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हिमाचल विधानसभा सत्र का दूसरा दिन: ‘सुक्खू भाया, सुक्खू भाया...जंगली मुर्गा किसने खाया’, तपोवन के बाहर मुर्गों की तख्तियां और गूंजते नारे!
हिमाचल विधानसभा सत्र का दूसरा दिन: ‘सुक्खू भाया, सुक्खू भाया...जंगली मुर्गा किसने खाया’, तपोवन के बाहर मुर्गों की तख्तियां और गूंजते नारे!
हिमाचल विधानसभा सत्र का दूसरा दिन: ‘सुक्खू भाया, सुक्खू भाया...जंगली मुर्गा किसने खाया’, तपोवन के बाहर मुर्गों की तख्तियां और गूंजते नारे!
हिमाचल प्रदेश में जंगली मुर्गा विवाद में भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने सुक्खू सरकार को घेरा. विधानसभा सत्र के दूसरे दिन गुरुवार को पूर्व सीएम जयराम ठाकुर सहित अन्य भाजपा विधायकों ने धर्मशाला के तपोवन में नारेबाजी की और पूछा कि जंगली मुर्गे किसने खाए.
भाजपा विधायकों ने तपोवन के बार से जंगली मुर्गों की तख्यितां हाथ में ली और नारेबाजी की कि सुक्खू भाया… सुक्खू भाया… जंगली मुर्गा किसने खाया? साथ ही इस मामले पर पत्रकारों के खिलाफ केस दर्ज करने पर भी विरोध जताया. पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने इस दौरान मीडिया से बातचीत में कहा कि कांग्रेस सरकार ने जनमंच को बंद कर सरकार आपके द्वार कार्यक्रम शुरू किया. इस कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह शिमला के टिक्कर गांव गए थे और रात्रि भोज के मेन्यू में 12वें नंबर पर जंगली मुर्गा शामिल था. मुख्यमंत्री रात्रि भोज करने लगे तो वहां पर खुद इसका जिक्र कर रहे थे और जो साथ में बैठे लोग थे उन्हें खाने के लिए ऑफर कर रहे थे. अब हिमाचल सरकार की ओर से फरमान हुआ कि जिन लोगों ने जंगली मुर्गी का जिक्र मीडिया में किया है, उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाए और अब पिछले कल मामला दर्ज किया गया और भाजपा नेता विधायक सुधीर शर्मा के खिलाफ भी केस किया गया है. जो कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है उन्होंने कहा कि सब जानते हैं कि किसने जंगली मुर्गा खाया और किसे परोसा गया. वह खुद जिक्र कर रहे हैं. केस के बारे में उन्हें भी सोशल मीडिया से जानकारी मिली है. .
भाजपा विधायक जयराम ठाकुर ने कहा कि मुर्गा जिसने मारा, उसके ऊपर एफआईआर होनी चाहिए थी. हालांकि, जिन लोगों ने इस मामले को उजागर किया उसके खिलाफ मामला दर्ज करने का कोई औचित्य नहीं बनता है. सरकार फिर को तुरंत वापस ले. इस मामले को आज सदन के अंदर भी उठाया जाएगा.
क्या है पूरा विवाद
13 दिसंबर को सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के डिनर प्रोग्राम का मेन्य लीक हुआ था. इसमें जंगली मुर्गे का जिक्र था. इसके बाद डिनर के दौरान खुद सीएम कहते हुए दिखे थे इन्हें जंगली मुर्गा सर्व करो. हालांकि, यह बाद में मुद्दा बन गया था क्योंकि जंगली मुर्गे का शिकार वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत कानूनी अपराध है. हालांकि, बीते कल यानी बुधवार को स्थानीय महिला प्रधान ने मीडिया ग्रुप और कुछ पत्रकारों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है कि गांव की छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया है. शिमला के चौपाल विधानसभा क्षेत्र का यह मामला था.
हिमाचल विधानसभा सत्र का दूसरा दिन: ‘सुक्खू भाया, सुक्खू भाया...जंगली मुर्गा किसने खाया’, तपोवन के बाहर मुर्गों की तख्तियां और गूंजते नारे!
हिमाचल प्रदेश में जंगली मुर्गा विवाद में भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने सुक्खू सरकार को घेरा. विधानसभा सत्र के दूसरे दिन गुरुवार को पूर्व सीएम जयराम ठाकुर सहित अन्य भाजपा विधायकों ने धर्मशाला के तपोवन में नारेबाजी की और पूछा कि जंगली मुर्गे किसने खाए.
भाजपा विधायकों ने तपोवन के बार से जंगली मुर्गों की तख्यितां हाथ में ली और नारेबाजी की कि सुक्खू भाया… सुक्खू भाया… जंगली मुर्गा किसने खाया? साथ ही इस मामले पर पत्रकारों के खिलाफ केस दर्ज करने पर भी विरोध जताया. पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने इस दौरान मीडिया से बातचीत में कहा कि कांग्रेस सरकार ने जनमंच को बंद कर सरकार आपके द्वार कार्यक्रम शुरू किया. इस कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह शिमला के टिक्कर गांव गए थे और रात्रि भोज के मेन्यू में 12वें नंबर पर जंगली मुर्गा शामिल था. मुख्यमंत्री रात्रि भोज करने लगे तो वहां पर खुद इसका जिक्र कर रहे थे और जो साथ में बैठे लोग थे उन्हें खाने के लिए ऑफर कर रहे थे. अब हिमाचल सरकार की ओर से फरमान हुआ कि जिन लोगों ने जंगली मुर्गी का जिक्र मीडिया में किया है, उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाए और अब पिछले कल मामला दर्ज किया गया और भाजपा नेता विधायक सुधीर शर्मा के खिलाफ भी केस किया गया है. जो कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है उन्होंने कहा कि सब जानते हैं कि किसने जंगली मुर्गा खाया और किसे परोसा गया. वह खुद जिक्र कर रहे हैं. केस के बारे में उन्हें भी सोशल मीडिया से जानकारी मिली है. .
भाजपा विधायक जयराम ठाकुर ने कहा कि मुर्गा जिसने मारा, उसके ऊपर एफआईआर होनी चाहिए थी. हालांकि, जिन लोगों ने इस मामले को उजागर किया उसके खिलाफ मामला दर्ज करने का कोई औचित्य नहीं बनता है. सरकार फिर को तुरंत वापस ले. इस मामले को आज सदन के अंदर भी उठाया जाएगा.
क्या है पूरा विवाद
13 दिसंबर को सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के डिनर प्रोग्राम का मेन्य लीक हुआ था. इसमें जंगली मुर्गे का जिक्र था. इसके बाद डिनर के दौरान खुद सीएम कहते हुए दिखे थे इन्हें जंगली मुर्गा सर्व करो. हालांकि, यह बाद में मुद्दा बन गया था क्योंकि जंगली मुर्गे का शिकार वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत कानूनी अपराध है. हालांकि, बीते कल यानी बुधवार को स्थानीय महिला प्रधान ने मीडिया ग्रुप और कुछ पत्रकारों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है कि गांव की छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया है. शिमला के चौपाल विधानसभा क्षेत्र का यह मामला था.