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केजरीवाल सरकार के 10 साल, सिर्फ बवाल, जनता बेहाल: बीजेपी का दिल्ली सरकार पर आरोप पत्र
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केजरीवाल सरकार के 10 साल, सिर्फ बवाल, जनता बेहाल: बीजेपी का दिल्ली सरकार पर आरोप पत्र
अनुराग ठाकुर ने कहा, "केजरीवाल के वादे उदते ही फीके निकले जितने इनके थे और केजरीवाल जो बार-बार कहते हैं कि नंबर वन लेकिन किस चीज में नंबर वन".
आम आदमी पार्टी की सरकार को दिल्ली में 10 साल हो गए हैं और इसी बीच सोमवार को अनुराग ठाकुर ने आप सरकार द्वारा किए गए बड़े-बड़े वादों को याद दिलाते हुए कई सवाल उठाए हैं. इसके साथ ही उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि केजरीवाल सरकार के 10 साल हो गए लेकिन सिर्फ बवाल हुआ है और जनता बेहाल हुई है. बीजेपी ने दिल्ली सरकार पर आरोप पत्र जारी किया है.
अनुराग ठाकुर ने आप पर लगाए कई आरोप
बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर ने कहा, "इन्होंने कहा था 5 साल में यमुना को साफ करवा देंगे और इन्होंने कहा था कि दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बना देंगे. एक्यूआई लेवल एक बार 1200 पार कर गया और आज भी 500 के पार हैं". अनुराग ठाकुर ने कहा, "केजरीवाल के वादे उदते ही फीके निकले जितने इनके थे और केजरीवाल जो बार-बार कहते हैं कि नंबर वन लेकिन किस चीज में नंबर वन".
अनुराग ठाकुर ने कहा देश का सबसे महंगा पानी दिल्ली में है
उन्होंने कहा, "देश में सबसे महंगा पानी दिल्ली में - नंबर वन, दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी - दिल्ली नंबर 1, देश के सबसे ज्यादा भ्रष्टाचारी मंत्री - दिल्ली नंबर वन, देश में सबसे ज्यादा विधायक जेल में - दिल्ली नंबर वन, देश में शराब घोटाला - दिल्ली नंबर वन".
अनुराग ठाकुर ने कहा यमुना जी भी अब तक साफ नहीं हुई
अनुराग ठाकुर ने कहा, "यमुना जी को अब इतना प्रदूषित कर दिया है कि अब यहां पर पर्व मनाना भी बंद कर दिया गया है. अनुराग ठाकुर ने सवाल उठाते हुए कहा, यमुना साफ हुई क्या?" उन्होंने कहा, "कान्हा तेरी यमुना काली हो गई... केजरीवाल के पाप धोते-धोते."
दिसंबर की ठंड भी खो गई, हिमालय में घटते जंगलों की ये रिपोर्ट खतरे का संकेत
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दिसंबर की ठंड भी खो गई, हिमालय में घटते जंगलों की ये रिपोर्ट खतरे का संकेत
दिल्ली-एनसीआर में अब तक कड़ाके की ठंड नहीं पड़ी है. उत्तराखंड के निचले इलाकों में अभी तक बर्फबारी नहीं हुई है. मौसम की ये चाल बिगड़ने के पीछे क्लाइमेंट चेंज जिम्मेदार है. हाल ही में वन क्षेत्र को लेकर आई रिपोर्ट भी इस ओर ही संकेत करती है.
23 दिसंबर... साल का आखिरी महीना खत्म होने जा रहा है और दिल्ली-एनसीआर में आज सर्दियों के मौसम की पहली बारिश हुई है. हल्की बूंदा-बांदी से मौसम में ठंडक कुछ बढ़ी है. लेकिन साल के इस महीने में जैसे कड़ाके की ठंड पड़नी चाहिए, उसका अभी तक इंतजार है. मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में ठंड बढ़ेगी. लेकिन मौसम अगर अपनी सही चाल से चलता, तो अभी तक लोगों के दांत किटकिटाने लगते, जगह-जगह अलाव नजर आती, लेकिन अभी तक ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला है. ये क्लाइमेट चेंज का परिणाम है, जिसका असर देशभर के मौसम पर देखने को मिल रहा है. देश के ऐसे राज्यों से वन क्षेत्र कम हो रहे हैं, जो बारिश और बर्फबारी के लिए जिम्मेदार हैं. स्टेट ऑफ फारेस्ट रिपोर्ट (एसओएफआर) 2023 ने खुलासा किया है कि भारत में वन क्षेत्र और वृक्षावरण (ट्री कवर) उसके कुल क्षेत्रफल बढ़ोतरी हुई है, लेकिन कुछ राज्यों में वन क्षेत्र घटा है.
कई राज्यों में वनक्षेत्र में आई गिरावट
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने बताया कि 2021 की तुलना में देश के कुल वन एवं वृक्ष क्षेत्र में 1,445 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है. इसमें कुल भौगोलिक क्षेत्र का 25.17 प्रतिशत हिस्सा हरित क्षेत्र है. वर्तमान आकलन के अनुसार, देश में कुल वन एवं वृक्ष क्षेत्र 8,27,357 वर्ग किलोमीटर है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि वन क्षेत्र लगभग 7,15,343 वर्ग किलोमीटर (21.76 प्रतिशत) है, जबकि वृक्ष क्षेत्र 1,12,014 वर्ग किलोमीटर (3.41 प्रतिशत) है. क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे अधिक वन क्षेत्र वाले शीर्ष तीन राज्य मध्य प्रदेश (77,073 वर्ग किमी) हैं, उसके बाद अरुणाचल प्रदेश (65,882 वर्ग किमी) और छत्तीसगढ़ (55,812 वर्ग किमी) हैं. लेकिन कई राज्यों में वन क्षेत्र में कमी देखने को मिली है. त्रिपुरा में 95.3 वर्ग किमी का सबसे बड़ा नुकसान दर्ज किया गया, इसके बाद अरुणाचल प्रदेश (-91 वर्ग किमी), असम (-79 वर्ग किमी), मणिपुर (-54.8 वर्ग किमी), नागालैंड (-51.9 वर्ग किमी), मेघालय (-30 वर्ग किमी) का स्थान है। किमी), उत्तराखंड (-22 वर्ग किमी) और पश्चिम बंगाल (-2.4 वर्ग किमी)। आईएसएफआर आगे दर्शाता है कि उत्तराखंड में 22.9 वर्ग किमी की गिरावट में कॉर्बेट, राजाजी और केदारनाथ वन प्रभागों के वन क्षेत्र के अलावा अन्य 21 वन प्रभाग शामिल हैं, जहां दो वर्षों में वन क्षेत्र में गिरावट देखी गई है.
रिपोर्ट में दर्शाए राज्यवार आंकड़ों से पता चला है कि देश भर में वन क्षेत्र में उल्लेखनीय गिरावट आई है.
असम के रिकॉर्डेड फॉरेस्ट एरिया (आरएफए), जिसमें सरकारी रिकॉर्ड में मौजूद वन शामिल हैं, उनमें 86.66 वर्ग किलोमीटर की कमी आई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, मध्यम सघन वन (एमडीएफ) 8,333 वर्ग किलोमीटर से घटकर 4,468 वर्ग किलोमीटर रहे गए हैं.
वहीं अति सघन वन क्षेत्र 2,789 वर्ग किलोमीटर से बढ़कर 2,833 वर्ग किलोमीटर हो गया है.
त्रिपुरा में आरएफए के अंतर्गत मौजूद वन क्षेत्र घटकर 116 वर्ग किलोमीटर रह गया है.
अरुणाचल प्रदेश, असम, गुजरात, तेलंगाना और लद्दाख में भी इसी तरह की गिरावट देखी गई है.
आईएमडी ने दिल्ली में घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में 23 दिसंबर को मध्यम कोहरा रहेगा. दिल्ली में मध्यम कोहरे की स्थिति 23 से 25 दिसंबर के बीच बनी रहेगी. हालांकि, 26 और 27 दिसंबर के लिए बारिश की संभावना जताई गई है. जिससे दिल्ली-एनसीआर में ठंड और भी बढ़ सकती है. दिल्ली में न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के सामान्य तापमान से एक डिग्री कम है. आईएमडी ने बताया कि अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है.
दिल्ली-एनसीआर में आज सुबह लगभग 6 बजे के आसपास हल्की बूंदाबांदी हुई. इसके बाद शीतलहर और कोहरे की चादर ने ठिठुरन का अहसास कराया. दिल्ली के अलावा, आज सोनीपत, हिसार और सिरसा में भी बारिश हो रही है. मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले कुछ दिनों में शीतलहर लोगों को और ठिठुरन का झटका देगी उधर, हिमाचल प्रदेश के निचले पहाड़ी क्षेत्रों में शीतलहर के कारण स्थानीय मौसम विभाग को रविवार को बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर और मंडी जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी करना पड़ा, जबकि कश्मीर में तापमान अब भी शून्य से नीचे है. हिमाचल प्रदेश में, ताबो शून्य से 11.6 डिग्री नीचे तापमान के साथ सबसे सर्द स्थान रहा, जबकि सुमडो, कुसुमसेरी और कल्पा में तापमान क्रमश: शून्य से 5.3 डिग्री नीचे, शून्य से 4.8 डिग्री नीचे और शून्य से 1.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया.
मौसम केंद्र ने 24 से 26 दिसंबर तक मंडी में भाखड़ा बांध जलाशय क्षेत्र और बल्ह घाटी के कुछ हिस्सों में घने कोहरे के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. इस दौरान निचली पहाड़ियों में अलग-अलग स्थानों पर बर्फ की मोटी परत जमी हुई देखी जा सकती है. ऊंचाई वाले आदिवासी इलाकों और पहाड़ी दर्रों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जहां पारा हिमांक बिंदु से 14-18 डिग्री नीचे बना हुआ है. मध्य एवं ऊंची पहाड़ियों में कई स्थानों पर पाइपों में पानी जम गया , साथ ही झरने और छोटी नदियों में भी पानी जम गया जिससे पानी का बहाव कम हो गया और जल विद्युत उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुआ.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है. आईएमडी के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम भारत के प्रमुख स्थानों में अगले 5-7 दिनों तक शीत लहर की स्थिति बने रहने की आशंका है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अगले छह दिनों तक जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में शीत लहर की स्थिति बनी रहेगी. राजस्थान और पंजाब में भी दो दिनों तक सर्दी का सितम जारी रहेगा, यहां भी शीत लहर को लेकर चेतावनी दी गई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, शीत लहर के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में अगले छह दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जबकि पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में शनिवार (21 दिसंबर) का दिन काफी ठंडा रहेगा. आईएमडी के मुताबिक, बाद में उत्तर-पश्चिम भारत में शीत लहर का प्रभाव कम होगा, लेकिन 23 दिसंबर से पंजाब और हरियाणा में भीषण कोहरे का असर देखने को मिल सकता है. इन दोनों ही राज्यों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में नई रणनीति के साथ मैदान में उतरेगी बीजेपी, जानिए कब तक आएगी प्रत्याशियों की पहली लिस्ट
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दिल्ली विधानसभा चुनाव में नई रणनीति के साथ मैदान में उतरेगी बीजेपी, जानिए कब तक आएगी प्रत्याशियों की पहली लिस्ट
बीजेपी तय कर चुकी है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में वो बिना सीएम उम्मीदवार के उतरेगी.जनवरी के पहले सप्ताह में दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों की तरफ से तैयारी तेज कर दी गयी है. भारतीय जनता पार्टी की तरफ से जल्द ही उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की जाएगी. बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक इसी हफ्ते होने की संभावना है. बीजेपी अपने कुछ पूर्व सांसदों को विधानसभा में टिकट दे सकती है.नई दिल्ली विधानसभा सीट से पूर्व सांसद परवेश साहिब सिंह वर्मा अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव में उतारे जा सकते हैं.बीजेपी आप और कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं को अपने पाले में लाकर टिकट देगी.बीजेपी तय कर चुकी है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में वो बिना सीएम उम्मीदवार के उतरेगी.
बीजेपी तय कर चुकी है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में वो बिना सीएम उम्मीदवार के उतरेगी.जनवरी के पहले सप्ताह में दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है. बीजेपी उससे पहले अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान करेगी.पार्टी ने हर विधानसभा सीट का सर्वे पूरा कर लिया है.हर विधानसभा सीट से तीन संभावित उम्मीदवारों के नामों का पैनल तैयार किया है.बीजेपी के अभी आठ विधायक हैं, इनमें से कुछ का पत्ता कट सकता है.जबकि हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए कैलाश गहलोत, राजकुमार चौहान, अरविंदर सिंह लवली, राज कुमार आनंद जैसे नेताओं को टिकट दिया जा सकता है.दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा को भी चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है.
'अमानतुल्लाह खान ने मनोज तिवारी पर किया हमला', दिल्ली BJP का AAP पर बड़ा आरोप
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'अमानतुल्लाह खान ने मनोज तिवारी पर किया हमला', दिल्ली BJP का AAP पर बड़ा आरोप
दिल्ली बीजेपी ने सोशल मीडिया पोस्ट एक्स पर इस वीडियो को भी साझा किया है. साथ ही इस पोस्ट पर दिल्ली सरकार पर भी निशाना साधा गया है.
आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान एक बार फिर गलत कारणों से चर्चाओं में बने हुए हैं. ओखला से आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान पर भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी को धक्का देने का आरोप लगा है. दिल्ली बीजेपी ने आप विधायक पर ये आरोप लगाते हुए एक वीडियो भी अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट किया है. इस एक्स पोस्ट में बीजेपी ने लिखा है कि AAP के दंगाई अमानतुल्ला खान की पूर्वांचल समाज को लेकर नफ़रत को देखिए .केजरीवाल गैंग की पूर्वांचल विरोधी मानसिकता और सरेआम गुंडागर्दी का एक और प्रमाण देखिए. जब एक कार्यक्रम में शांति से खड़े सांसद मनोज तिवारी के ऊपर अमानतुल्ला खान ने हमला कर दिया और धक्का देकर जान से मारने की कोशिश की!
ऐसे न जाने कितने प्रमाण हैं केजरीवाल और AAP की पूर्वांचल विरोधी मानसिकता के, इसलिए अब जनता कह रही कि इस इनकी किसी बात पर भरोसा नहीं है. ऐसी मानसिकता वाले को अब नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे. बीजेपी के इस आरोप से ये तो साफ हो गया है कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव में होने में भले ही अभी कुछ महीने का वक्त बचा हो लेकिन उसे लेकर राजनीतिक माहोल अभी से ही बनने लगा है.
शराब घोटाला केस में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चलेगा मुकदमा, LG ने ईडी को दी मंजूरी
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शराब घोटाला केस में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चलेगा मुकदमा, LG ने ईडी को दी मंजूरी
AAP के अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बढ़ गई हैं. LG ने शराब घोटाला मामले से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है.
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं. उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली शराब घोटाले से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए ईडी को मंजूरी दे दी है. ईडी ने इस मामले में केजरीवाल को मास्टरमांइड बताया था. ईडी ने 21 मार्च को दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया था और मई में उनके, पार्टी और अन्य के खिलाफ चार्जशीट पेश की थी.
केरीवाल को बताया मास्टरमाइंड
ईडी ने शराब घोटाला मामले में अपनी आखिरी चार्जशीट में अरविंद केजरीवाल के साथ-साथ मनीष सिसोदिया को भी घोटाले का मास्टरमाइंड बताया है. एजेंसी का कहना है कि केजरीवाल और सिसोदिया ने साउथ लॉबी की मदद के लिए आबकारी नीति 2021-22 में बदलाव किए, जिसमें कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई थी. सूत्रों की मानें तो दी गई 100 करोड़ रुपये की रिश्वत में से आम आदमी पार्टी ने 45 करोड़ रुपये का इस्तेमाल गोवा विधानसभा चुनाव प्रचार में किया था.
ED को इसलिए मांगनी पड़ी LG से इजाजत
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने कहा था की PMLA के वो केस जो किसी सरकारी पद पर आसीन लोगों के खिलाफ दर्ज हैं, उसमें ट्रायल के लिए LG की परमिशन लेनी होगी. इसको लेकर ED ने दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी को ये लेटर लिखा था, परमिशन मांगने के लिए. LG ने अब ईडी को इजाजत दे दी है. अरविंद केजरीवाल ने हाई कोर्ट में चार्जशीट को रद्द करने की भी अपील की हुई है, जिसमें शुक्रवार को हाई कोर्ट ने ईडी को नोटिस जारी किया था. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट का PLMA को लेकर जो आदेश आया था, अरविंद केजरीवाल पर उसके पहले ही PMLA का केस दर्ज हो चुका था, लेकिन ट्रायल शुरू नहीं हुआ था. इसलिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक, उपराज्यपाल से ईडी ने इजाजत ली है.
चुनाव से पहले AAP को बड़ा झटका!
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी को ये एक बड़ा झटका है. राजधानी में फरवरी के महीने में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. इसके लिए सभी पार्टियों की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपने सभी उम्मीदवारों की लिस्ट भी जारी कर दी है. ऐसे में ईडी को मिली मंजूरी के बाद केजरीवाल और AAP की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
आम आदमी पार्टी का कहना है कि केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी, बीजेपी की एक साजिश है. आम आदमी पार्टी को बीजेपी खत्म करना चाहती है. शराब नीति मामले में अभी तक कुछ नहीं मिला है. जांच में 500 से ज्यादा लोगों को प्रताडि़त किया जा चुका है.
AAP के सुखबीर सिंह दलाल बीजेपी में हुए शामिल
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AAP के सुखबीर सिंह दलाल बीजेपी में हुए शामिल
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आप के नेता सुखबीर सिंह दलाल बीजेपी में शामिल हो गए हैं. केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा सहित अन्य बीजेपी नेताओं की मौजूदगी में वो बीजेपी में शामिल हुए.
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (आप) को झटका लगा है और आप के नेता सुखबीर सिंह दलाल बीजेपी में शामिल हो गए हैं. पूर्व विधायक और पांच साल तक आप के सदस्य रहे सुखबीर सिंह दलाल केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और अन्य प्रमुख नेताओं की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हुए.
बता दें कि दिल्ली विधानसभा के लिए फरवरी 2025 में चुनाव होने हैं और आप तीसरी बार सत्ता पर कब्जा बनाए रखने की कोशिश कर रही है. वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 70 में से 62 पर जीत दर्ज की थी. आप ने विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जा कर दी है. आप की सूची के मुताबिक, पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल नयी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे और मुख्यमंत्री आतिशी एक बार फिर कालकाजी से चुनाव मैदान में होंगी.
आप की सूची में शामिल अन्य उम्मीदवारों में बुराड़ी से संजीव झा, बादली से अजेश यादव और राजिंदर नगर से दुर्गेश पाठक शामिल हैं. पार्टी ने ओखला से अमानतुल्लाह खान को मैदान में उतारा है. पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को जंगपुरा से उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि हाल ही में आप में शामिल हुए अवध ओझा को सिसोदिया के पूर्व निर्वाचन क्षेत्र पटपड़गंज से उम्मीदवार बनाया गया है.
लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, राहुल के खिलाफ बीजेपी का प्रदर्शन
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लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, राहुल के खिलाफ बीजेपी का प्रदर्शन
19 दिसंबर को भी संसद में इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने अमित शाह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था और उनसे इस्तीफे की मांग की थी. इस दौरान पक्ष प्रतिपक्ष के सांसदों के बीच धक्का मुक्की भी हुई थी. जिसमें दो बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत चोटिल भी हुए थे. दोनों ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर धक्का देने का आरोप लगाया था.
संसद के शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन है. आज लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर स्पीकर ओम बिरला ने सांसदों को संसद की गरिमा और मर्यादा बनाए रखने की हिदायत दी. साथ ही स्पीकर ने कहा कि बार-बार परिसर में प्रदर्शन ना करें नहीं तो कार्रवाई करनी पड़ेगी. पहले सभी सांसद वंदे मातरम के लिए खड़े हुए. इसके बाद लोकसभा की कार्यवाही को अनिश्चिकाल के लिए स्थगित कर दिया गया. वहीं राज्य सभा की कार्यवाही भी 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. बीते दिन संसद में धक्का-मुक्की की वजह से जोरदार हंगामा हुआ. आज भी संसद परिसर में राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी का प्रदर्शन हो रहा है. वहीं विपक्षी दलों की तरफ से भी प्रदर्शन हो रहा है. गुरुवार को संसद में प्रदर्शन के दौरान हुए धक्का-मुक्की में ओडिशा के बालासोर से सांसद प्रताप सारंगी और उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद से बीजेपी सांसद मुकेश राजपूत घायल हो गए थे. इस मुद्दे पर विपक्ष और बीजेपी के सांसद एक-दूसरे को घेरते और आरोप लगाते नजर आएं. इस मामले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर एफआईआर भी दर्ज कराई गई है. विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "पूरा देश देख रहा है, उन्होंने राहुल गांधी पर कई मामले लगाए हैं. वे नई एफआईआर लाते हैं और झूठ बोलते हैं...यह उनकी हताशा का स्तर दिखाता है."
डीएनडी फ्लाई ओवर टोल फ्री रहेगा, सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के फैसले को रखा बरकरार
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डीएनडी फ्लाई ओवर टोल फ्री रहेगा, सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के फैसले को रखा बरकरार
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 2016 में दिए अपने फैसले में कहा था कि अब डीएनडी पर किसी से भी टोल नहीं वसूला जाना चाहिए. कोर्ट ने उस दौरान सरकार को भी ये सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी थी कि आगे से यहां से कि किसी वाहन को टोल ना देना पड़े.
सुप्रीम कोर्ट डीएनडी फ्लाइवे को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले को ही बरकरार रखने का फैसला किया है. शुक्रवार को इस मामले में हुई सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने विशेष टिप्पणी करते हुए कहा है कि संबंधित कंपनी ने डीएनडी फ्लाइवे के निर्माण पर हुए रिटर्न, ब्याज और लागत वसूल कर ली है. ऐसे में अब वे और पैसे वूसलने के हकदार नहीं हैं.
आपको बता दें कि वर्ष 2016 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दिल्ली को नोएडा से जोड़ने वाले डीएनडी फ्लाइवे पर बने टोल बूथ से पैसे वसूलने पर रोक लगा दी थी. कोर्ट ने उस दौरान फैसला सुनाते हुए कहा था कि डीएनडी पर अब अवैध वसूली हो रही है. अदालत ने उस दौरान सरकार से भी कहा था कि वो यहां से अब टोल वसूले जाने पर तुरंत रोक लगाए. आपको बता दें कि इस उस दौरान इलाहाबाद हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच ने चार साल की सुनवाई के बाद ये फैसला सुनाया था.
लागत से ज्यादा टोल वसूलने पर कोर्ट ने दिया था आदेश
इलाहाबाद हाई कोर्ट सुनवाई के बाद कहा था कि इस फ्लाइवे को बनाने में कंपनी को जितनी लागत आई थी अब वह उसके कहीं ज्यादा पैसे की वसूली कर चुका है. ऐसे में अब यहां से टोल प्लाजा को हटाना जरूरी है. इस आदेश के बाद से ही डीएनडी पर किसी तरह का टोल वसूलना बंद कर दिया गया था.
2012 में दायर की गई थी याचिका
आपको बता दें कि डीएनडी पर वर्ष 2001 में वाहनों की आवाजाही शुरू हुई थी. इसको बनाने के लिए नोएडा प्राधिकरण और नोएडा टोल ब्रिज कंपनी के बीच समझौता हुआ था. इस समझौते के तहत कंपनी को मिलने वाले 20 फीसदी मुनाफे समेत कई ऐसे बिंदू थे जिससे संबंधित कंपनी को सबसे ज्यादा फायदा हो रहा था. डीएनडी को टोल फ्री करने के लिए सबसे पहले 16 नवंबर 2012 को इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी. साथ ही इस याचिका में तुरंत प्रभाव से टोल वसूलने पर रोक लगाने की भी बात की गई थी. हाई कोर्ट में सुनवाई की गति धीमी होने के कारण याचिकाकर्ता ने बाद में 26 अप्रैल 2016 को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.
कांग्रेस हंसी का पात्र बन गई... अदाणी ग्रुप को लेकर केटीआर ने राहुल गांधी पर लगाया डबल स्टैंडर्ड का आरोप
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कांग्रेस हंसी का पात्र बन गई... अदाणी ग्रुप को लेकर केटीआर ने राहुल गांधी पर लगाया डबल स्टैंडर्ड का आरोप
केटीआर ने सीधे तौर पर राहुल गांधी को उनकी पार्टी के भीतर कथित विरोधाभासों पर अपना रुख स्पष्ट करने की चुनौती दी है. उन्होंने कहा, "क्या आप अपने ही मुख्यमंत्री से अदाणी ग्रुप के साथ उनकी 'दोस्ती' पर सवाल उठाएंगे? या उनके निहित स्वार्थों की रक्षा के लिए चुप रहेंगे?"
तेलंगाना की मुख्य विपक्षी पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS) के कार्यकारी अध्यक्ष और विधायक केटी रामाराव ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष नेता राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला है. केटी रामाराव ने अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी को लेकर राहुल गांधी पर दोहरा मानदंड अपनाने का आरोप लगाया है. राहुल गांधी को लिखी चिट्ठी में रामाराव ने उनसे कांग्रेस और तेलंगाना सरकार का रुख साफ करने की चुनौती दी है.
केटी रामाराव ने बताया, "एक तरफ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अदाणी के विरोध में बयान दे रही है. दूसरी ओर ऐसा लगता है कि तेलंगाना नेतृत्व ने विरोधाभासी रुख अपनाया हुआ है. कांग्रेस गौतम अदाणी के खिलाफ लड़ने का दावा करती है, जबकि तेलंगाना में कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने अदाणी ग्रुप के लिए एक तरह से रेड कार्पेट बिछा दिया है."
'चलो राजभवन' कैंपेन पर उठाए सवालकेटीआर ने 18 दिसंबर को तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (TPCC) के 'चलो राजभवन' कैंपेन की भी आलोचना की. ये अदाणी के खिलाफ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रव्यापी अभियान का हिस्सा था. BRS के कार्यकारी अध्यक्ष ने रेवंत रेड्डी के कामों का हवाला देते हुए इस कैंपेन की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए. इस कैंपेन के तहत इस साल की शुरुआत में दावोस में हुए वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में अदाणी ग्रुप के लिए प्रमुख सौदों की सुविधा दी गई थी.
केटीआर ने आरोप लगाया कि रेवंत रेड्डी ने दावोस समिट के दौरान अदाणी ग्रुप के लिए हजारों करोड़ रुपये का इंवेस्टमेंट हासिल किया. उन्होंने दावा किया कि तेलंगाना में इलेक्ट्रिसिटी बिल कलेक्शन प्रोजेक्ट अदाणी ग्रुप को सौंपने की प्लानिंग चल रही थी.
राहुल गांधी को किया चैलेंजकेटीआर ने सीधे तौर पर राहुल गांधी को उनकी पार्टी के भीतर कथित विरोधाभासों पर अपना रुख स्पष्ट करने की चुनौती दी है. उन्होंने कहा, "क्या आप अपने ही मुख्यमंत्री से अदाणी ग्रुप के साथ उनकी 'दोस्ती' पर सवाल उठाएंगे? या उनके निहित स्वार्थों की रक्षा के लिए चुप रहेंगे?"
उन्होंने कांग्रेस के अदाणी विरोधी कैंपेन को 'राजनीतिक तमाशा' बताते हुए इसकी आलोचना की. साथ ही ये चेतावनी दी कि तेलंगाना के लोग अब इस तरह के 'पाखंड' को बर्दाश्त नहीं करेंगे.
केटीआर ने कांग्रेस नेतृत्व से जवाबदेही और पारदर्शिता की अपील की है. उन्होंने कहा कि तेलंगाना और भारत के लोग कांग्रेस पार्टी के कामों को करीब से देख रहे हैं. जनता जरूर आपसे हिसाब मांगेगी.
उपसभापति हरिवंश ने धनखड़ को पद से हटाने की मांग वाले विपक्ष के नोटिस को किया खारिज
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उपसभापति हरिवंश ने धनखड़ को पद से हटाने की मांग वाले विपक्ष के नोटिस को किया खारिज
उपसभापति हरिवंश ने कहा कि धनखड़ के खिलाफ नोटिस अनुचित और त्रुटिपूर्ण है, जिसे उपराष्ट्रपति की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए जल्दबाजी में तैयार किया गया है.
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने बृहस्पतिवार को विपक्ष का वह नोटिस खारिज कर दिया, जिसमें पक्षपातपूर्ण तरीके से उच्च सदन के संचालन का आरोप लगाते हुए सभापति जगदीप धनखड़ को पद से हटाने की मांग की गई थी. हरिवंश ने यह कहते हुए विपक्ष का नोटिस खारिज कर दिया कि यह तथ्यों से परे है और इसका मकसद केवल प्रचार हासिल करना है.
सूत्रों के मुताबिक, उपसभापति ने कहा कि धनखड़ के खिलाफ नोटिस अनुचित और त्रुटिपूर्ण है, जिसे उपराष्ट्रपति की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए जल्दबाजी में तैयार किया गया है. राज्यसभा के महासचिव पी सी मोदी को सौंपे अपने फैसले में हरिवंश ने कहा कि नोटिस देश की संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा कम करने और मौजूदा उपराष्ट्रपति की छवि खराब करने की साजिश का हिस्सा है.
उल्लेखनीय है कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) के घटक दलों ने सभापति धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद से हटाने के लिए प्रस्ताव लाने संबंधी नोटिस 10 दिसंबर को राज्यसभा के महासचिव को सौंपा था.
विपक्ष ने कहा था कि धनखड़ द्वारा ‘अत्यंत पक्षपातपूर्ण' तरीके से राज्यसभा की कार्रवाई संचालित करने के कारण यह कदम उठाना पड़ा है.
नोटिस पर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, द्रमुक, समाजवादी पार्टी और कई अन्य विपक्षी दलों के 60 नेताओं ने हस्ताक्षर किए थे. कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, द्रमुक नेता तिरुचि शिवा और तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओब्रायन ने इस नोटिस पर हस्ताक्षर नहीं किए थे.
समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, तृणमूल कांग्रेस के सुखेंदु शेखर रॉय, राज्यसभा में कांग्रेस के उप नेता प्रमोद तिवारी, मुख्य सचेतक जयराम रमेश, वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला तथा कई अन्य वरिष्ठ सदस्यों ने धनखड़ के खिलाफ दिए गए नोटिस पर हस्ताक्षर किए थे.
सांसदों की धक्कामुक्की मामले में राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत; बांसुरी-अनुराग पहुंचे संसद मार्ग थाने
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सांसदों की धक्कामुक्की मामले में राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत; बांसुरी-अनुराग पहुंचे संसद मार्ग थाने
संसद भवन परिसर में धक्कामुक्की मामले में राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने भाजपा के सांसद संसद मार्ग थाने पहुंचे हैं। संसद भवन परिसर में धक्कामुक्की मामले में राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने भाजपा के सांसद बांसुरी स्वराज और अनुराग ठाकुर संसद मार्ग थाने पहुंचे हैं। बाबासाहेब आंबेडकर से जुड़े मुद्दे पर विपक्ष और सत्तापक्ष के सांसदों ने गुरुवार को संसद परिसर में प्रदर्शन किया। इस दौरान उनके बीच धक्का-मुक्की भी हुई। भाजपा का आरोप है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने धक्कामुक्की की, जिस वजह से उसके बुजुर्ग सांसद प्रताप सारंगी चोटिल हुए। सारंगी को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। दूसरी तरफ राहुल गांधी ने दावा किया कि भाजपा सांसदों ने उन्हें और अन्य विपक्षी सदस्यों को संसद भवन में जाने से रोका और धक्का-मुक्की की।
भाजपा सांसद मुकेश राजपूत भी घायलसंसद के दोनों सदनों में आज भी हंगामा हो रहा है। बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा दोनों ने संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया। इस दौरान दोनों दलों के सांसदों के बीच मकर द्वार पर धक्कामुक्की की खबर आई। भाजपा सांसद प्रताप सारंगी के सिर में चोट देखी गई। इस दौरान भाजपा सांसद मुकेश राजपूत भी घायल हो गए। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। उन्हें आरएमएल अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। सारंगी का इलाज भी इसी अस्पताल में चल रहा है। पीएम मोदी ने फोन पर सांसदों का हालचाल जाना है।
राहुल ने क्या कहा?राहुल गांधी ने कहा कि मैं संसद के अंदर जाने की कोशिश कर रहा था। लेकिन भाजपा के सांसद मुझे रोकने की कोशिश कर रहे थे, धक्का दे रहे थे और धमका रहे थे। राहुल ने दावा किया कि खरगे और प्रियंका गांधी के साथ भी धक्का-मुक्की की गई, लेकिन इससे विपक्ष को फर्क नहीं पड़ता। यह संसद है और अंदर जाना हमारा अधिकार है। उन्होंने कहा कि मुख्य मुद्दा यह है कि संविधान और बाबासाहेब की स्मृति का अपमान हुआ है।
क्या है मामला? दरअसल, गृह मंत्री अमित शाह की बाबासाहेब आंबेडकर से संबंधित टिप्पणी को लेकर विरोध जताते हुए विपक्षी सदस्यों ने मार्च निकाला तो भाजपा सांसदों ने कांग्रेस पर बाबासाहेब के अपमान का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। संसद भवन के 'मकर द्वार' के निकट सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्य एक दूसरे के सामने आ गए और जमकर नारेबाजी की।
किस बात पर विवाद?दरअसल, अमित शाह की टिप्पणी को लेकर संसद के दोनों सदनों में बुधवार से गतिरोध बना हुआ है। कांग्रेस और विपक्षी दलों का आरोप है कि शाह ने 'भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा' विषय पर राज्यसभा में दो दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को अपने संबोधन के दौरान बाबासाहेब का अपमान किया। दूसरी तरफ भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हमेशा बाबासाहेब का अपमान किया और उन्हें चुनाव में तक हरवाया।
राहुल गांधी पर केस दर्ज कराएंगे बीजेपी सांसद, उनके लिए कितनी मुश्किल?
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राहुल गांधी पर केस दर्ज कराएंगे बीजेपी सांसद, उनके लिए कितनी मुश्किल?
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, "हमारे 2 सांसदों को गंभीर चोटें लगी हैं. 4-5 सांसदों ने आकर शिकायत दर्ज कराई है. मकर द्वार पर आज BJP-NDA सांसदों ने पहली बार प्रदर्शन किया. इनको(विपक्ष) लगा ये उनकी जागीर है... वे भीड़ को चीरते हुए आए. विपक्ष के नेता को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए."
संसद में प्रदर्शन के दौरान बीजेपी के दो सांसद घायल हो गए. बीजेपी सांसद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर धक्का मारने का आरोप लगा रहे हैं. दो सांसदों के घायल होने पर बीजेपी कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कर रही है. राहुल गांधी पर आरोप है कि सीढ़ियों पर धक्का देने से दो बीजेपी सांसद नीचे गिरने से घायल हो गए. बीजेपी सांसद कह रहे हैं कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उन्हें धक्का दिया जिससे वो गिर गए और जख्मी हो गए. सारंगी ने कहा, “मैं सीढ़ियों पर खड़ा था, तभी राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया और वो मेरे ऊपर गिर गए. जिससे मैं गिर गया और मुझे चोट लग गई.” बीजेपी सांसद मुकेश राजपूत घायल बताए जा रहे हैं. जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. अब इस मामले में राहुल गांधी के खिलाफ कानूनी एक्शन की बात हो रही है.
कैसे चोटिल हुए बीजेपी के दो सांसद
भारतीय जनता पार्टी के सांसद संसद के मकर गेट पर प्रदर्शन कर रहे थे. बाबा साहेब अंबेडकर की तख्तियां उनके हाथों में थी. बीजेपी के प्रदर्शन की वजह से मकर गेट पूरा ब्लॉक था. इसी दौरान वहां विपक्षी सांसदों का पूरा ग्रुप आया, जिसमें सैकड़ों सांसद थे. बीजेपी सांसदों के बीच से होते हुए विपक्षी सांसद अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे, इसी दौरान ये सब हुआ. दोनों पक्षों में कोई पीछे हटने को तैयार नहीं था. अगर दोनों में से कोई भी मान जाता तो बीजेपी सांसद को चोट नहीं लगती.
राहुल के खिलाफ कानूनी एक्शन पर विचार
कहा ये जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी की तरफ से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने पर विचार किया जा रहा है. राहुल गांधी के खिलाफ कानूनी एक्शन लेने के लिए ये देखना होगा कि क्या उन्होंने जानबूझकर धक्का दिया या फिर उनसे गैर इरादतन उनसे बीजेपी सांसदों को धक्का लगा. इसके लिए आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज और मीडिया कैमरों की फुटेज को खंगालना होगा.
लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, "मैं संसद के प्रवेश द्वार से अंदर जाने की कोशिश कर रहा था, तो बीजेपी सासंद मुझे रोकने की कोशिश कर रहे थे...मुझे धमका रहे थे, तो यह हुआ है...यह संसद का प्रवेश द्वार है और हमारा अंदर जाने का अधिकार है...मुख्य मुद्दा यह है कि वे संविधान पर आक्रमण कर रहे हैं..." इंडिया गठबंधन के सांसदों ने संसद भवन के मकर द्वार की दीवार पर चढ़कर विरोध प्रदर्शन किया और राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबासाहेब अंबेडकर पर की गई टिप्पणी के लिए उनसे माफी मांगने और इस्तीफे की मांग की.
बीजेपी ने क्या कुछ कहा
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि प्रताप सारंगी को गहरी चोट लगी है, ब्लीडिंग बंद नहीं हुआ और मुकेश राजपूत सेमी कॉन्शियस है. राहुल गांधी की गुंडागर्दी हताशा को दर्शाता है. यह कहना गलत है कि विपक्षी सांसदों को अंदर जाने नहीं दिया गया. जो भी कानूनी प्रक्रिया है वह की जाएगी. केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "...सारंगी जी को देखकर मन पीढ़ा से भर गया है. संसद के इतिहास का ये काला दिन है. मर्यादाओं की धज्जियां उड़ा दी गई. राहुल गांधी और कांग्रेस ने जो गुंडागर्दी की है उसका कोई दूसरा उदाहरण नहीं मिलता..अब वे ऐसी गुंडागर्दी करेंगे...ऐसा आचरण आज तक भारत की संस्कृति इतिहास में देखा नहीं गया..उनके लिए एक पाठशाला में ट्रेनिंग देनी चाहिए कि लोकतंत्र में आचरण कैसा होता है...हम इस गुंडागर्दी की निंदा करते हैं."