन सरहिंद से 07, 13 और 17 मार्च, 2025 को दोपहर 13:00 बजे चलेगी और अगले दिन रात 19:45 बजे जयनगर पहुंचेगी. वापसी में, यह 08, 14 और 18 मार्च को रात 23:30 बजे जयनगर से रवाना होगी और तीसरे दिन सुबह 05:15 बजे सरहिंद पहुंचेगी.
पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग का भाई गिरफ्तार, जानें क्या है पूरा मामला?
Published On
पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग का भाई गिरफ्तार, जानें क्या है पूरा मामला?
वीरेंद्र सहवाग के भाई विनोद सहवाग को मनीमाजरा थाना पुलिस ने 7 करोड़ रुपये के चेक बाउंस मामले में गिरफ्तार किया है.
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के भाई विनोद सहवाग को मनीमाजरा थाना पुलिस ने 7 करोड़ रुपये के चेक बाउंस मामले में गिरफ्तार किया है. अदालत में पेशी के बाद न्यायालय ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. यह मामला जाल्टा फूड एंड बेवरेजेस कंपनी से जुड़ा है, जिसके डायरेक्टर्स विनोद सहवाग, विष्णु मित्तल और सुधीर मल्होत्रा पर 138 NI एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था.
क्या है पूरा मामला?बद्दी (हिमाचल प्रदेश) स्थित श्री नैना प्लास्टिक फैक्ट्री के मालिक कृष्ण मोहन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि दिल्ली की जाल्टा फूड एंड बेवरेजेस कंपनी ने उनकी फैक्ट्री से कुछ सामान खरीदा था. इसके भुगतान के लिए कंपनी ने सात करोड़ रुपये का चेक जारी किया था. लेकिन जब शिकायतकर्ता ने यह चेक मनीमाजरा स्थित ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में जमा किया, तो खाते में पर्याप्त रकम न होने के कारण चेक बाउंस हो गया.
जब शिकायतकर्ता को भुगतान नहीं मिला, तो उन्होंने अदालत में धारा 138 (नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट) के तहत मामला दायर किया. लेकिन जब आरोपी अदालत में पेश नहीं हुए, तो अदालत ने 2022 में तीनों को भगोड़ा घोषित कर दिया और पुलिस को उनके खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया.
अदालत के आदेश के बाद 25 सितंबर 2023 को मनीमाजरा थाना पुलिस ने तीनों आरोपियों पर धारा 174 (कोर्ट के आदेश की अवहेलना) के तहत मामला दर्ज किया था. गिरफ्तारी के बाद विनोद सहवाग ने अपने खिलाफ दर्ज 174 मामलों में जमानत अर्जी दाखिल की है. अदालत ने मनीमाजरा थाना पुलिस को 10 मार्च 2025 तक इस पर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है.
इसके अलावा, चेक बाउंस से जुड़े 138 मामलों की सुनवाई अदालत में होगी. इस सुनवाई में यह तय होगा कि अन्य आरोपियों पर आगे क्या कानूनी कार्रवाई होगी.
पहले भी विवादों में रह चुके हैं विनोद सहवागगौरतलब है कि वीरेंद्र सहवाग के भाई विनोद सहवाग का नाम पहले भी आर्थिक अनियमितताओं और वित्तीय धोखाधड़ी के मामलों में सामने आ चुका है. हालांकि, इस बार उनकी गिरफ्तारी के बाद मामला गंभीर हो चुका है और अदालत के फैसले पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं.