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पूर्व PM शेख हसीना को ढाका भेजें भारत... बांग्लादेश ने मोदी सरकार को लिखी चिट्ठी
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पूर्व PM शेख हसीना को ढाका भेजें भारत... बांग्लादेश ने मोदी सरकार को लिखी चिट्ठी
ढाका स्थित अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) ने 'मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार' के लिए शेख हसीना और उनकी कैबिनेट में शामिल मंत्रियों, सलाहकारों, सैन्य व प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं.
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने सोमवार को कहा कि उसने अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को ढाका वापस भेजने के लिए भारत को एक डेप्लोमेटिक नोट भेजा है. हसीना 5 अगस्त से भारत में निर्वासन में रह रही हैं. वह छात्रों के नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शनों के बीच देश छोड़कर भारत आ गई थीं.
ढाका स्थित अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) ने ‘मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार' के लिए हसीना और उनकी कैबिनेट में शामिल मंत्रियों, सलाहकारों, सैन्य व प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं.
अंतरिम सरकार में विदेश मंत्री तौहीद हुसैन ने अपने कार्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने भारत सरकार को एक राजनयिक संदेश भेजा है, जिसमें कहा गया है कि बांग्लादेश में न्यायिक प्रक्रिया के लिए उन्हें (हसीना) वापस ढाका भेजा जाए.''
इससे पहले दिन में गृह मंत्रालय के सलाहकार जहांगीर आलम ने कहा कि उनके कार्यालय ने भारत से अपदस्थ प्रधानमंत्री हसीना के प्रत्यर्पण के लिए विदेश मंत्रालय को एक चिट्ठी भेजी है. उन्होंने एक सवाल के जवाब में मीडिया से कहा, "हमने उनके (हसीना) प्रत्यर्पण के संबंध में विदेश मंत्रालय को एक पत्र भेजा है. प्रक्रिया अभी जारी है."
आलम ने कहा कि ढाका और नयी दिल्ली के बीच प्रत्यर्पण संधि पहले से ही मौजूद है. इस संधि के तहत हसीना को बांग्लादेश वापस लाया जा सकता है.
दरअसल, बांग्लादेश में 5 जून को हाईकोर्ट ने जॉब में 30% कोटा सिस्टम लागू किया था, इसके बाद से ही ढाका में यूनिवर्सिटीज के छात्रों ने प्रदर्शन शुरू हो गए थे. यह आरक्षण स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों को दिया जा रहा था. यह आरक्षण खत्म कर दिया गया, तो छात्रों ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग शुरू कर दी. देखते ही देखते प्रदर्शन हिंसक हो गया. 5 अगस्त को प्रदर्शनकारी PM हाउस घुस आए. जिसके बाद शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और बांग्लादेश छोड़कर भारत आ गईं. इसके बाद सेना ने देश की कमान संभाल ली. बाद में नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में सलाहकार सरकार बनी.
इस बीच शेख हसीना ने बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस को फासीवादी बताया है. हसीना ने कहा कि मोहम्मद यूनुस एक फासीवादी सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं. ये सरकार आजादी विरोधी और कट्टरपंथियों की समर्थक है. शेख हसीना ने कहा कि देश विरोधी ताकतों ने घरेलू और विदेशी षड्यंत्रों के जरिए अवैध और असंवैधानिक तरीके से सत्ता पर कब्जा कर लिया.
बता दें कि 16 दिसंबर को बांग्लादेश में आजादी की 53वीं वर्षगांठ मनाई गई. 1971 में इसी दिन बांग्लादेश ने भारत की मदद से पाकिस्तान से आजादी हासिल की थी.
'स्टीयरिंग में खराबी...', क्या रोका जा सकता था मुंबई नौका हादसा, 15 लोगों की हुई मौत
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'स्टीयरिंग में खराबी...', क्या रोका जा सकता था मुंबई नौका हादसा, 15 लोगों की हुई मौत
टक्कर लगने के कारण नौका अरब सागर में डूब गई, जिससे यह शहर के बंदरगाह में सबसे घातक समुद्री दुर्घटनाओं में से एक बन गई. घटना के बाद तटरक्षक जहाजों के साथ-साथ नौसेना के हेलीकॉप्टरों और नौकाओं को सर्च और रेस्क्यू वर्क में तैनात किया गया था.
मुंबई: 18 दिसंबर को मुंबई के तट पर एक बड़ा हादसा हुआ. नौसेना की एक बड़ी नाव और यात्रियों से भरी नौका के बीच टक्कर हुई, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई. नौसेना सूत्रों का कहना है कि ये हादसा संभवतः स्टीयरिंग असेंबली और नाव की स्पीड को कंट्रोल करने वाले थ्रॉटल क्वाड्रेंट में तकनीकी खराबी के कारण हुई थी. नौसेना की नाव की स्पीड ज्यादा रही होगी, जब उसने पर्यटकों से भरी नौका को टक्कर मार दी.
हादसे के समय नौसेना के जहाज पर मौजूद शख्स, जो नाव की निर्माता कंपनी से संबंधित था, उसने बताया कि नाव की पहले जांच की गई थी, टक्कर होने पर चालक दल को खराबी के बारे में पता था. घटना के वीडियो में जहाज को नौका से दूर ले जाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन दुर्घटना से बचने के लिए नौसेना की नाव तेजी से घूम नहीं सकी.
नौसेना का जहाज, एक रिजिड हल इन्फ्लेटेबल बोट (आरएचआईबी) है, जिसका इंजन परीक्षण किया गया था, लेकिन इसके बावजूद उससे चालक का नियंत्रण खो गया और वो पर्यटकों की नौका नील कमल से टकरा गया. 100 से अधिक यात्रियों को ले जाने वाली नौका, गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा द्वीप के रास्ते में थी. यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जो अपने प्राचीन गुफा मंदिरों के लिए जाना जाता है.
टक्कर लगने के कारण नौका अरब सागर में डूब गई, जिससे यह शहर के बंदरगाह में सबसे घातक समुद्री दुर्घटनाओं में से एक बन गई. घटना के बाद तटरक्षक जहाजों के साथ-साथ नौसेना के हेलीकॉप्टरों और नौकाओं को सर्च और रेस्क्यू वर्क में तैनात किया गया था. दोनों जहाजों पर सवार 113 व्यक्तियों में से 15 की मृत्यु हो गई, जबकि 98 अन्य को बचा लिया गया, जिनमें दो घायल हो गए. नौसेना के जहाज़ पर, जिसमें चालक दल के छह सदस्य थे, केवल दो ही जीवित बचे.
महाराष्ट्र मैरीटाइम बोर्ड (एमएमबी) के रिकॉर्ड के अनुसार, नील कमल को अधिकतम 84 यात्रियों और छह चालक दल के सदस्यों को ले जाने का लाइसेंस दिया गया था. हालांकि, टक्कर के समय नौका क्षमता से अधिक भरी हुई थी. एमएमबी ने नौका का लाइसेंस रद्द कर दिया है और मामले की अपनी जांच शुरू कर दी है. नेवी क्राफ्ट के ड्राइवर के खिलाफ कोलाबा पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें लापरवाही, सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में डालने और लापरवाही से नेविगेशन से संबंधित आरोप शामिल हैं. नौसेना का जहाज फिलहाल नौसेना अधिकारियों की हिरासत में है, हालांकि पुलिस ने संकेत दिया है कि वे अपनी जांच के लिए आवश्यकतानुसार जहाज तक पहुंच का अनुरोध करेंगे.
कुमकुमार्चन महायज्ञ में शामिल हुए गिरिराज सिंह, बोले - हमारे धर्म में महिलाओं को शक्ति स्वरूप कहा गया
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कुमकुमार्चन महायज्ञ में शामिल हुए गिरिराज सिंह, बोले - हमारे धर्म में महिलाओं को शक्ति स्वरूप कहा गया
स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा है कि हमारा एकमात्र लक्ष्य होना चाहिए कि हम अपने योगदान से देश के गौरव को बढ़ाएं. सनातन के खिलाफ बोलने वाले यह समझ लें कि उनकी हैसियत नहीं है कि वह सनातन के खिलाफ कुछ कहें.
केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह शनिवार को श्री विद्या कोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ में शामिल हुए. उन्होंने कहा है कि हमारे धर्म में महिलाएं को शक्ति स्वरूपा कहा गया है. धन की देवी लक्ष्मी, विद्या की देवी सरस्वती. हमारे यहां शक्ति स्वरूपा का बहुत महत्व है. उन्होंने कहा है कि युवा चेतना द्वारा सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति सभ्यता के संवर्धन के लिए अच्छा काम किया जा रहा है. राष्ट्र निर्माण के लिए युवाओं को आगे आना चाहिए और परिश्रम करना चाहिए. मैं कहना चाहता हूं कि गांव-गांव में लोगों को सनातन के प्रति जागरूक करना होगा.
स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा है कि हमारा एकमात्र लक्ष्य होना चाहिए कि हम अपने योगदान से देश के गौरव को बढ़ाएं. सनातन के खिलाफ बोलने वाले यह समझ लें कि उनकी हैसियत नहीं है कि वह सनातन के खिलाफ कुछ कहें. जिस भूमि पर पवित्र यज्ञ किया जा रहा है, यह भूमि क्रांति की भूमि है और यहां की जनता ने हाल में अच्छा फैसला लिया.
युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने कहा है कि देश की प्रगति और विश्व में शांति के लिए 20 दिसंबर से शुरू श्री विद्या कोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ 22 दिसंबर तक चलेगा. देश की ताकत बढ़नी चाहिए. सनातन का ध्वज हिमालय से ऊंचा जाना चाहिए. इसलिए इस महायज्ञ का आयोजन मुंबई में किया गया है. इस यज्ञ में देशभर से लोग आ रहे हैं, हजारों की संख्या में महिलाएं शामिल हो रही हैं. संत समाज के साथ बौद्धिक चर्चा हो रही है.
उन्होंने कहा कि जब बाबर और औरंगजेब के काल में हमारे धर्म को कोई नुकसान नहीं हो पाया तो अब क्या नुकसान होगा. सनातन धर्म तो पूरी दुनिया का मूल है. उन्होंने बताया कि देश के वरिष्ठ संत स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी के मार्गदर्शन में महायज्ञ चल रहा है. इस यज्ञ में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, बॉम्बे हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति मिलिंद जाधव भी शामिल हुए.
पीएम मोदी ने 71,000 युवाओं को बांटा नियुक्ति पत्र, बोले- 'भारत का युवा, नए आत्मविश्वास से भरा हुआ'
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पीएम मोदी ने 71,000 युवाओं को बांटा नियुक्ति पत्र, बोले- 'भारत का युवा, नए आत्मविश्वास से भरा हुआ'
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने 2047 तक विकसित भारत के निर्माण का संकल्प लिया है. हमें इस संकल्प पर भरोसा है इस लक्ष्य की प्राप्ति का विश्वास है. आज भारत का युवा नए आत्मविश्वास से भरा हुआ है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 'रोजगार मेला' के तहत सरकारी विभागों और संगठनों में चयनित 71,000 से अधिक कर्मियों को नियुक्ति-पत्र प्रदान किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, "आज आपके जीवन की नई शुरुआत हो रही है. आपकी वर्षों की मेहनत सफल हुई है. 2024 का ये साल आपको और आपके परिजनों को नई खुशियां देकर जा रहा है. मैं आप सभी को बधाई देता हूं. पिछले दस सालों से सरकार के विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और संस्थाओं में सरकारी नौकरी देने का अभियान चल रहा है. आज भी 71,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं.
बीते डेढ़ साल में करीब दस लाख नौकरियां
पीएम ने कहा कि बीते डेढ़ साल में करीब दस लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है. ये अपने आप में रिकॉर्ड है. आज भारत का युवा, नए आत्मविश्वास से भरा हुआ है. वो हर सेक्टर में अपना परचम लहरा रहा है. भारत के युवाओं की क्षमता और प्रतिभा का पूरा उपयोग हमारी सरकार की प्राथमिकता है."
उन्होंने आगे कहा कि अंतरिक्ष से लेकर रक्षा तक, पर्यटन से लेकर वेलनेस तक, आज भारत हर क्षेत्र में प्रगति की नई ऊंचाइयों को छू रहा है. राष्ट्र में सच्चा विकास सुनिश्चित करने के लिए हमें 'युवा प्रतिभा' को निखारने की जरूरत है और यह जिम्मेदारी वास्तव में शिक्षा प्रणाली पर है. पहले पाबंदियों के कारण जो शिक्षा व्यवस्था छात्रों पर बोझ बन जाती थी, वो अब उन्हें नए विकल्प दे रही है. अटल टिंकरिंग लैब्स और आधुनिक पीएम श्री स्कूलों के जरिए बचपन से ही इनोवेटिव माइंडसेट को गढ़ा जा रहा है. आज यहां हजारों बेटियों को भी नियुक्ति पत्र दिए गए हैं. आपकी सफलता दूसरी महिलाओं को प्रेरित करेगी. हमारा प्रयास है कि हर क्षेत्र में महिलाएं आत्मनिर्भर बनें.
आज हम दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
पीएम मोदी ने आगे कहा कि भाषा एक समय हाशिए पर रहने वाले समुदायों के लिए शिक्षा में एक महत्वपूर्ण बाधा थी. हालांकि हमने इस अंतर को पाटने के लिए अपनी नीतियों में क्रांति ला दी है. आज छात्र 13 भाषाओं में से किसी एक में परीक्षा देना चुन सकते हैं. भारत ने 2047 तक विकसित भारत के निर्माण का संकल्प लिया है. हमें इस संकल्प पर भरोसा है इस लक्ष्य की प्राप्ति का विश्वास है. आज भारत का युवा नए आत्मविश्वास से भरा हुआ है और वो हर सेक्टर में अपना परचम लहरा रहा है. आज हम दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं.
संभल-चंदौसी में मिली गुप्त सुरंग और बावड़ी कर रही हैरान, जानिए 1857 तक क्यों जुड़ रहे हैं तार
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संभल-चंदौसी में मिली गुप्त सुरंग और बावड़ी कर रही हैरान, जानिए 1857 तक क्यों जुड़ रहे हैं तार
संभल के जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि इस स्थल पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) से सर्वेक्षण कराने की संभावना पर विचार किया जा रहा है, और यदि आवश्यक हुआ तो एएसआई से अनुरोध किया जा सकता है.
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के संभल में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं. शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद प्रशासन की तरफ से एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं. प्रशासन ने हाल ही में एक प्राचीन शिव मंदिर की खोज की, जो कथित तौर पर 1978 से बंद था. इस बीच चंदौसी में शनिवार को राजस्व विभाग ने एक जमीन की खुदाई की तो उसके नीचे एक विशालकाय बावड़ी मिली है.
संभल के जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि इस स्थल पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) से सर्वेक्षण कराने की संभावना पर विचार किया जा रहा है, और यदि आवश्यक हुआ तो एएसआई से अनुरोध किया जा सकता है. मीडिया से बात करते हुए पेंसिया ने कहा, “यह स्थल पहले तालाब के रूप में पंजीकृत था. बावड़ी की ऊपरी मंजिल ईंटों से बनी है, जबकि दूसरी और तीसरी मंजिल संगमरमर की है। उन्होंने कहा कि संरचना में चार कमरे और एक बावड़ी भी है. ”
सवा सौ से डेढ़ सौ वर्ष पुरानी है बावड़ी: जिलाधिकारीजिलाधिकारी राजेंद्र पेसियां ने बताया कि खतौनी के अंदर पॉइंट 040 अर्थात 400 वर्ग मीटर क्षेत्र है. वह बावली तालाब के रूप में यहां दर्ज है. स्थानीय लोग बताते है कि बिलारी के राजा के नाना के समय बावड़ी बनी थी। इसका सेकंड और थर्ड फ्लोर मार्बल से बना है. ऊपर का तल ईटों से बना हुआ है. इसमें एक कूप भी है और लगभग चार कक्ष भी बने हुए हैं. धीरे धीरे मिट्टी निकाल रहे हैं ताकि इसकी संरचना को किसी भी प्रकार की कोई हानि न हो. वर्तमान में इसका 210 वर्ग मीटर एरिया ही लग रहा है, शेष क्षेत्रफल कब्जे में है. कम से कम सवा सौ से डेढ़ सौ वर्ष पुरानी बावड़ी हो सकती है.
सनातन सेवक संघ के राज्य प्रचार प्रमुख कौशल किशोर ने संभल जिला प्रशासन को इलाके में एक शाही बावड़ी के अस्तित्व के बारे में बताया था. जिसके बाद खुदाई शुरू की गई थी.
1857 से जुड़े हैं तार?बावड़ी को लेकर दावे किए जा रहे हैं कि इसका निर्माण 1857 में हुआ था. इसके अंदर 12 कमरे, एक कुआं वो सुरंग है.अब तक के खुदाई में 4 कमरे स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं. 2 जेसीबी की मदद से खुदाई का कार्य जारी है. हालांकि ढांचे को कोई नुकसान न हो इसके लिए बेहद सावधानी बरती जा रही है.
संभल, उत्तर प्रदेश, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध क्षेत्र है, जिसमें कई प्राचीन धरोहरें मौजूद हैं.
बावड़ी न केवल जल संरक्षण के लिए उपयोगी थी, बल्कि इसे एक धार्मिक और सामाजिक स्थल के तौर पर भी इसकी पहचान रही होगी.
समय के साथ बावड़ी का रखरखाव कम हो गया और यह क्षतिग्रस्त स्थिति में पहुंच गई, बाद में इस पर अतिक्रमण कर लिया गया.
बावड़ी क्या होता है? बावड़ी (जिसे बाउरी, बावली, या वाव भी कहा जाता है) एक पारंपरिक जल संरचना है, जिसे प्राचीन भारत में पानी के संरक्षण और भंडारण के लिए बनाया जाता था. यह सीढ़ीनुमा कुएं की तरह होती है, जिसमें लोग सीढ़ियों के जरिए पानी तक पहुंच सकते हैं. यह भारतीय स्थापत्य और जल प्रबंधन प्रणाली का एक उत्कृष्ट उदाहरण है.बारिश के पानी को संग्रहित करने के लिए भी इनका उपयोग होता था.बावड़ी पानी को सहेजने का एक कुशल तरीका था, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां पानी की कमी थी. यह केवल जल भंडारण का स्थान नहीं, बल्कि एक सामाजिक और धार्मिक केंद्र भी हुआ करता था. गर्मियों में यह जगह ठंडक का अहसास देती थी.समय के साथ बावड़ियों का उपयोग कम हो गया, लेकिन आज ये ऐतिहासिक धरोहर और पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है. संभल के चारों कोनों पर श्मशान है. जिन पर अतिक्रमण हो चुका है. इनका भी काया कल्प किया जाएगा. जो मंदिर संभल में हैं उन सबका विकास करने की योजना है. संभल में हिंदू खेड़ा नाम से एक कॉलोनी है. पहले यहां हिंदू परिवार रहा करते थे. पर आज यहां सिर्फ़ मुस्लिम समाज के लोग रहते हैं. यही हाल दीपा सराय कॉलोनी का है. कल मुरादाबाद के कमिश्नर ने मंगल के सरकारी वकीलों की बैठक बुलाई हैं. इसमें 1978 के दंगे से जुड़ी फाइल मंगाई गई हैं.
केजरीवाल सरकार के 10 साल, सिर्फ बवाल, जनता बेहाल: बीजेपी का दिल्ली सरकार पर आरोप पत्र
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केजरीवाल सरकार के 10 साल, सिर्फ बवाल, जनता बेहाल: बीजेपी का दिल्ली सरकार पर आरोप पत्र
अनुराग ठाकुर ने कहा, "केजरीवाल के वादे उदते ही फीके निकले जितने इनके थे और केजरीवाल जो बार-बार कहते हैं कि नंबर वन लेकिन किस चीज में नंबर वन".
आम आदमी पार्टी की सरकार को दिल्ली में 10 साल हो गए हैं और इसी बीच सोमवार को अनुराग ठाकुर ने आप सरकार द्वारा किए गए बड़े-बड़े वादों को याद दिलाते हुए कई सवाल उठाए हैं. इसके साथ ही उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि केजरीवाल सरकार के 10 साल हो गए लेकिन सिर्फ बवाल हुआ है और जनता बेहाल हुई है. बीजेपी ने दिल्ली सरकार पर आरोप पत्र जारी किया है.
अनुराग ठाकुर ने आप पर लगाए कई आरोप
बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर ने कहा, "इन्होंने कहा था 5 साल में यमुना को साफ करवा देंगे और इन्होंने कहा था कि दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बना देंगे. एक्यूआई लेवल एक बार 1200 पार कर गया और आज भी 500 के पार हैं". अनुराग ठाकुर ने कहा, "केजरीवाल के वादे उदते ही फीके निकले जितने इनके थे और केजरीवाल जो बार-बार कहते हैं कि नंबर वन लेकिन किस चीज में नंबर वन".
अनुराग ठाकुर ने कहा देश का सबसे महंगा पानी दिल्ली में है
उन्होंने कहा, "देश में सबसे महंगा पानी दिल्ली में - नंबर वन, दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी - दिल्ली नंबर 1, देश के सबसे ज्यादा भ्रष्टाचारी मंत्री - दिल्ली नंबर वन, देश में सबसे ज्यादा विधायक जेल में - दिल्ली नंबर वन, देश में शराब घोटाला - दिल्ली नंबर वन".
अनुराग ठाकुर ने कहा यमुना जी भी अब तक साफ नहीं हुई
अनुराग ठाकुर ने कहा, "यमुना जी को अब इतना प्रदूषित कर दिया है कि अब यहां पर पर्व मनाना भी बंद कर दिया गया है. अनुराग ठाकुर ने सवाल उठाते हुए कहा, यमुना साफ हुई क्या?" उन्होंने कहा, "कान्हा तेरी यमुना काली हो गई... केजरीवाल के पाप धोते-धोते."
दिसंबर की ठंड भी खो गई, हिमालय में घटते जंगलों की ये रिपोर्ट खतरे का संकेत
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दिसंबर की ठंड भी खो गई, हिमालय में घटते जंगलों की ये रिपोर्ट खतरे का संकेत
दिल्ली-एनसीआर में अब तक कड़ाके की ठंड नहीं पड़ी है. उत्तराखंड के निचले इलाकों में अभी तक बर्फबारी नहीं हुई है. मौसम की ये चाल बिगड़ने के पीछे क्लाइमेंट चेंज जिम्मेदार है. हाल ही में वन क्षेत्र को लेकर आई रिपोर्ट भी इस ओर ही संकेत करती है.
23 दिसंबर... साल का आखिरी महीना खत्म होने जा रहा है और दिल्ली-एनसीआर में आज सर्दियों के मौसम की पहली बारिश हुई है. हल्की बूंदा-बांदी से मौसम में ठंडक कुछ बढ़ी है. लेकिन साल के इस महीने में जैसे कड़ाके की ठंड पड़नी चाहिए, उसका अभी तक इंतजार है. मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में ठंड बढ़ेगी. लेकिन मौसम अगर अपनी सही चाल से चलता, तो अभी तक लोगों के दांत किटकिटाने लगते, जगह-जगह अलाव नजर आती, लेकिन अभी तक ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला है. ये क्लाइमेट चेंज का परिणाम है, जिसका असर देशभर के मौसम पर देखने को मिल रहा है. देश के ऐसे राज्यों से वन क्षेत्र कम हो रहे हैं, जो बारिश और बर्फबारी के लिए जिम्मेदार हैं. स्टेट ऑफ फारेस्ट रिपोर्ट (एसओएफआर) 2023 ने खुलासा किया है कि भारत में वन क्षेत्र और वृक्षावरण (ट्री कवर) उसके कुल क्षेत्रफल बढ़ोतरी हुई है, लेकिन कुछ राज्यों में वन क्षेत्र घटा है.
कई राज्यों में वनक्षेत्र में आई गिरावट
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने बताया कि 2021 की तुलना में देश के कुल वन एवं वृक्ष क्षेत्र में 1,445 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है. इसमें कुल भौगोलिक क्षेत्र का 25.17 प्रतिशत हिस्सा हरित क्षेत्र है. वर्तमान आकलन के अनुसार, देश में कुल वन एवं वृक्ष क्षेत्र 8,27,357 वर्ग किलोमीटर है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि वन क्षेत्र लगभग 7,15,343 वर्ग किलोमीटर (21.76 प्रतिशत) है, जबकि वृक्ष क्षेत्र 1,12,014 वर्ग किलोमीटर (3.41 प्रतिशत) है. क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे अधिक वन क्षेत्र वाले शीर्ष तीन राज्य मध्य प्रदेश (77,073 वर्ग किमी) हैं, उसके बाद अरुणाचल प्रदेश (65,882 वर्ग किमी) और छत्तीसगढ़ (55,812 वर्ग किमी) हैं. लेकिन कई राज्यों में वन क्षेत्र में कमी देखने को मिली है. त्रिपुरा में 95.3 वर्ग किमी का सबसे बड़ा नुकसान दर्ज किया गया, इसके बाद अरुणाचल प्रदेश (-91 वर्ग किमी), असम (-79 वर्ग किमी), मणिपुर (-54.8 वर्ग किमी), नागालैंड (-51.9 वर्ग किमी), मेघालय (-30 वर्ग किमी) का स्थान है। किमी), उत्तराखंड (-22 वर्ग किमी) और पश्चिम बंगाल (-2.4 वर्ग किमी)। आईएसएफआर आगे दर्शाता है कि उत्तराखंड में 22.9 वर्ग किमी की गिरावट में कॉर्बेट, राजाजी और केदारनाथ वन प्रभागों के वन क्षेत्र के अलावा अन्य 21 वन प्रभाग शामिल हैं, जहां दो वर्षों में वन क्षेत्र में गिरावट देखी गई है.
रिपोर्ट में दर्शाए राज्यवार आंकड़ों से पता चला है कि देश भर में वन क्षेत्र में उल्लेखनीय गिरावट आई है.
असम के रिकॉर्डेड फॉरेस्ट एरिया (आरएफए), जिसमें सरकारी रिकॉर्ड में मौजूद वन शामिल हैं, उनमें 86.66 वर्ग किलोमीटर की कमी आई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, मध्यम सघन वन (एमडीएफ) 8,333 वर्ग किलोमीटर से घटकर 4,468 वर्ग किलोमीटर रहे गए हैं.
वहीं अति सघन वन क्षेत्र 2,789 वर्ग किलोमीटर से बढ़कर 2,833 वर्ग किलोमीटर हो गया है.
त्रिपुरा में आरएफए के अंतर्गत मौजूद वन क्षेत्र घटकर 116 वर्ग किलोमीटर रह गया है.
अरुणाचल प्रदेश, असम, गुजरात, तेलंगाना और लद्दाख में भी इसी तरह की गिरावट देखी गई है.
आईएमडी ने दिल्ली में घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में 23 दिसंबर को मध्यम कोहरा रहेगा. दिल्ली में मध्यम कोहरे की स्थिति 23 से 25 दिसंबर के बीच बनी रहेगी. हालांकि, 26 और 27 दिसंबर के लिए बारिश की संभावना जताई गई है. जिससे दिल्ली-एनसीआर में ठंड और भी बढ़ सकती है. दिल्ली में न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के सामान्य तापमान से एक डिग्री कम है. आईएमडी ने बताया कि अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है.
दिल्ली-एनसीआर में आज सुबह लगभग 6 बजे के आसपास हल्की बूंदाबांदी हुई. इसके बाद शीतलहर और कोहरे की चादर ने ठिठुरन का अहसास कराया. दिल्ली के अलावा, आज सोनीपत, हिसार और सिरसा में भी बारिश हो रही है. मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले कुछ दिनों में शीतलहर लोगों को और ठिठुरन का झटका देगी उधर, हिमाचल प्रदेश के निचले पहाड़ी क्षेत्रों में शीतलहर के कारण स्थानीय मौसम विभाग को रविवार को बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर और मंडी जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी करना पड़ा, जबकि कश्मीर में तापमान अब भी शून्य से नीचे है. हिमाचल प्रदेश में, ताबो शून्य से 11.6 डिग्री नीचे तापमान के साथ सबसे सर्द स्थान रहा, जबकि सुमडो, कुसुमसेरी और कल्पा में तापमान क्रमश: शून्य से 5.3 डिग्री नीचे, शून्य से 4.8 डिग्री नीचे और शून्य से 1.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया.
मौसम केंद्र ने 24 से 26 दिसंबर तक मंडी में भाखड़ा बांध जलाशय क्षेत्र और बल्ह घाटी के कुछ हिस्सों में घने कोहरे के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. इस दौरान निचली पहाड़ियों में अलग-अलग स्थानों पर बर्फ की मोटी परत जमी हुई देखी जा सकती है. ऊंचाई वाले आदिवासी इलाकों और पहाड़ी दर्रों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जहां पारा हिमांक बिंदु से 14-18 डिग्री नीचे बना हुआ है. मध्य एवं ऊंची पहाड़ियों में कई स्थानों पर पाइपों में पानी जम गया , साथ ही झरने और छोटी नदियों में भी पानी जम गया जिससे पानी का बहाव कम हो गया और जल विद्युत उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुआ.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है. आईएमडी के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम भारत के प्रमुख स्थानों में अगले 5-7 दिनों तक शीत लहर की स्थिति बने रहने की आशंका है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अगले छह दिनों तक जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में शीत लहर की स्थिति बनी रहेगी. राजस्थान और पंजाब में भी दो दिनों तक सर्दी का सितम जारी रहेगा, यहां भी शीत लहर को लेकर चेतावनी दी गई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, शीत लहर के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में अगले छह दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जबकि पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में शनिवार (21 दिसंबर) का दिन काफी ठंडा रहेगा. आईएमडी के मुताबिक, बाद में उत्तर-पश्चिम भारत में शीत लहर का प्रभाव कम होगा, लेकिन 23 दिसंबर से पंजाब और हरियाणा में भीषण कोहरे का असर देखने को मिल सकता है. इन दोनों ही राज्यों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
संसद में धक्का-मुक्की में घायल सांसदों प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत अब कैलाश अस्पताल में हुए भर्ती
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संसद में धक्का-मुक्की में घायल सांसदों प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत अब कैलाश अस्पताल में हुए भर्ती
दोनों सांसदों को आरएमएल से छुट्टी के बाद नोएडा के कैलाश अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
संसद में धक्का-मुक्की में घायल हुए बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. इसके बाद जानकारी मिली है कि दोनों को नोएडा के कैलाश अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. बता दें कि धक्का-मुक्की के बाद दोनों सांसदों को आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके बाद 21 दिसंबर को दोनों की हालत बेहतर होने पर दोनों सांसदों को आईसीयू से प्राइवेट रूम में शिफ्ट कर दिया गया था. इसके बाद आज उन्हें छुट्टी दे दी गई है.
क्या है मामला ?
दरअसल, 19 दिसंबर को शीतकालीन सत्र के दौरान संसद परिसर में कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल अंबेडकर विवाद को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान बीजेपी के सांसद भी मकर द्वार पर अपना प्रदर्शन कर रहे थे. तभी कांग्रेस और अन्य सांसद अंदर जाने लगे और धक्का-मुक्की हो गई. धक्का-मुक्की में बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए, जिन्हें फटाफट अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसके बाद राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में नई रणनीति के साथ मैदान में उतरेगी बीजेपी, जानिए कब तक आएगी प्रत्याशियों की पहली लिस्ट
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दिल्ली विधानसभा चुनाव में नई रणनीति के साथ मैदान में उतरेगी बीजेपी, जानिए कब तक आएगी प्रत्याशियों की पहली लिस्ट
बीजेपी तय कर चुकी है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में वो बिना सीएम उम्मीदवार के उतरेगी.जनवरी के पहले सप्ताह में दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों की तरफ से तैयारी तेज कर दी गयी है. भारतीय जनता पार्टी की तरफ से जल्द ही उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की जाएगी. बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक इसी हफ्ते होने की संभावना है. बीजेपी अपने कुछ पूर्व सांसदों को विधानसभा में टिकट दे सकती है.नई दिल्ली विधानसभा सीट से पूर्व सांसद परवेश साहिब सिंह वर्मा अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव में उतारे जा सकते हैं.बीजेपी आप और कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं को अपने पाले में लाकर टिकट देगी.बीजेपी तय कर चुकी है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में वो बिना सीएम उम्मीदवार के उतरेगी.
बीजेपी तय कर चुकी है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में वो बिना सीएम उम्मीदवार के उतरेगी.जनवरी के पहले सप्ताह में दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है. बीजेपी उससे पहले अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान करेगी.पार्टी ने हर विधानसभा सीट का सर्वे पूरा कर लिया है.हर विधानसभा सीट से तीन संभावित उम्मीदवारों के नामों का पैनल तैयार किया है.बीजेपी के अभी आठ विधायक हैं, इनमें से कुछ का पत्ता कट सकता है.जबकि हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए कैलाश गहलोत, राजकुमार चौहान, अरविंदर सिंह लवली, राज कुमार आनंद जैसे नेताओं को टिकट दिया जा सकता है.दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा को भी चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है.
कुवैत से क्या लाए पीएम मोदी... जानें कितना हिट रहा पीएम मोदी का ये दौरा
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कुवैत से क्या लाए पीएम मोदी... जानें कितना हिट रहा पीएम मोदी का ये दौरा
भारत और कुवैत ने रविवार को अपने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाया और रक्षा सहयोग के लिए एक अहम समझौते पर हस्ताक्षर किए तथा एक महत्वाकांक्षी निवेश संधि को जल्द ही अंतिम रूप देने का संकल्प लिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुवैत के दो दिवसीय सफल दौरे के बाद नई दिल्ली (भारत) लौट आए हैं. अब सवाल है कि कुवैत से पीएम मोदी क्या लेकर आए? पीएम मोदी की कुवैत यात्रा से भारत को क्या हुआ हासिल? इस यात्रा के दौरान दोनों देशों ने अपनी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत किया और द्विपक्षीय सहयोग एवं विकास के एक नए युग की शुरुआत की है. पीएम मोदी शनिवार को दो दिवसीय यात्रा पर कुवैत पहुंचे थे. यह 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इस खाड़ी देश की पहली यात्रा थी. पीएम मोदी को कुवैत दौरे के दूसरे दिन वहां के सर्वोच्च सम्मान 'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' से भी सम्मानित किया गया. प्रधानमंत्री से पहले यह सम्मान बिल क्लिंटन, प्रिंस चार्ल्स और जॉर्ज बुश को दिया जा चुका है. पीएम मोदी की ऐतिहासिक दो दिवसीय यात्रा के दौरान भारत और कुवैत ने संबंधों को 'रणनीतिक साझेदारी' तक बढ़ाने पर सहमति जताई और रविवार को रक्षा क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को नियमित बनाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए.
भारत और कुवैत ने रविवार को अपने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाया और रक्षा सहयोग के लिए एक अहम समझौते पर हस्ताक्षर किए तथा एक महत्वाकांक्षी निवेश संधि को जल्द ही अंतिम रूप देने का संकल्प लिया. यह समझौता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की खाड़ी देश के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा और अन्य शीर्ष नेताओं के साथ व्यापक वार्ता के बाद हुआ. भारत और कुवैत के संयुक्त बयान के अनुसार, दोनों पक्षों ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे द्विपक्षीय निवेश संधि पर हो रही बातचीत को तेजी से पूरा करें. ऊर्जा सहयोग को बढ़ाने के लिए दोनों पक्षों ने तेल और गैस की खोज और उत्पादन, रिफाइनिंग और इंजीनियरिंग सेवाओं तथा पेट्रोकेमिकल उद्योगों के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए दोनों देशों की कंपनियों को समर्थन देने की इच्छा व्यक्त की. ऊर्जा सहयोग को बढ़ाने के उद्देश्य से दोनों पक्षों ने इस बात पर जोर दिया कि वे अपने-अपने देशों की कंपनियों को तेल और गैस के अन्वेषण तथा उत्पादन, रिफाइनिंग, इंजीनियरिंग सेवाओं, और 'पेट्रोकेमिकल' उद्योगों में सहयोग बढ़ाने के लिए समर्थन प्रदान करेंगे.
भारत और कुवैत के बीच बढ़ेगा व्यापार
कुवैत की ओर से बयान में कहा गया कि कुवैती नेता कुवैत के ‘विजन 2035' को साकार करने की दिशा में भारत की ओर से बड़ी भूमिका और योगदान की आशा करते हैं.
खाड़ी देश भारत के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से एक है और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार वित्त वर्ष 2023-24 में 10.47 अरब अमेरिकी डॉलर का रहा.
कुवैत, भारत का छठा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता है, जो देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को तीन प्रतिशत तक पूरा करता है.
भारतीय निर्यात कुवैत में पहली बार दो अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया, जबकि भारत में कुवैत निवेश प्राधिकरण का निवेश 10 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया.
इससे पहले 1981 में तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कुवैत की यात्रा की थी. भारतीय समुदाय कुवैत में सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है.
भारत-कुवैत के बीच हुए ये समझौते
रक्षा पर सझौता ज्ञापन (एमओयू) सहित कुल चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. अन्य समझौतों में खेल, संस्कृति और सौर ऊर्जा के क्षेत्रों में सहयोग शामिल है. विदेश मंत्रालय में सचिव (प्रवासी भारतीय मामले) अरुण कुमार चटर्जी ने संवाददाताओं से कहा कि रक्षा संबंधी समझौता ज्ञापन (एमओयू) रक्षा उद्योग, रक्षा उपकरणों की आपूर्ति, संयुक्त अभ्यास, प्रशिक्षण, कर्मियों और विशेषज्ञों की सेवा के आदान-प्रदान और अनुसंधान एवं विकास के क्षत्र में तालमेल स्थापित करने से जुड़े क्षेत्रों में सहयोग प्रदान करेगा. संयुक्त बयान में कहा गया कि रक्षा समझौते से तटीय रक्षा, समुद्री सुरक्षा तथा रक्षा उपकरणों के संयुक्त विकास एवं उत्पादन में सहयोग को बढ़ावा मिलेगा. बयान में कहा गया कि वार्ता में दोनों पक्षों ने सीमापार आतंकवाद सहित सभी प्रकार के आतंकवाद की स्पष्ट रूप से निंदा की तथा आतंकवाद का वित्तपोषण करने वालों और सुरक्षित पनाहगाहों को नष्ट करने का आह्वान किया. दोनों पक्षों ने आतंकवाद-रोधी सहयोग बढ़ाने, सूचना एवं खुफिया जानकारी साझा करने तथा सर्वोत्तम प्रथाओं एवं प्रौद्योगिकियों का आदान-प्रदान करने पर भी सहमति व्यक्त की. विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों प्रधानमंत्रियों ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में व्यापार, निवेश, ऊर्जा, रक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा, प्रौद्योगिकी और दोनों देशों की जनता के बीच संबंधों सहित विभिन्न क्षेत्रों में रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए एक रोडमैप पर चर्चा की.
PM मोदी ने कहा- द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती मिलेगी
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर जारी एक पोस्ट में कुवैती समकक्ष के साथ अपनी वार्ता को ‘लाभदायक' बताया. उन्होंने कहा, 'हमारी बातचीत में भारत-कुवैत संबंधों के पूर्ण आयाम पर चर्चा हुई, जिसमें व्यापार, वाणिज्य, दोनों देशों की जनता के स्तर पर संबंध आदि शामिल थे. महत्वपूर्ण सहमति पत्रों और समझौतों का भी आदान-प्रदान हुआ, जिससे द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती मिलेगी.' प्रधानमंत्री मोदी ने कुवैती निवेश प्राधिकरण और अन्य हितधारकों के एक प्रतिनिधिमंडल को ऊर्जा, रक्षा, चिकित्सा उपकरण, फार्मा और खाद्य पार्क आदि क्षेत्रों में नए अवसरों की तलाश के लिए भारत आने का निमंत्रण भी दिया.
PM मोदी ने 10 लाख भारतीयों के लिए अमीर को कहा- धन्यवाद
पीएम मोदी ने अमीर के अलावा समग्र द्विपक्षीय संबंधों को नयी गति देने पर ध्यान केंद्रित करते हुए कुवैती प्रधानमंत्री अहमद अब्दुल्ला अल-अहमद अल-सबा और युवराज (क्राउन प्रिंस) सबा अल-खालिद अल-हमद अल-मुबारक अल-सबा के साथ व्यापक बातचीत की. बैठकों में, भारतीय पक्ष ने खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) की कुवैत की अध्यक्षता के माध्यम से प्रभावशाली समूह के साथ अपने सहयोग को तेज करने में भी गहरी रुचि दिखाई. पीएम मोदी और अमीर ने बायन पैलेस में हुई अपनी चर्चा में सूचना प्रौद्योगिकी, औषधि, फिनटेक, बुनियादी ढांचे और सुरक्षा क्षेत्र में संबंधों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया. पीएम मोदी ने कुवैत में दस लाख से अधिक भारतीयों का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए अमीर को धन्यवाद दिया, जबकि कुवैती नेता ने खाड़ी देश की विकास यात्रा में समुदाय के योगदान की सराहना की. मोदी ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'कुवैत के महामहिम अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल सबा के साथ शानदार बैठक हुई. हमने औषधि, आईटी, सेहत, बुनियादी ढांचे और सुरक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की.' उन्होंने कहा, 'हमारे देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों के अनुरूप, हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक स्तर तक बढ़ाया है और मुझे आशा है कि आने वाले समय में हमारी मित्रता और भी अधिक प्रगाढ़ होगी.'
पीएम मोदी को 'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुवैत दौरे के दूसरे दिन सर्वोच्च सम्मान 'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' से सम्मानित किया गया. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पीएम मोदी को कुवैत के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किए जाने पर बधाई दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुवैत के अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा से यह सम्मान हासिल किया है. 'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का एक नाइटहुड सम्मान है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह सम्मान मित्रता के प्रतीक के तौर पर राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है. पीएम नरेंद्र मोदी से पहले यह सम्मान बिल क्लिंटन, प्रिंस चार्ल्स और जॉर्ज बुश को दिया जा चुका है.
गणतंत्र दिवस परेड के लिए दिल्ली की झांकी इस बार भी खारिज, AAP और BJP की जुबानी जंग शुरू
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गणतंत्र दिवस परेड के लिए दिल्ली की झांकी इस बार भी खारिज, AAP और BJP की जुबानी जंग शुरू
अरविंद केजरीवाल ने कहा, "वे (बीजेपी) दिल्ली के लोगों से इतनी नफरत क्यों करते हैं? दिल्ली के लोगों को उन्हें वोट क्यों देना चाहिए?"
इस बार भी राजपथ पर 26 जनवरी, 2025 को होने वाली पारंपरिक गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली की झांकी शामिल नहीं होगी. यह निरंतर चौथा गणतंत्र दिवस होगा जिसमें राष्ट्रीय राजधानी का प्रतिनिधित्व नहीं होगा. इउस मुद्दे पर अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच फिर से वाकयुद्ध शुरू हो गया है. लगभग एक दशक तक दिल्ली सरकार का नेतृत्व करने वाले अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर हमला किया.
केजरीवाल की टिप्पणियों में आने वाले विधानसभा चुनाव का प्रभाव देखा गया. दिल्ली में विधानसभा चुनाव अगले वर्ष फरवरी में होने की संभावना है.
अरविंद केजरीवाल ने एक आक्रामक मैसेज में कहा, "पिछले कई सालों से दिल्ली की झांकी को परेड में शामिल नहीं होने दिया जा रहा है. यह कैसी राजनीति है? वे दिल्ली के लोगों से इतनी नफरत क्यों करते हैं? दिल्ली के लोग उन्हें वोट क्यों दें?" उन्होंने कहा, "उनके पास दिल्ली के लोगों के लिए कोई विजन नहीं है. वे सिर्फ केजरीवाल को गाली देते हैं. क्या हमें सिर्फ इसके लिए उन्हें वोट देना चाहिए? झांकी और दिल्ली के लोगों को 26 जनवरी की परेड में शामिल होने से क्यों रोका जा रहा है?"
अरविंद केजरीवाल ने केंद्र पर इस मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि दिल्ली भारत की राजधानी है और हर साल 26 जनवरी की परेड में इसका प्रतिनिधित्व होना चाहिए.
''सुबह से रात तक केजरीवाल को कोसने पर ध्यान''
केजरीवाल ने दावा किया कि भाजपा के चुनाव अभियान में ‘‘दिल्ली के लोगों के लिए कोई विमर्श, दृष्टि या कार्यक्रम'' नहीं है.उन्होंने कहा, ‘‘उनके पास यह दिखाने की कोई योजना नहीं है कि अगर वे सरकार बनाते हैं तो वे क्या करेंगे.''
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि भाजपा केवल 'सुबह से रात तक केजरीवाल को कोसने' पर अपना ध्यान केंद्रित किए हुए है. यह आरोप लगाते हुए कि भाजपा का एकमात्र मिशन 'केजरीवाल हटाओ' है, केजरीवाल ने सवाल किया कि क्या लोगों को किसी पार्टी को सिर्फ इसलिए वोट देना चाहिए क्योंकि वह दूसरों को गालियां देती है.
राष्ट्रीय त्योहार पर केजरीवाल अपना 'असली रंग' दिखाते हैं : बीजेपी
दिल्ली भाजपा को अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी प्रमुख केजरीवाल पर पलटवार करते हुए दावा किया कि जब भी कोई राष्ट्रीय त्योहार आता है, केजरीवाल अपना 'असली रंग' दिखाते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘दिल्लीवासी 2014 की घटना को नहीं भूले हैं, जब पूरा शहर गणतंत्र दिवस मनाने की तैयारी कर रहा था, लेकिन केजरीवाल ने विरोध प्रदर्शन करके इसकी गरिमा को धूमिल किया.''
उन्होंने यह भी कहा कि गणतंत्र दिवस परेड के लिए झांकियों का चयन करने का निर्णय एक नामित समिति द्वारा किया जाता है और उनकी संख्या भी सीमित होती है, जिसे केजरीवाल अच्छी तरह जानते हैं. भाजपा नेता ने कहा, ‘‘चूंकि दिल्ली में चुनाव नजदीक आ रहे हैं, इसलिए केजरीवाल लोगों का ध्यान वास्तविक मुद्दों से हटाना चाहते हैं.''
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, गणतंत्र दिवस का राजनीतिकरण करना अरविंद केजरीवाल की घटिया सोच है. उन्होंने कहा, "अरविंद केजरीवाल दिल्ली की झांकी में क्या दिखाना चाहते हैं? दिल्ली की सड़कें टूटी हुई हैं. मानसून में सीवर की वजह से बच्चे डूबकर मर जाते हैं. लोग आज दिल्ली में पानी खरीदकर पीते हैं. जिस यमुना में वो पिछले 10 साल से डुबकी लगाने की बात कर रहे हैं, उसको परेड में दिखाएंगे क्या? दिल्ली में केजरीवाल ने विकास का एक काम नहीं किया. उन्होंने सिर्फ झूठ बोला है. जब-जब कोई राष्ट्रीय पर्व आएगा, तो वो ऐसा विवाद पैदा करेंगे, जिससे भारत की गरिमा को ठेस पहुंचेगी."
''घुसपैठियों को पाल रही आम आदमी पार्टी''
दिल्ली में 175 अवैध बांग्लादेशियों की पहचान को लेकर वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, "मुझे लगता है यह संख्या ज्यादा होगी. अभी छानबीन शुरू हुई है. दिल्ली के हकों पर जिस तरीके से घुसपैठियों का हमला हो रहा, वो दिल्ली की जनता के लिए खतरा है. आम आदमी पार्टी के द्वारा उनको जानबूझकर शेल्टर किया दिया जा रहा है और बसाने की कोशिश की जा रही है."
भाजपा नेता ने आगे कहा, हमने 'आप' विधायकों का वीडियो देखा, "जिसमें वो 10 हजार रुपये देते हुए दिख रहे हैं और वो बहुत गर्व के साथ बता रहे हैं कि वो घुसपैठियों को पाल रहे हैं. उनको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वोट बैंक की राजनीति में देश की अस्मिता और एकता को खतरा नहीं आए, यह उन लोगों को सोचना चाहिए. विदेशी घुसपैठियों का मजहब नहीं देखना चाहिए. वो देश की सुरक्षा के लिए खतरा हैं. जितनी भी जांच एजेंसी हैं, उनको जांच करना चाहिए. कानून के अंतर्गत जो नियम है, उसके अनुसार कार्रवाई करनी चाहिए."
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत गंभीर, आमरण अनशन अब भी जारी
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किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत गंभीर, आमरण अनशन अब भी जारी
डल्लेवाल की जांच करने वाले एक चिकित्सक ने खनौरी सीमा पर बताया कि उनके हाथ-पैर ठंडे थे. भूख से उनके तंत्रिका तंत्र, यकृत और गुर्दे जैसे महत्वपूर्ण अंगों पर प्रभाव पड़ रहा है.
पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन रविवार को 27वें दिन भी जारी रहा, जबकि चिकित्सकों ने बताया कि उनकी हालत ‘‘गंभीर है.'' खनौरी सीमा पर प्रदर्शन स्थल पर उनका इलाज कर रहे चिकित्सकों ने फिर से कहा कि डल्लेवाल को हृदयाघात और कई अंगों के फेल हो जाने का खतरा है.
डल्लेवाल (70) आंदोलनरत किसानों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित अन्य मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के वास्ते पंजाब और हरियाणा के बीच खनौरी बॉर्डर पर 26 नवंबर से आमरण अनशन पर बैठे हैं.
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि चिकित्सकों की सलाह के बाद वरिष्ठ किसान नेता रविवार को मंच पर नहीं आए. बयान में कहा गया कि 28 दिनों से लगातार भूख हड़ताल करने से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर हो गई है, जिससे उन्हें संक्रमण का खतरा है.
चिकित्सक ने क्या बताया
डल्लेवाल की जांच करने वाले एक चिकित्सक ने खनौरी सीमा पर संवाददाताओं को बताया, ‘‘उनके हाथ-पैर ठंडे थे. भूख से उनके तंत्रिका तंत्र, यकृत और गुर्दे जैसे महत्वपूर्ण अंगों पर प्रभाव पड़ रहा है. उनका रक्तचाप भी घट-बढ़ रहा है, कभी-कभी बहुत तेजी से गिर जाता है, जो चिंता का विषय है.' डॉक्टर ‘5 रीवर्स हार्ट एसोसिएशन' नामक एक गैर सरकारी संगठन के चिकित्सकों की टीम का हिस्सा हैं. उन्होंने कहा, ‘‘वह सही से बातों का जवाब नहीं दे पा रहे हैं.''
चिकित्सक ने बताया कि डल्लेवाल का ‘ऑर्थोस्टेटिक हाइपोटेंशन' भी सकारात्मक मिला, जो निम्न रक्तचाप का एक प्रकार है जिससे चक्कर या हल्का सिरदर्द और बेहोशी आ सकती है. उनका हेमोडायनामिक (रक्त का अपर्याप्त प्रवाह) रूप से अस्थिर है. आमतौर पर ऐसे मरीजों को आईसीयू में भर्ती करने की जरूरत होती है. उन्हें दिल का दौरा पड़ने का खतरा है और उनकी हालत गंभीर है.
आगे क्या है प्लान
बयान में कहा गया कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शनिवार शाम को धरना स्थल पर पहुंच कर डल्लेवाल से मुलाकात की. इसमें कहा गया है, ‘‘कल शाम कृषि संबंधी संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष चरणजीत सिंह चन्नी ने डल्लेवाल से मुलाकात की.'' चन्नी ने कहा कि डल्लेवाल निःस्वार्थ भाव से देश के किसानों के लिए अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं. किसान नेताओं के हवाले से बयान में कहा गया कि डल्लेवाल की भूख हड़ताल के समर्थन में 24 दिसंबर को शाम 5.30 बजे देशभर में कैंडल मार्च निकाला जाएगा. उन्होंने कहा कि जब 26 दिसंबर को डल्लेवाल के अनशन का एक महीना पूरा हो जाएगा तो तहसील और जिला स्तर पर सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक सांकेतिक भूख हड़ताल की जाएगी.