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डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम फरलो पर फिर जेल से आया बाहर, रिसीव करने पहुंची हनीप्रीत
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डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम बुधवार को फरलो पर जेल से बाहर आया। वह इस बार सिरसा के डेरे में रहेगा। आज सुबह वह कड़ी सुरक्षा के बीच रोहतक से सिरसा पहुंच गया।
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह पर हरियाणा सरकार एक बार फिर से मेहरबान हुई है। राम रहीम को सरकार ने 21 दिन की फरलो दी है। आज सुबह राम रहीम रोहतक जेल से बाहर आया। राम रहीम को लेने खुद हनीप्रीत पहुंची। जानकारी के अनुसार, राम रहीम इस बार सिरसा डेरे में रहेगा। बताया जा रहा है कि सिरसा पहुंचने पर राम रहीम सिंह ने एक वीडियो संदेश जारी कर अपने अनुयायियों से आग्रह किया कि वे उनके प्रवास के दौरान डेरा न जाएं।
रेप केस में राम रहीम को मिली है सजा
21 दिन की फरलो मंजूर होने के बाद आज सुबह छह बजकर चालीस मिनट पर राम रहीम पुलिस सुरक्षा के बीच अपने सिरसा डेरे के लिए रवाना हुआ। राम रहीम वर्ष 2017 से रोहतक की सुनारिया जेल में दो साध्वियों के साथ रेप और पत्रकार छत्रपति हत्या के मामले में सजा काट रहा है।
इस वजह से मिली फरलो
राम रहीम को फरलो मिलने का आधार सूत्रों से पता चला है 29 अप्रैल को सिरसा डेरे का स्थापना दिवस है। इस अवसर पर डेरे में एक बड़ा आयोजन राम रहीम करने जा रहा है। डेरे के स्थापना दिवस को मनाने को लेकर राम रहीम ने फरलो के लिए अर्जी लगाई थी। जिसको हरियाणा सरकार ने मंजूर करते हुए उसे 21 दिन की फरलो दी है।
13 बार मिल चुकी है फरलो और पैरोल
इससे पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले राम रहीम 30 दिन की पैरोल मिली थी। 13 बार राम रहीम को पेरोल और फरलो मिल चुकी है। पिछले साल अक्टूबर में उनकी 20 दिन की पैरोल हरियाणा विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले मिली थी। इसी तरह, अगस्त 2023 में 21 दिन की फरलो और 7 फरवरी, 2022 को दी गई एक और फरलो- पंजाब विधानसभा चुनाव से ठीक दो हफ्ते पहले ने आलोचना को जन्म दिया।
क्या है पैरोल और फरलो में अंतर
किसी कैदी को फरलो तब दी जाती है जब उसे पारिवारिक, व्यक्तिगत और सामाजिक जिम्मेदारियां पूरी करनी होती है। एक कैदी को साल भर में तीन बार फरलो दिया जा सकता है। कैदी को उसके अच्छे आचरण- व्यवहार को देखकर फरलो दी जाती है। कैदी को फरलो में कोई ठोस वजह बताने की भी जरुरत नहीं पड़ती। वहीं, पैरोल किसी कैदी को बीमारी, विवाह, परिवार के किसी सदस्य की मौत या अन्य पर्याप्त कारणों के आधार पर दी जाती है। पैरोल की अवधि कैदी की सजा में गिनी जाती है।
हरियाणा के CM नायब सिंह सैनी का बड़ा ऐलान, अग्निवीरों को पुलिस भर्ती में मिलेगा 20 फीसदी आरक्षण
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हरियाणा के CM नायब सिंह सैनी का बड़ा ऐलान, अग्निवीरों को पुलिस भर्ती में मिलेगा 20 फीसदी आरक्षण
Agniveer Reservation: हरियाणा के CM नायब सिंह सैनी ने अग्निवीरों को राज्य की सरकारी नौकरियों में आरक्षण देने की घोषणा की. पुलिस भर्ती में 20% और फोरेस्ट, जेल वार्डन व खनन गार्ड में 10% आरक्षण मिलेगा.
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) ने ट्वीट कर एक अहम फैसले की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अग्निवीर योजना के तहत सेवा दे चुके युवाओं को राज्य में सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिया जाएगा.
इस सिलसिले में आज पंचकूला में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित हुई. इस बैठक में हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) सुमिता मिश्रा, सैनिक एवं अर्धसैनिक कल्याण विभाग के प्रधान सचिव विजयेंद्र कुमार और मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव साकेत कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
अग्निवीरों के लिए 20% आरक्षण- सैनीमुख्यमंत्री सैनी ने बताया कि हरियाणा सरकार ने राज्य पुलिस की भर्ती में अग्निवीरों के लिए 20 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया है. इसके साथ ही, वन विभाग की फोरेस्ट गार्ड भर्ती, जेल विभाग की जेल वार्डन भर्ती तथा खनन विभाग की खनन गार्ड की नौकरियों में भी अग्निवीरों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा.
सीएम सैनी ने कहा कि "अग्निवीर राष्ट्र की सेवा कर चुके हैं और उनके योगदान को सम्मान देने के लिए यह निर्णय लिया गया है. सरकार उन्हें एक बेहतर भविष्य और पुनर्वास का अवसर देना चाहती है."
इस फैसले से न केवल अग्निवीरों को लाभ मिलेगा, बल्कि राज्य की सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था को भी प्रशिक्षित और अनुशासित युवा कर्मियों से मजबूती मिलेगी. सरकार का यह कदम युवाओं को सेना में सेवा के बाद एक स्थायी करियर की दिशा में प्रोत्साहित करेगा.
योजना की घोषणा के तुरंत बाद, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही कहा था कि आरक्षण को बढ़ावा देगी और अग्निवीरों के लिए आरक्षण लाएगी. हरियाणा सरकार के इस फैसले की सोशल मीडिया पर सराहना हो रही है और इसे युवाओं के हित में उठाया गया एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है.
IPL Betting Raid: 123190 रुपये, 8 मोबाइल, लैपटॉप, LED और Wi-Fi बॉक्स…IPL मैच पर सट्टा लगा रहे 4 युवक गिरफ्तार
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IPL Betting Raid: 123190 रुपये, 8 मोबाइल, लैपटॉप, LED और Wi-Fi बॉक्स…IPL मैच पर सट्टा लगा रहे 4 युवक गिरफ्तार
IPL Betting Raid: सोनीपत में पुलिस ने गोहाना रोड बाईपास पर आईपीएल मैच पर सट्टा लगा रहे चार आरोपियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों से 123190 रुपये, आठ मोबाइल, लैपटॉप, एलईडी और वाईफाई बॉक्स बरामद हुए.
हरियाणा के सोनीपत शहर के सेक्टर-27 की टीम ने गोहाना रोड बाईपास स्थित पेट्रोल पंप के पास एक घर में पुलिस ने रेड डाली. बुधवार को छापा मारकर पुलिस ने आईपीएल मैच पर सट्टा लगा रहे चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी लखनऊ और पंजाब की टीमों के मुकाबले पर सट्टा लगा रहे थे. सीआईए की टीम ने आरोपियों से 123190 रुपये, आठ मोबाइल, लैपटॉप, एलईडी और वाईफाई बॉक्स बरामद किया है. पुलिस ने उनके खिलाफ जुआ अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है.
सीआईए सेक्टर-27 प्रभारी अनिल पंवार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि गोहाना रोड बाईपास पर स्थित पेट्रोल पंप के पास एक घर में आईपीएल के मैच पर सट्टा लगाया जा रहा है. दिल्ली कैंप निवासी श्रवण काफी समय से सट्टा बाजार में सक्रिय है और उसके खिलाफ पहले भी मुकदमे दर्ज हैं. वह अपने साथी गांव चिटाना निवासी सुंदर के साथ मिलकर गोहाना रोड बाईपास पर गांव बड़वासनी नहर के पास अपने घर पर सट्टा लगाता है.
इस सूचना पर तुरंत टीम बनाई गई, जिसमें एएसआई संदीप कुमार, हवलदार सुमित, सिपाही अमित और संदीप शामिल थे. टीम ने मौके पर नाकाबंदी कर दी और घर की तलाशी के लिए डीसीपी क्राइम से सर्च वारंट लिया. टीम ने घर में घुसकर जांच की तो चार युवकों को सट्टा लगाते पकड़ा. उनकी पहचान दिल्ली कैंप निवासी श्रवण, मूलरूप से गांव चिटाना हॉल गोहाना रोड बाईपास निवासी सुंदर, सिक्का कॉलोनी निवासी विक्की और रोलद निवासी अनिल के रूप में हुई. पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस टीम ने आरोपियों से जांच के दौरान 123190 रुपये, आठ मोबाइल, लैपटॉप, एलईडी और वाईफाई बॉक्स बरामद किए हैं. आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा. सीआईए सेक्टर-27 प्रभारी अनिल पंवार ने बताया कि पुलिस ने सट्टा लगे रहे चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है और जांच कर रही है.
हरियाणा में बड़ा हादसाः खड़े वाहन से टकराई बोलेरो, गुजरात पुलिस के 3 जवानों की मौत, अफसर घायल
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हरियाणा में बड़ा हादसाः खड़े वाहन से टकराई बोलेरो, गुजरात पुलिस के 3 जवानों की मौत, अफसर घायल
सिरसा में सड़क हादसे में गुजरात पुलिस के तीन जवानों की मौत हो गई और एक अधिकारी घायल हुआ है. हादसा डबवाली के भारत माला रोड पर हुआ. पुलिस जांच कर रही है.
हरियाणा के सिरसा में बड़ा हादसा हुआ है. यहां पर गुजरात पुलिस के तीन जवानों की मौत हो गई है. इनकी गाड़ी एक खड़े वाहन से टकरा गई और तीन कर्मचारियों की मौत हो गई. कुछ अन्य घायल हुए हैं. हादसे के कारणों का पता नहीं चल पाया है. लेकिन सिरसा पुलिस जांच कर रही है.
जानकारी के अनुसार, सिरसा के डबवाली के भारत माला रोड पर बुधवार को सड़क हादसा हुआ और इसमें तीन पुलिस कर्मचारियों की मौत हो गई और एक अन्य अधिकारी घायल हो गया है. बताया जा रहा है कि गुजरात पुलिस की टीम डबवाली क्षेत्र के वेडिंग खेड़ा में किसी मामले की जांच के लिए पहुंची थी.
पुलिस ने बताया कि गुजरात पुलिस की गाड़ी हाईवे पर खड़े एक वाहन से टकरा गई. सूचना मिलते ही NHAI की टीम और पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक और घायल सभी अहमदाबाद सिटी पुलिस के बताए जा रहे हैं. दो मृतकों की पहचान एपीओ सीओ सुनील कुमार, हैडकॉन्स्टेबल प्रकाशभात के रूप में हुई है. दोनों अहमदाबाद सिटी थाना के कर्मचारी बताए जा रहे हैं. सूचना मिलते ही डबवाली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गुजरात पुलिस से संपर्क साधा और मामले की जांच शुरू कर दी है। हादसे के कारणों को लेकर पुलिस गहराई से जांच कर रही है.
सिरसा पुलिस के सदर थाना प्रभारी ब्रह्म प्रकाश ने बताया कि ट्रक या ट्राले से हादसा हुआ है. लेकिन अब तक वाहन के बारे में पता नहीं चला है. अफसर ने बताया कि पंजाब नंबर की गाड़ी की नंबर प्लेट मौके पर मिली है, जिसकी तलाश में पुलिस की टीमें गई हैं. सुबह साढ़े पांच बजे के करीब यह हादसा हुआ था और अब गुजरात पुलिस को घटना की सूचना दे दी गई है. वहां से एक टीम हरियाणा आ रही है.
हरियाणा में जजपा नेता की गोली मारकर हत्या, दो अन्य घायल, मौके से फरार हुआ आरोपी
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हरियाणा में जजपा नेता की गोली मारकर हत्या, दो अन्य घायल, मौके से फरार हुआ आरोपी
जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेता की गोली मारकर हत्या किए जाने के बाद आरोपी वहां से फरार हो गया। पुलिस ने बताया कि गोलीबारी की इस घटना में दो अन्य भी घायल हुए हैं।
हरियाणा के पानीपत में शुक्रवार शाम एक अज्ञात बंदूकधारी ने जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेता रविंदर मिन्ना की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि यह वारदात पानीपत के विकास नगर इलाके में हुई और इसमें दो अन्य लोग घायल हुए हैं।
गोलीबारी की घटना में दो अन्य घायल
पुलिस के मुताबिक, घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। पानीपत के सेक्टर-29 थाना प्रभारी सुभाष ने बताया, 'जजपा नेता रविंदर मिन्ना की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दो अन्य घायल हो गए हैं। हम घटना के सिलसिले में जांच कर रहे हैं।'
घर के पास की गई गोलीबारी
पुलिस ने बताया कि घटना शुक्रवार को पानीपत के विकास नगर इलाके में हुई है। जहां जेजेपी नेता रविंद्र मिन्ना अपने घर के पास थे। तभी हमलावर ने उन पर गोलीबारी कर दी। गोली लगने से वह अचेत अवस्था में गिर गए। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके साथ ही पुलिस ने कहा कि इस गोलीबारी की घटना में उनके चचेरे भाई और एक अन्य व्यक्ति की भी घायल हुए हैं।
हत्या के कारणों का नहीं चला पता
रविंदर मिन्ना हरियाणा के पानीपत जिले से जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के एक नेता थे। वे जेजेपी के सक्रिय सदस्य थे और पार्टी के लिए काम करते थे। जेजेपी नेता की हत्या ने हरियाणा की राजनीति में हलचल मचा दी है। इस घटना को लेकर अभी तक हमलावरों की पहचान या हत्या के पीछे के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है।
आरक्षण सियासत गर्म, विज बोले 400 साल से राज करने वाले मुस्लिमों को छूट क्यों
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आरक्षण सियासत गर्म, विज बोले 400 साल से राज करने वाले मुस्लिमों को छूट क्यों
हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा कि कर्नाटक में सरकारी कामों में मुस्लिमों को चार पर्सेंट आरक्षण दिया है. इसको किसी भी प्रकार से ठीक नहीं ठहराया जा सकता है.
कर्नाटक में सरकारी कामों में मुस्लिम कोटा को लेकर सियासत गर्मा गई है. बीजेपी इसको लेकर कांग्रेस सरकार पर हमलावर है. हरियाणा में अनिल विजन ने देश को बांटने वाला फैसला करार देते हुए कहा कि मुस्लिमों ने 400 सालों तक हिंदुस्तान पर राज किया है, ऐसे में उनको छूट देने की जरूरत क्या है. वहीं बिहार में बीजेपी के ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव निखिल आनंद ने कांग्रेस पर ‘धर्मनिरपेक्षता के नाम पर मुस्लिम तुष्टिकरण' की नीति अपनाने का आरोप लगाया.
मुस्लिमों ने 400 साल राज किया, आरक्षण क्यों?'
हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा कि कर्नाटक में सरकारी कामों में मुस्लिमों को चार पर्सेंट आरक्षण दिया है. इसको किसी भी प्रकार से ठीक नहीं ठहराया जा सकता है. मुस्लिमों ने 400 साल हमारे ऊपर राज किया है. उनको किसी छूट की क्या जरूरत है.' विज ने कांग्रेस पर भड़कते हुए कहा यह समाज को बांटने का काम है. दूध में दही डाल दी गई है. यह फट जाए. यह कांग्रेस के चरित्र में है. कांग्रेस ने 1947 में अपनी इसी सोच के कारण देश का बंटवारा करवाया है. जमीन का बंटवारा तो करवा दिया गया, लेकिन एक साजिश के तहत फिर देश को बांटने की साजिश चल रही है.
बिहार में बीजेपी के ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव निखिल आनंद ने कहा, “कांग्रेस मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति द्वारा प्रचारित विभाजनकारी एजेंडे को आगे बढ़ाकर इस देश को तोड़ना चाहती है. कर्नाटक सरकार ने जिस तरह से मुसलमानों को अलग धार्मिक कोटा देने का विधेयक पारित किया है, वह पूरी तरह से अनुचित है और हर ओबीसी को इस कदम का विरोध करने की जरूरत है.”
आनंद ने कहा, “कांग्रेस एंड कंपनी द्वारा एससी-एसटी (अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति) और ओबीसी के हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए अलग मुस्लिम आरक्षण का खेल खेला जा रहा है.”
उन्होंने कहा, “अगर ऐसा है, तो समय आ गया है कि ओबीसी आरक्षण की परिधि में सुविधा प्राप्त करने वाले सभी मुसलमानों को बाहर किया जाना चाहिए. यह समझने का समय आ गया है कि धर्मनिरपेक्षता के नाम पर सामाजिक न्याय और मुस्लिम तुष्टिकरण एक साथ नहीं चल सकते. यह ओबीसी के हितों को कमजोर करने की एक गंभीर साजिश है.”
आनंद ने कहा, “ओबीसी को अपने अधिकारों के लिए जागना चाहिए और मुसलमानों को ओबीसी आरक्षण से बाहर करने की लड़ाई के साथ-साथ धार्मिक आरक्षण को रोकने के लिए भी मुहिम छेड़नी होगी.”
फरीदाबाद: फर्जी आईपीएस अधिकारी बनकर पुलिस एस्कॉर्ट वाहन की मांग करने वाला व्यक्ति गिरफ्तार
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फरीदाबाद: फर्जी आईपीएस अधिकारी बनकर पुलिस एस्कॉर्ट वाहन की मांग करने वाला व्यक्ति गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि फोन करने वाले व्यक्ति ने कहा कि उसे फरीदाबाद आना है और वह रास्ता नहीं जानता, इसलिए उसे सही स्थान पर पहुंचने के लिए तुरंत पुलिस एस्कॉर्ट वाहन की जरूरत है.
फरीदाबाद:
हरियाणा की फरीदाबाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित एक निजी कंपनी में कार्यरत कर्मचारी को भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) का अधिकारी बन पुलिस विभाग से एस्कॉर्ट वाहन की मांग करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि उसे शहर की अदालत में पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
इसने बताया कि बुधवार रात को पुलिस उपायुक्त (मध्य फरीदाबाद) ने पल्ला थाने के एसएचओ को सूचना दी कि उनके पास एक कॉल आई है, जिसमें फोन करने वाले ने खुद को दक्षिण दिल्ली का डीसीपी सुरेंद्र चौधरी बताया है.
पुलिस ने बताया कि फोन करने वाले व्यक्ति ने कहा कि उसे फरीदाबाद आना है और वह रास्ता नहीं जानता, इसलिए उसे सही स्थान पर पहुंचने के लिए तुरंत पुलिस एस्कॉर्ट वाहन की जरूरत है.
इसने बताया कि इसके बाद एसएचओ ने दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया और दिल्ली सीमा पर पहुंचे, जहां कुछ देर इंतजार करने के बाद उनकी मुलाकात एक व्यक्ति से हुई जिसने खुद को दक्षिण दिल्ली का डीसीपी बताया.
पुलिस ने बताया कि उसे कार में बैठाकर फरीदाबाद की ओर ले जाया गया. जब दक्षिण दिल्ली के कथित डीसीपी से उसके गंतव्य के बारे में पूछा गया तो उसने एसएचओ से कहा कि उसे वापस नोएडा छोड़ दिया जाए.
पुलिस के अनुसार इसके बाद पता चला कि व्यक्ति फर्जी आईपीएस अधिकारी है. पुलिस के मुताबिक आरोपी की पहचान गौरव शर्मा के रूप में हुई है जो दिल्ली के महरौली में रहता है और नोएडा में एक निजी कंपनी में काम करता है.
एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया, ‘‘पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि उसने इंटरनेट के जरिए डीसीपी दक्षिण दिल्ली और डीसीपी मध्य फरीदाबाद के फोन नंबर हासिल किए थे.''
शंभू और खनौरी बॉर्डर पर पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ सड़क पर उतरे किसान, पंजाब-हरियाणा में प्रदर्शन
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शंभू और खनौरी बॉर्डर पर पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ सड़क पर उतरे किसान, पंजाब-हरियाणा में प्रदर्शन
पंजाब हरियाणा के शंभू और खनौरी सीमा पर प्रदर्शन कर रहे हैं किसानों पर पुलिस की कार्रवाई का विरोध तेज हो गया है. गुरुवार को किसानों ने कई जिलों में जिला उपायुक्तों के कार्यालय को घेरने की कोशिश की. इस दौरान किसानों की कई बार पुलिस से झड़प हुई.
पंजाब पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए शंभू और खनौरी बॉर्डर को किसानों से खाली करवा दिया. पुलिस ने किसानों के धरनास्थल और अस्थायी निर्माणों पर बुलडोजर चलवाकर उन्हें धवस्त करवा दिया. पुलिस ने करीब दो सौ किसानों को हिरासत में लिया है.इनमें किसान मजदूर मोर्चा के सरवण सिंह पंधेर और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के जगजीत सिंह डल्लेवाल भी शामिल हैं. शंभू और खनौरी बॉर्डर से किसानों के आंदोलन को हटाने से किसान भड़क गए हैं. किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) ने किसानों से गुरुवार को जिला उपायुक्तों के दफ्तर पर प्रदर्शन करने की अपील की थी. इस अपील पर हरियाणा और पंजाब में गुरुवार को किसानों ने कई जगह प्रदर्शन किया. इस दौरान उनकी पुलिस से तीखी नोक-झोंक भी हुई. गुरुवार को यह मामला भी पहुंचा. संसद परिसर में पंजाब के कांग्रेस सांसदों ने प्लेकार्ड लेकर नारेबाजी की.
आमने-सामने आए पुलिस और किसान
पुलिस ने हिरासत में लिए गए किसान नेता जगजीत डल्लेवाल को पंजाब में आर्मी के कंट्रोल वाले जालंधर कैंट के लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में रखा है. वहीं उनसे मिलने के लिए कुछ किसान नेता पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें भी हिरासत में ले लिया . इससे पहले डल्लेवाल को जब बुधवार दोपहर हिरासत में लिया गया था तो उन्हें जालंधर एक अस्पताल में ले जाया गया था.संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने पंजाब पुलिस की कार्रवाई के विरोध में गुरुवार को उपायुक्तों के कार्यालयों के बाहर धरना देने की घोषणा की थी. शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन का नेतृत्व करने वाले दोनों किसान संगठनों ने प्रदर्शनकारियों को हटाने और किसान नेताओं को हिरासत में लेने के लिए पंजाब की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की आलोचना की.
अमृतसर में एक प्रदर्शनकारी किसान को पकड़ती पुलिस.
पंजाब पुलिस की कार्रवाई के विरोध में मोगा में किसानों ने जिला आयुक्त के कार्यालय को घेरने की कोशिश की. पुलिस ने बैरिकेड लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की. लेकिन प्रदर्शनकारी किसानों ने उसे तोड़ दिया. वहीं बठिंडा में किसानों ने हाइवे पर जाम लगाने की कोशिश की. लेकिन पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया. पुलिस ने यही काम मुक्तसर में भी किया. वहां के गिद्दड़बाहा में किसानों ने बठिंडा-गंगानगर हाइवे को जान करने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उसे सफल नहीं होने दिया. किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया.फरीदकोट में भी कुछ प्रदर्शनकारी किसान हिरासत में लिए गए हैं. भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) से जुड़े किसानों ने बरनाला में आज दोपहर जिला उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के पुतले की शव यात्रा निकाली.
पंजाब के किसानों के समर्थन में हरियाणा में प्रदर्शन
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष रतन मान ने कहा है कि पंजाब के किसान हमारे साथी हैं. वे हमसे अलग नहीं है. वे कोई भी फैसला लेंगे उसे हरियाणा में लागू किया जाएगा. हरियाणा के किसान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को ज्ञापन देने जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर उन्हें रोक दिया. वहीं हरियाणा के हिसार में किसान पंजाब पुलिस की कार्रवाई के विरोध कर रहे हैं. किसान नेताओं ने हिसार के रामायण टोल प्लाजा पर बैठक कर आंदोलन की रणनीति बनाई.
किसानों पर हुई पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में संसद भवन परिसर में प्रदर्शन करते पंजाब से कांग्रेस सांसद और अन्य.
पंजाब और हरियाणा पुलिस खाली करवा रही है बॉर्डर
शंभू और खनौरी बॉर्डर पर शंभू-अंबाला और संगरूर-जींद मार्ग से कंक्रीट के अवरोधक हटाने के लिए पुलिस जेसीबी और अन्य मशीनों की मदद ले रही है. ये दोनों रास्ते किसानों के आंदोलन की वजह से एक साल से अधिक समय से बंद हैं. हरियाणा के सुरक्षा अधिकारियों ने पंजाब से लगी राज्य की सीमा पर सीमेंट के ब्लॉक, लोहे की कीलें और कंटीले तारों की मदद से अवरोधक लगाए थे. वो दिल्ली कूच करने वाले किसानों को राजधानी की ओर बढ़ने से हर हाल में रोकना चाहते थे.पंजाब पुलिस ने भी मार्ग को खाली करने के लिए शंभू और खनौरी बॉर्डर पर पंजाब की ओर स्थित शेष अस्थायी ढांचों को हटाने का अभियान बृहस्पतिवार को फिर शुरू किया.पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) नानक सिंह ने बताया कि शंभू बॉर्डर पर सड़क से सभी ट्रॉली और अर्ध-स्थायी ढांचे हटा दिए जाएंगे.
'तीन दिन में हरियाणा की तरफ खुल जाएंगे रास्ते...' किसानों की घर वापसी पर बोले केंद्रीय मंत्री बिट्टू
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'तीन दिन में हरियाणा की तरफ खुल जाएंगे रास्ते...' किसानों की घर वापसी पर बोले केंद्रीय मंत्री बिट्टू
केंद्रीय राज्य मंत्री ने बताया कि शंभू बॉर्डर पर दीवार और बैरिकेड्स की वजह से उसे हटाने में थोड़ा समय लगेगा, लेकिन उन्होंने भरोसा दिलाया कि तीन दिन के अंदर रास्ते खोल दिए जाएंगे.
केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने गुरुवार को पंजाब के बॉर्डर के रास्तों को हरियाणा की तरफ से तीन दिन में खोलने का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ उनकी बातचीत के बाद यह तय हुआ कि अब जब धरना खत्म हो गया है, तो हरियाणा की तरफ से बॉर्डर के रास्ते सभी के लिए खोल दिए जाएंगे.
केंद्रीय राज्य मंत्री ने बताया कि शंभू बॉर्डर पर दीवार और बैरिकेड्स की वजह से उसे हटाने में थोड़ा समय लगेगा, लेकिन उन्होंने भरोसा दिलाया कि तीन दिन के अंदर रास्ते खोल दिए जाएंगे. वहीं, कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब सरकार और मुख्यमंत्री भगवंत मान पर किसान नेताओं के साथ धोखा करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मान सरकार ने किसान नेताओं को मीटिंग के लिए चंडीगढ़ बुलाया था, लेकिन बाद में उन्हें पुलिस द्वारा गिरफ्तार करवा दिया.
बाजवा ने दावा किया कि यह घटनाक्रम भाजपा और आम आदमी पार्टी की रणनीति का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि मान सरकार ने न केवल किसानों, बल्कि हर वर्ग को धोखा दिया है. उन्होंने मान को 'पंजाब का एकनाथ शिंदे' बताते हुए कड़ी आलोचना की और कहा कि यह धोखा विधानसभा सत्र में गूंजेगा.
बाजवा ने आगे कहा कि वह लंबे समय से यह चेतावनी दे रहे थे कि भाजपा और आप एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, और अब उनकी बात सच साबित हुई है. उन्होंने दावा किया कि भगवंत मान पंजाब में भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं और किसानों को धोखा दे रहे हैं. वह इस मुद्दे को विधानसभा सत्र में जोर-शोर से उठाने का वादा करते हैं.
बता दें कि हरियाणा पुलिस ने गुरुवार सुबह विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने के लिए लगाए गए कंक्रीट के बैरिकेड्स हटाना शुरू कर दिया. इससे पहले बुधवार को पंजाब पुलिस ने देर शाम धरना स्थल को खाली करा दिया और अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे किसानों को हटा दिया था.
हरियाणा स्थानीय निकाय चुनाव में भी BJP की बम-बम, अब दौड़ेगी 'ट्रिपल इंजन' की सरकार
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हरियाणा स्थानीय निकाय चुनाव में भी BJP की बम-बम, अब दौड़ेगी 'ट्रिपल इंजन' की सरकार
चुनाव में बीजेपी की जीत का सिलसिला जारी है. बीजेपी ने हरियाणा नगर निकाय चुनाव में भी शानदार जीत दर्ज की है. वहां उसने 10 में से नौ नगर निगमों के मेयर पद पर जीत दर्ज की है. इस चुनाव में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल पाया. इससे पहले बीजेपी ने उत्तराखंड, गुजरात और छत्तीसगढ़ में भी जीत दर्ज की थी.
बीजेपी की जीत का रथ हरियाणा पहुंच गया है. पार्टी ने राज्य के 10 में से नौ नगर निगमों में शानदार जीत दर्ज की है. 10वें नगर निगम में भी उसे जीत मिलनी तय है. बीजेपी ने इससे पहले उत्तराखंड, गुजरात और छत्तीसगढ़ के स्थानीय निकाय चुनाव में शानदार जीत दर्ज की थी. इन चारों राज्यों में बीजेपी की सरकारें हैं. इस तरह अब इन राज्यों में तीन इंजन की सरकार हो गई है. इन राज्यों की जनता ने एक बार फिर बीजेपी पर विश्वास जताया है. इस साल यह बीजेपी की चौथी जीत है. पिछले महीने फरवरी में कराए गए दिल्ली विधानसभा के चुनाव में भी बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज करते हुए अपनी सरकार बनाई थी. हरियाणा नगर निकाय चुनाव की खास बात यह रही कि 10 नगर निगमों में से सात में महिलाएं मेयर चुनी गई हैं.इस साल अब तक हुए तीन राज्यों के नगर निकाय चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है.
10 में से नौ नगर निगमों में बीजेपी का मेयर
बुधवार को घोषित हरियाणा नगर निकाय चुनाव के परिणामों के मुताबिक बीजेपी ने 10 नगर निगम में से नौ में जीत दर्ज की है. इस चुनाव की खास बात यह रही कि कांग्रेस का किसी भी नगर निगम में खाता नहीं खुला. दो बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ माने जाने वाले रोहतक में कांग्रेस उम्मीदवार सूरजमल किलोई को 45 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा. उन्हें बीजेपी के ने हराया. कांग्रेस की दिग्गज नेता कुमारी शैलजा सिरसा से सांसद हैं. लेकिन सिरसा नगर परिषद में भी बीजेपी ने जीत दर्ज की है.
बीजेपी की प्रवीन जोशी ने फरीदाबाद, प्रवीन पोपली ने हिसार, रेणुबाला गुप्ता ने करनाल, कोमल सैनी ने पानीपत, रामअवतार वाल्मिकी ने रोहतक, सुमन बहमनी ने यमुनानगर, राजीव जैन ने सोनीपत, सैलदा सचदेवा ने अंबाला और राजरानी मल्होत्रा ने गुरुग्राम नगर निगम में मेयर पद पर जीत दर्ज की है. इस शानदार जीत पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने जनता का आभार जताते हुए कहा है कि ट्रिपल इंजन की सरकार जन-जन का विकास करेगी.
मेयरों में महिलाओं का बोलबाला
हरियाणा के 10 नगर निगमों में से सात में महिलाएं मेयर चुनी गई हैं. केवल तीन नगर निगमों में ही पुरुष मेयर चुने गए हैं. जो महिलाएं मेयर चुनी गई हैं उनमें- गुरुग्राम की राज रानी, यमुनानगर की सुमन बहमनी, पानीपत की कोमल सैनी, फरीदाबाद की प्रवीण बत्रा जोशी, मानेसर की डॉ इंद्रजीत यादव, अंबाला की सैलजा सचदेवा और करनाल की रेणु बाला शामिल हैं. फरीदाबाद में बीजेपी की प्रवीण बत्रा जोशी ने तीन लाख 16 हजार 852 वोट से यह चुनाव जीतकर नगर निकाय चुनाव में जीत का नया रिकॉर्ड बना दिया है. वहीं पुरुषों में सोनीपत में राजीव जैन, रोहतक में राम अवतार वाल्मीकि और हिसार में प्रवीन पोपली मेयर चुने गए हैं.
हरियाणा के फरीदाबाद, हिसार, रोहतक, करनाल, यमुनानगर, गुरुग्राम और मानेसर में मेयर पद के लिए चुनाव दो मार्च को कराया गया था. वहीं अंबाला और सोनीपत में मेयर पद का उपचुनाव भी दो मार्च को ही कराया गया था. प्रदेश की 21 नगर पालिकाओं के लिए भी दो मार्च को मतदान हुआ था तो पानीपत नगर पालिका के लिए नौ मार्च को मतदान कराया गया था.
उत्तराखंड नगर निकाय चुनाव में भी खिला था कमल
इससे पहले इस साल जनवरी में उत्तराखंड में भी नगर निकाय के चुनाव कराए गए थे. इन चुनावों में भी बीजेपी को शानदार सफलता मिली थी. राज्य के 11 नगर निगमों में से 10 में बीजेपी के उम्मीदवार मेयर का चुनाव जीतने में कामयाब रहे थे. बीजेपी देहरादून, ऋषिकेश, कोटद्वार, पिथौरागढ़, हल्द्वानी, काशीपुर, अल्मोड़ा, कोटद्वार, हरिद्वार, रुड़की और रुद्रपुर में अपना मेयर बनवाने में कामयाब रही थी. बीजेपी केवल श्रीनगर सीट ही नहीं जीत पाई. वहां से निर्दलीय आरती भंडारी ने जीत दर्ज की. कांग्रेस के हाथ इस बार खाली ही रहे, जबकि इससे पहले 2018 के चुनाव में कांग्रेस को दो सीटें मिली थीं. उस चुनाव में बीजेपी को पांच नगर निगमों में जीत मिली थी.
गुजरात और छत्तीसगढ़ की जनता ने भी दिया बीजेपी का साथ
इसके बाद पिछले महीने गुजरात में कराए गए स्थानीय निकाय चुनाव में भी बीजेपी ने जीत का परचम लहराया. बीजेपी ने जूनागढ़ महानगरपालिका (जेएमसी) के साथ-साथ 68 में से 60 नगर पालिकाओं और सभी तीन तालुका पंचायतों में जीत दर्ज की थी. गुजरात में स्थानीय निकाय चुनाव का मतदान 16 फरवरी को कराया गया था. कांग्रेस केवल देवभूमि द्वारका जिले की सलाया नगर पालिका में ही जीत दर्ज कर पाई.वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) ने दो नगर पालिकाओं में जीत दर्ज की थी.
रोहतक में जीते राम अवतार वाल्मीकि को कंधे पर उठाए बीजेपी के कार्यकर्ता.
गुजरात के साथ ही छत्तीसगढ़ में भी नगर निकाय चुनाव कराए गए थे. वहां भी बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया था. राज्य के 10 नगर निगम, 49 नगर पालिका परिषद और 114 नगर पंचायतों में चुनाव कराया गया था. महापौर की सभी 10 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. बीजेपी ने नगर पालिका की 35 सीटों और नगर पंचायत के 114 सीटों पर जीत हासिल की थी. नगर पालिका के चुनावों में केवल आठ में ही कांग्रेस को जीत मिली थी.
हरियाणा में अब ट्रिपल इंजन की सरकार, नगर निकाय चुनाव में भी BJP की बंपर जीत; कांग्रेस का सूपड़ा साफ
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हरियाणा में अब ट्रिपल इंजन की सरकार, नगर निकाय चुनाव में भी BJP की बंपर जीत; कांग्रेस का सूपड़ा साफ
Haryana Municipal Election Result हरियाणा नगर निकाय चुनाव में भाजपा को बंपर जीत मिलती नजर आ रही है. BJP को 10 में से 9 सीटों पर बढ़त मिली है. हुड्डा के गढ़ में भी कांग्रेस को झटका लगा है.
हरियाणा में अब डबल नहीं ट्रिपल इंजन की सरकार बन गई है. विधानसभा चुनाव के बाद BJP ने नगर निकाय चुनाव में भी बंपर जीत हासिल कर ली है. हरियाणा के 10 में से 9 नगर निकाय चुनावों में भाजपा की जीत मिली है. जबकि एक सीट पर भाजपा के बागी निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत हासिल की. कांग्रेस का हाल विधानसभा चुनाव से भी बुरा है. कांंग्रेस नगर निकाय की एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर सकी. फरीदाबाद में भाजपा प्रत्याशी प्रवीन बत्रा जोशी ने देश की सबसे बड़ी जीत दर्ज की. साथ ही हाई-प्रोफाइल सीट गुरुग्राम में भाजपा की राज रानी मेल्होत्रा ने जीत हासिल की.
हरियाणा नगर निकाय चुनाव में कांग्रेस को बड़ी शिकस्त का सामना करना पड़ा. पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ में भी कांग्रेस हार गई.
अंबाला में भाजपा को जीत, कई अन्य सीटों पर चल रही आगे
मालूम हो कि हरियाणा में हाल में हुए नगर निकाय चुनाव के लिए मतगणना बुधवार को शुरू हुई, जिसमें अंबाला नगर निगम में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के महापौर पद के उम्मीदवार ने जीत हासिल की.
हरियाणा के 10 नगर निगम -
पानीपत - बीजेपी - गुरुग्राम - बीजेपी - राज रानी मल्होत्राफरीदाबाद - बीजेपी - प्रवीन बत्रा जोशीमानेसर - निर्दलीय अंबाला - बीजेपीयमुनानगर - बीजेपी - सुमन बहमनीहिसार - बीजेपी - प्रवीण पोपलीकरनाल - बीजेपी - रेणु बाला गुप्तारोहतक - बीजेपी - रामअवतार बाल्मिकीसोनीपत - बीजेपी - राजीव जैन
इसके अलावा पांच नगर परिषदों और 23 नगर पालिकाओं में भी वोटों की गिनती जारी है।
ज्यादातर जगहों पर बीजेपी आगे चल रही है।
और आठ अन्य नगर निगमों में पार्टी के उम्मीदवार अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे हैं. वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने के बाद वापसी की उम्मीद कर रही कांग्रेस नगर निगम के चुनाव में अभी पीछे है.
मानेसर, गुरुग्राम, फरीदाबाद, हिसार, रोहतक, करनाल, यमुनानगर, पानीपत, अंबाला और सोनीपत नगर निगमों में महापौर और वार्ड सदस्यों के पदों के लिए चुनाव इस महीने की शुरुआत में हुए थे. अंबाला और सोनीपत नगर निगमों में महापौर पद के लिए उपचुनाव भी हुए.
अंबाला में भाजपा की शैलजा सचदेवा ने 20 हजार से अधिक वोटों से हासिल की जीत
अंबाला में महापौर पद की भाजपा उम्मीदवार शैलजा सचदेवा ने कांग्रेस की अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी अमीषा चावला को 20,487 मतों के अंतर से हराया. फरीदाबाद में सत्तारूढ़ दल की महापौर पद की उम्मीदवार परवीन जोशी कांग्रेस की लता रानी से आगे हैं, जबकि भाजपा की राज रानी गुरुग्राम से सीमा पाहुजा से आगे हैं.
हालांकि, मानेसर में भाजपा उम्मीदवार सुंदर लाल निर्दलीय उम्मीदवार इंद्रजीत यादव से पीछे हैं. हिसार से भाजपा के प्रवीण पोपली कांग्रेस के कृष्ण सिंगला से आगे हैं. करनाल में भाजपा की रेणु बाला गुप्ता कांग्रेस के मनोज वाधवा से आगे हैं.
पानीपत में भाजपा की कोमल सैनी कांग्रेस की सविता गर्ग से आगे हैं, जबकि रोहतक में सैफ्रॉन संगठन के राम अवतार सूरजमल किलोई से आगे हैं.
सोनीपत में भाजपा के वरिष्ठ नेता राजीव जैन कांग्रेस की कोमल दीवान से आगे हैं. यमुनानगर में भाजपा की सुमन कांग्रेस की किरना देवी से आगे हैं.
अधिकारियों ने बताया कि मतगणना प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए हरियाणा राज्य निर्वाचन आयोग ने संबंधित जिला प्रशासन के साथ मिलकर व्यापक प्रबंध किए हैं.
हरियाणा नगर निकाय चुनाव: एकतरफा जीत की ओर BJP, 10 में से 9 सीटों पर बढ़त, हुड्डा के गढ़ में भी कांग्रेस को झटका
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हरियाणा नगर निकाय चुनाव: एकतरफा जीत की ओर BJP, 10 में से 9 सीटों पर बढ़त, हुड्डा के गढ़ में भी कांग्रेस को झटका
Haryana Municipal Election Result हरियाणा नगर निकाय चुनाव में भाजपा को बंपर जीत मिलती नजर आ रही है. BJP को 10 में से 9 सीटों पर बढ़त मिली है. हुड्डा के गढ़ में भी कांग्रेस को झटका लगा है.
हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली बड़ी जीत के बाद अब भाजपा नगर निकाय चुनाव में भी वहीं प्रदर्शन दोहराती नजर आ रही है. हरियाणा में नगर निकाय चुनावों की वोटों की गिनती हो रही है. अभी तक वोटों की गिनती से जो रुझान सामने आया है, उसमें सत्तारूढ़ भाजपा 10 में से 9 नगर निकायों के मेयर पद पर आगे चल रही है या जीत चुकी है. जिसमें हाई-प्रोफाइल गुरुग्राम भी शामिल है.हरियाणा में कांग्रेस लगातार दूसरी बार बड़ी हार की ओर बढ़ रही है. पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ में भी कांग्रेस की स्थिति खराब है. एक स्वतंत्र उम्मीदवार - भाजपा के बागी नेता डॉ. इंद्रजीत यादव मानेसर में आगे चल रहे हैं.